मिर्च की खेती किसानों के लिए एक बेहतर आय का जरिया बन गई है. इसमें सफलता मिलता देख अब कई किसान पूरे साल सिर्फ इसकी खेती कर ही मोटा मुनाफा कमा रहे हैं और अपने जीवन में बड़ा बदलाव ला रहे हैं.भारत में मिर्च का मसालों में विशेष महत्व है. उत्तर प्रदेश, बिहार, महारा, कर्नाटक और ओडिशा समेत कई राज्यों में मिर्च का अच्छा उत्पादन होता है, जिससे किसान लाखों का मुनाफा कमाते हैं. उनके यहां की मिट्टी मिर्च की खेती के लिए उपजाऊ और अच्छे पानी के निकास वाली है, इसीलिए इन क्षेत्रों में मिर्च की अच्छी पैदावार मिल जाती है. इसी सोच पर उन्होंने हरदोई जाकर इसकी जानकारी कृषि विभाग और उद्यान विभाग से ली, जहां पर उन्हें मिर्च की खेती के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई थी.
एक एकड़ में 35 क्विटल तक उत्पादन : शुरुआत में उन्होंने पूसा सदाबहार मिर्च के बीजों से खेती की थी, जिसमें 9 से 10 सेंटीमीटर लंबे और अत्यंत कड़वे मिर्च के फल प्राप्त हुए थे. प्रति एकड़ हरी मिर्च करीब 35 क्विटल प्राप्त हुई थी और उसी को सूखाकर करीब 7 से 8 कुंटल सूखी मिर्च प्राप्त हुई. वह इसे कई वर्षों से कर रहे हैं. समय-समय पर वह उद्यान विभाग के द्वारा कीटों से बचाव, उत्तम बीजों का चयन, खरपतवार नियंत्रण और खाद के संबंध में जानकारी लेते रहते हैं. साथ ही वह अपनी मिट्टी का पीएच भी समय-समय पर कृषि विभाग से जांच कराते हैं. उन्होंने बताया कि खेत तैयार करने के लिए वह करीब तीन से चार बार जुताई करते हैं. बीज बोने से 20 दिन पहले खाद डालने का काम आवश्यक मात्रा के अनुसार करते हैं. मेड़दार खेत तैयार करने के साथ ही 60 सेंटीमीटर दूरी पर मेड़ की नालियां तैयार करते हैं. बीज अंकुरण तक इन्हें पॉलीथिन से ढक दिया जाता है. पौधे निकलने के ब T द हानिकारक कीटों से बचाव के लिए वह समय-समय पर बाजार में मिलने वाली आवश्यक दवाओं का इस्तेमाल करते रहते हैं. फल आने पर ज्यादातर फल छेदक कीट मिर्च की फसल को नुकसान पहुंचाता है.
एक हेक्टेयर में 12 लाख तक कमाई: किसान ने बताया कि 70 दिनों में तैयार होने वाली फसल में करीब 20 से 30 हजार का खर्च आता है, लेकिन प्रति एकड़ करीब 2 लाख की कमाई होती है. किसान ने बताया कि प्रति हेक्टेयर मिर्च की खेती में 9 से 11 महीने में करीब 12 लाख रुपए तक का मुनाफा हुआ है. हरदोई जिला उद्यान अधिकारी सुरेश कुमार ने बताया कि
समय-समय पर उन्नत बीजों और खरपतवार के साथ-साथ कीटों से बचाव के संबंध में किसानों को जागरूक किया जाता है. जिले में बड़ी संख्या में किसान इसकी की खेती कर लाभ कमा रहे हैं. कई लोग तो चक्रीय विधि से पूरे साल मिर्च की ही खेती कर रहे हैं. किसानों को समय-समय पर सरकार के द्वारा दिए जा रहे लाभ भी दिए जाते हैं. मिर्च की खेती से किसानों के हालात में बदलाव आया है.