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Sweet potato farming: मुनाफ़ा चाहते हो तो अभी से करने लगो इस सब्जी की खेती

Sweet potato farming: मुनाफ़ा चाहते हो तो अभी से करने लगो इस सब्जी की खेती

क्या आप सोच रहे हैं ऐसी सब्जी की खेती करना जो सर्दियों तक तैयार हो जाए तो बीफिक्र रहिए हम लेकर आए हैं “Sweet potato farming” का ब्लॉग को जो आपकी इसकी खेती और इसके बारे में हर जानकारी आपको प्रदान करेगा और अगर आप हमारे इंस्टाग्राम चैनल से जुड़ें चाहते हैं तो यहाँ Click करे

Sweet potato farming

शकरकंदी क्या है?

शकरकंदी जैसे शकरकंद के नाम से जाना जाता है ये जड़ में उगाने वाली सब्जी है जो पोषण तत्व जैसे विटामिन और प्रोटीन से भरपूर है जो हमारे शरीर के लिए काफी लाभदायक होता है | ये भारत में कई अलग-अलग रंगों में मिलता है जैसे लाल, सफेद, नारंगी और ये खाने में मीठा लगता है

खेती के लिए उपयोगी मिट्टी

इसकी खेती के लिए सबसे अच्छी डोम्मट मिट्टी मानी जाती है जिसका ड्रेनेज सिस्टम अच्छा होता है, क्योंकि मिट्टी की गुड़वता अच्छी होने की वजह से पानी रुकता नहीं है जिस से फसल सही बनी रहती है | अगर आपको इसकी खेती अच्छी तरह से करनी है तो इसकी मिट्टी का पी.एच लेवल 5.8 से 6.2 तक होना चाहिए तभी ये आपको अच्छी उपज देगी

किस जगह ज्यादा होती है?

शकरकंदी की खेती सबसे ज्यादा आपको उत्तर प्रदेश, बिहार, आंध्रप्रदेश, और मध्य प्रदेश में देखने को मिलेगी क्योंकि यहां की जलवायु इसकी खेती के लिए सबसे अच्छी होती है। दिए गए जानकारी के अनुसर साल भर में भारत में शकरकंद 1,087,880 मीट्रिक टन तक होती है, जो कि बहुत बड़ा आंकड़ा है, जिस वजह से भारत सबसे ज्यादा शकरकंडी उगने वाली देशों में आता है और हमसे ज्यादा कुछ देश हैं और चीन सबसे टॉप पर हैं।

खेती किस महीने में करें

इसकी खेती के लिए आपको इसकी बुआई सितंबर तक कर देनी चाहिए, और इसकी विविधता के हिसाब से ये 90 -120 दिनों में पूरी तरह से तैयार हो जाती हैं

इसके प्रयोग क्या क्या हैं

शकरकंदी के कई उपयोग हैं। इसे भुना या उबालकर स्नैक के रूप में खाया जाता है। इसका उपयोग चिप्स बनाना, करी और यहां तक ​​कि डेसर्ट में भी होता है। शकरकंदी का स्टार्च उद्योग में भी उपयोग होता है,जिसमे इसे मीठापन लाने के लिए पयोग किया जाता हैं

खेती की प्रक्रिया

इसकी खेती बहुत सरल है सबसे पहले आप शकरकंदी को काट ले अगर आप के पास पहले से ही हैं तो और फिर उसे मिट्टी में डाल दे पर ध्यान रखें कि उसकी दूरी 12 से 18 इंच तक होनी चाहिए | लगतार पानी देना बहुत जरूरी है, जिस से ये जल्दी तयार हो जाती है और फिर सही तरह से हो जाने के बाद आप इसे उखाड़ सकते हैं पर ध्यान में रखे की उखाड़ते वक्त आप आराम से उखाड़े

निष्कर्ष

शकरकंदी की खेती लाभदायक और स्वास्थ्य के अनुकूल विकल्प है। इसे बढ़ाना आसान है और बाजार में इसकी मांग भी अच्छी है। अगर आप उचित मिट्टी, सही समय और सही खेती पद्धतियों का पालन करते हैं, तो आपको एक अच्छी उपज मिल सकती है।

अगर आप भी खेती से जुडी जानकारी जानना चाहते हैं तो हमारी वेबसाइट पर Aapkikheti.com जाएं जहां आपको खेती के हर विषय से जुड़ी जानकारी मिलेगी

 

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