Mustard Farming : सरसो की फसल में जो किट लग जाते है जाने उनकी पहचान और सरल उपाय
Mustard Farming: सरसों या Mustard भारत में सबसे महत्वपूर्ण तिलहन फसलों में से एक है। हालाँकि, सरसों का उत्पादन विभिन्न कीटों से बुरी तरह प्रभावित हो सकता है। ये कीट फसल को विभिन्न विकास चरणों में नुकसान पहुँचाते हैं, जिससे उपज में कमी आती है। इन कीटों की पहचान करना और उन्हें नियंत्रित करने के लिए समय पर उपाय करना स्वस्थ और उत्पादक फसल के लिए आवश्यक है। नीचे सरसों की फसलों को प्रभावित करने वाले प्रमुख कीट और उन्हें प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के सरल उपाय दिए गए हैं।
1. सरसों की माहू (एफिड्स)
पहचान:
ये छोटे, हरे या काले रंग के कीट होते हैं।
ये सरसों के पौधे की पत्तियों, तनों और फूलों से रस चूसते हैं।
प्रभावित हिस्से पीले पड़ जाते हैं, मुड़ जाते हैं और पौधे को कमज़ोर कर देते हैं।
समाधान:
पौधों पर नीम के तेल (5 मिली/लीटर पानी) का छिड़काव करें।
फसल पर तनाव कम करने के लिए उचित सिंचाई बनाए रखें।
एफिड आबादी को नियंत्रित करने के लिए लेडीबर्ड बीटल जैसे प्राकृतिक शिकारियों को प्रोत्साहित करें।
2. सरसो की फली छेदक (सरसों के बीज की फली में छेद करने वाला कीट)
पहचान:
यह कीट फली में छेद करके अंदर के बीजों को खाता है।
प्रभावित फली भूरी और विकृत हो जाती है।
समाधान:
कीटों की आबादी पर नज़र रखने और उन्हें नियंत्रित करने के लिए खेत में फेरोमोन ट्रैप लगाएँ।
कटाई के बाद खेत की गहरी जुताई करने से कीट के लार्वा नष्ट हो सकते हैं।
बुवाई से पहले बीजों को इमिडाक्लोप्रिड जैसे कीटनाशकों से उपचारित करें।
3. पत्ते लपेटन वाला किट (लीफ वेबर)
पहचान:
यह कीट पत्तियों को जाल जैसी संरचना में लपेटता है।
क्षतिग्रस्त पत्तियां सूख जाती हैं, जिससे पौधा कमजोर हो जाता है।
समाधान:
कीट को नियंत्रित करने के लिए कार्बेरिल (0.1%) का छिड़काव करें।
खेत की नियमित निगरानी करें और आगे प्रसार को रोकने के लिए प्रभावित पौधों को हटा दें।
4. सफ़ेद मक्खी (सफ़ेद मक्खी)
पहचान:
ये छोटी सफ़ेद रंग की मक्खियाँ पत्तियों से रस चूसती हैं।
पत्तियों पर चिपचिपा, सफ़ेद पदार्थ बनता है, जिससे फंगल संक्रमण होता है।
समाधान:
इमिडाक्लोप्रिड 17.8% SL जैसे कीटनाशकों का उपयोग करें।
सफ़ेद मक्खियों को आकर्षित करने और नियंत्रित करने के लिए खेत में पीले चिपचिपे जाल लगाएँ।
खेत से खरपतवार हटाएँ ताकि उनके प्रजनन के स्थान खत्म हो जाएँ।
5. चितकबरी पतंगा (पेंटेड बग)
पहचान:
यह कीट सरसों के पौधे की कोमल शाखाओं और बीजों से रस चूसता है।
प्रभावित पौधे सूख जाते हैं और उनकी वृद्धि रुक जाती है।
समाधान:
बुवाई से पहले मिट्टी में मौजूद अंडों और लार्वा को नष्ट करने के लिए गहरी जुताई करें।
रोपण से पहले बीजों को थाइमेथोक्सम जैसे कीटनाशकों से उपचारित करें।
संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए नीम आधारित या जैविक कीटनाशकों का उपयोग करें।
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FAQs : Mustard Farming
1: सरसों की फसल में सबसे आम किट कौन सा है?
सरसों की फसल में सबसे आम किट “सरसो की माहू” (एफिड्स) है, जो पत्ती और फूलो से रस चूसकर पौधे को कमजोर बनाता है।
2: सफेद मखी को कंट्रोल करने का सरल उपाय क्या है?
सफेद मखी के लिए नीम आधारित स्प्रे का उपाय करें और छिलके वाले चिपचिपे जाल लगाकर उनकी संख्या को कम करें।
3: पट्टी लपेटन वाला किट क्या नुक्सान करता है?
यह किट पत्तियों को लपेट कर पौधे की ग्रोथ को रोकता है और पत्तियां मुरझा जाती हैं।
4: चितकबरी पतंगा का इलाज क्या है?
बुवई से पहले गहरी जूताई करके चितकबरी पतंगा के लार्वा को ख़त्म करें और नीम आधारित कीटनाशकों का उपयोग करें।
5: नीम का तेल किस तरह लगाना चाहिए?
नीम का तेल 5 मिली एक लीटर पानी में मिलाकर पौधे पर स्प्रे करें।