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Barley farming : कीजिये जो की खेती

Barley farming : कीजिये जो की खेती

जो की खेती (Barley farming) एक लाभदायक और बहुत ही उपयोगी खेती है जो पुरे भारत में अलग-अलग जगह की मिट्टी और जलवायु के हिसाब से हो सकती है। जो एक बहुत ही पोषक अनाज है जो अनेक रूप में उपयोग होता है, जैसे कि आहार, शरबत, और दवा के लिए। अगर आप भी खेती करना चाहते हैं तो इस आर्टिकल में दिए गए स्टेप्स को ध्यान से समझें और अपनाएं।

1. जो की खेती कैसे करे

जो की खेती के लिए सबसे पहले हमें उस जगह का चयन करना होगा जो हल्का ठंडा जलवायु और पानी की अच्छी उपलब्धता रखती हो। इसमें कम पानी और कम मेहनत की जरूरत होती है, लेकिन सही प्रक्रिया को फॉलो करना जरूरी है। इसमे लगभग 4-5 महीने लगते हैं फसल तैयार होने में।

2.जलवायु और मिट्टी

Barley farming

Barley farming के लिए नरम और चिकनी (दोमट) मिट्टी सबसे अच्छी होती है। इसके लिए मिट्टी का पीएच मान 6.0 से 7.5 होना चाहिए। मध्य प्रदेश, पंजाब और राजस्थान जैसे कुछ ही राज्य इस खेती के लिए प्रमुख माने जाते हैं। हल्का ठंडा और शुष्क मौसम फसल के लिए अनुकूल होता है।

3.प्रसिद्ध किस्मे

भारत में जो कि उन्नत किस्मे उपलब्ध है जो किसानों के लिए उपयोगी साबित होती है। कुछ प्रसिद्ध किस्मे हैं:

करण-16
आरडी-2668
एनडीबी-1173
ये किसमें बेहतर उत्पाद और रोगन के प्रति प्रतिकारशील होती हैं।

4. ज़मीन की तैयारी

Barley farming के लिए जमीन को अच्छे से तैयार करना जरूरी है। पहले 2-3 गहरी हल चलायें और फिर उसमें पानी दें। यह ज़रूर निश्चित करें कि मिट्टी चिकनी न हो और पानी का अच्छे से प्रवाह हो सके। सही ज़मीन फ़सल के अच्छी पैदावार के लिए मददगार होती है।

5. बिजाई

बिजाई का समय अक्टूबर के मध्य या नवंबर के प्रारंभ में सबसे अच्छा होता है। बीज का चयन करके उन्हें कवकनाशी से उपचार करें और 100-120 kg /हेक्टेयर बीज का उपयोग करें। सीड ड्रिल या प्रसारण विधि का उपयोग करके बीज लगाएं और बीज को लगभग 3-5 सेमी गहरा बोये।

6. सिंचाई

जो की खेती में 3 से 4 सिंचाई की जरुरत होती है:

पहली सिंचाई: बीजाई के तुरंत बाद।
दूसरी सिंचाई: अंकुरण के बाद.
तीसरी सिंचाई: बूटिंग स्टेज पर ।
आखिरी सिंचाई: अनाज भरने के चरण पर।
ये सिंचाई फसल की अच्छी वृद्धि और गुणवत्ता के लिए जरूरी है।

7. खरपतवार नियन्त्रण

जो खेती में खरपतवार फसल की वृद्धि को कम करता है। इसका नियंत्रण करने के लिए पूर्व-उद्भव शाकनाशी जैसे पेंडिमेथालिन का स्प्रे करें या हाथ से खरपतवार निकाल कर जमीन को सुरक्षित करें।

8. पोधे की देखभाल

फसल के दौरान रोग और फसलों पर ध्यान देना जरूरी है। नियमित रूप से स्काउटिंग करें और अनुशंसित कीटनाशकों का उपयोग करें। अति-सिंचाई से बचाव क्योंकि इससे जड़ सड़न का खतरा होता है।

9. फसल की कटाई

जो की फसल को तब काटना चाहिए जब , उसके दाने सूखने लगें। कटाई के लिए कंबाइन हार्वेस्टर का उपयोग करना एक अच्छा विकल्प है, या हाथ से भी कटाई की जा सकती है। कटाई के तुरंत बाद अनाज को सूखा कर भंडारण में रखना जरूरी है।

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FAQs : Barley farming 

1: जो की खेती के लिए सबसे उपयुक्त जलवायु क्या है?
हल्का ठंडा और शुष्क जलवायु जो की खेती के लिए सबसे उपयुक्त है।

2: जो की खेती के लिए सबसे अच्छी मिट्टी कौन सी होती है?
नरम और चिकनी (दोमट) मिट्टी, जिसकी pH मान 6.0 से 7.5 के बीच हो, सबसे उपयुक्त होती है।

3: जो की बिजाई का सही समय क्या है?
जो की बिजाई अक्टूबर के मध्य से नवंबर की शुरुआत तक सबसे अच्छा समय है।

4: कौन-कौन सी प्रसिद्ध किस्में जो की खेती के लिए उपयुक्त हैं?
करण -16, आरडी-2668, और एनडीबी-1173 जो की खेती के लिए लोकप्रिय और उन्नत किस्में हैं।

5: जो की खेती में कितनी सिंचाई की आवश्यकता होती है?
जो की खेती में 3 – 4 सिंचाई की आवश्यकता होती है, जैसे बीजाई के बाद, अंकुरण के बाद, बूटिंग स्टेज पर, और अनाज भरने के समय।

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