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  • Khajur Khane Ke Fayde : जाने खजूर खाने के फायदे क्या क्या हैं

    Khajur Khane Ke Fayde : जाने खजूर खाने के फायदे क्या क्या हैं

    Khajur Khane Ke Fayde : जाने खजूर खाने के फायदे क्या क्या हैं

    खजूर (Dates) एक अत्यंत पोषक फल है, जिसे हम अक्सर सर्दियों में खाना पसंद करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि खजूर जितना फायदेमंद होता है, उतना ही लाभकारी होता है खजूर का बीज भी? अधिकतर लोग खजूर खाकर उसका बीज फेंक देते हैं, लेकिन आयुर्वेद में खजूर के बीज को भी औषधीय गुणों से भरपूर बताया गया है | Khajur Khane Ke Fayde ब्लॉग में हम जानेंगे कि खजूर के बीज के क्या-क्या फायदे होते हैं, इसे किस रूप में सेवन करें, किस समय खाना सही होता है, और क्या सावधानियां रखनी चाहिए।

    Khajur Khane Ke Fayde क्या क्या हैं और कब खाये |

    खजूर के बीज के स्वास्थ्य लाभ 

    1. पाचन में सुधार:
      खजूर के बीजों में उच्च मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है। अगर आप खजूर के बीज को सुखाकर उसका चूर्ण बना लें और रोजाना सुबह गुनगुने पानी के साथ लें, तो कब्ज और अपच जैसी समस्याओं से राहत मिल सकती है।

    2. डायबिटीज में फायदेमंद:
      खजूर के बीज से तैयार पाउडर में इंसुलिन जैसे गुण पाए गए हैं। ये ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। हालांकि डायबिटीज के मरीज इसे डॉक्टर की सलाह से ही सेवन करें।

    3. हृदय के लिए लाभकारी:
      बीज में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स हृदय की धमनियों को स्वस्थ रखते हैं और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा कम होता है।

    4. किडनी स्टोन में राहत:
      पुराने समय में खजूर के बीज को पीसकर उसके काढ़े को गुर्दे की पथरी में लाभकारी माना गया है। यह मूत्र प्रणाली को साफ करता है और पथरी को धीरे-धीरे घोलने में मदद करता है।

    5. त्वचा और बालों के लिए वरदान:
      बीज का पाउडर स्किन टोन को बेहतर करता है और बालों को झड़ने से रोकने में मदद करता है। इसे फेसपैक या हेयर मास्क के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

    खजूर खाने का सही समय 

    Khajur Khane ke fayde -Aapkikheti.com

    1. सुबह खाली पेट
      सुबह खाली पेट 2-3 खजूर खाने से दिनभर शरीर को ऊर्जा मिलती है। ये आयरन और ग्लूकोज से भरपूर होते हैं जो ब्रेन और मसल्स को एक्टिव रखते हैं।

    2. वर्कआउट से पहले या बाद में
      एक्सरसाइज से पहले खजूर खाने से शरीर को इंस्टेंट एनर्जी मिलती है और मसल रिकवरी में भी मदद मिलती है।

    3. रात को सोने से पहले 
      अगर आपको नींद नहीं आती है या तनाव रहता है, तो रात को गुनगुने दूध के साथ खजूर खाना फायदेमंद होता है। यह नींद में सुधार करता है।

    Khajur Ki Kheti 

    खजूर कैसे खाएं और खजूर के बीज का उपयोग कैसे करें ?

    🔹 खजूर खाने के तरीके

    • साधारण रूप में: सीधा खजूर को धोकर खाया जा सकता है।

    • दूध के साथ: 2-3 खजूर को गर्म दूध में डालकर पीने से शरीर की कमजोरी दूर होती है।

    • खजूर की चटनी या मिठाई: खजूर की बर्फी, खजूर रोल, और लड्डू बनाकर खाया जा सकता है।

    🔹 खजूर के बीज का उपयोग

    1. बीज का पाउडर बनाएं:
      बीजों को धोकर सुखा लें। फिर तवे पर हल्का भून लें और मिक्सी में बारीक पीस लें, इसे छानकर एयरटाइट डिब्बे में रखें।

    2. कैसे खाएं:

      • सुबह 1 चम्मच बीज पाउडर गुनगुने पानी के साथ लें।

      • दूध में मिलाकर भी लिया जा सकता है।

      • फेसपैक या हेयर मास्क में मिलाकर स्किन और बालों में इस्तेमाल किया जा सकता है।

    खजूर की सही मात्रा 

    • एक स्वस्थ व्यक्ति रोजाना 2 से 4 खजूर तक खा सकता है।

    • बीज का पाउडर रोजाना ½ से 1 चम्मच तक ही लें।

    • अधिक मात्रा में सेवन करने से शुगर बढ़ सकती है या गैस की समस्या हो सकती है, खासकर गर्मियों में।

    सावधानियां और नुकसान 

    1. गर्मी बढ़ा सकता है: खजूर स्वभाव से गर्म होते हैं, इसलिए गर्मियों में इनकी मात्रा कम रखें।

    2. डायबिटीज के मरीज सावधानी रखें: खजूर में प्राकृतिक शक्कर होती है, इसलिए सीमित मात्रा में खाएं और डॉक्टर से सलाह लें।

    3. अधिक बीज पाउडर नुकसानदायक: बहुत ज्यादा पाउडर लेने से पेट में जलन या अपच हो सकती है।

    4. बच्चों को सीमित मात्रा में दें: 1 से 2 खजूर ही दें और बीज का पाउडर बच्चों को न दें।

    विशेष सुझाव 

    • खजूर का बीज अगर आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों जैसे अश्वगंधा या शतावरी के साथ लिया जाए तो इसका असर और भी बढ़ जाता है।

    • सर्दियों में खजूर और इसके बीज का सेवन शरीर को गर्मी और ताकत देता है।

    • बीज के पाउडर को शहद में मिलाकर स्क्रब के रूप में इस्तेमाल किया जाए तो त्वचा से डेड स्किन हटती है।

    निष्कर्ष 

    खजूर को हम सब पसंद करते हैं लेकिन अब से खजूर का बीज भी आपकी रसोई और औषधि बॉक्स में होना चाहिए। इसके नियमित सेवन से न सिर्फ शरीर को ताकत मिलती है बल्कि पाचन, त्वचा, बाल और किडनी जैसी समस्याओं में भी राहत मिलती है। बस ध्यान रहे कि इसे सही मात्रा में और सही तरीके से उपयोग करें। प्राचीन भारतीय परंपराओं में हर भाग का महत्व होता है – और खजूर के बीज इसका सटीक उदाहरण हैं।

  • PM Kisan 20th Installment : योजना की किस्त नहीं आई खाते में तो पढ़े ब्लॉग

    PM Kisan 20th Installment : योजना की किस्त नहीं आई खाते में तो पढ़े ब्लॉग

    PM Kisan 20th Installment: योजना की किस्त नहीं आई खाते में तो पढ़े ब्लॉग

    सरकार एक किसान और एक आम नागरिक के लिए कई तरह की योजना प्रदान करवाती हैं , जिसकी मदत से गरीब किसान को थोड़ी मदत होती हैं | इनमे से ही PM Kisan Yojna सबसे बड़ी किसानो के लिए सहयोगी हैं जिसमे अभी तक 19 इन्सटॉलमेंट आगयी हैं , पर अब PM Kisan 20th Installment भी आगयी हैं  तो चलिए जानते हैं हमे कैसे मिलेगी ये क़िस्त और क्या क्या बात ध्यान में रखना चाहिए | जानकारी के लिए जरूर पढ़े ये ब्लॉग

    Pm Kisan 20th Installment -Aapkikheti.com

    PM Kisan 20th Installmentजाने कब और कितनी आएगी राशि

    प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना  भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है ,जिसका उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत पात्र किसानों को हर साल ₹6000 की सहायता तीन बराबर किस्तों में दी जाती है। अब तक 19 किस्तें वितरित की जा चुकी हैं, और सभी किसान अब 20वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

    पीएम किसान योजना कब शुरू हुई ?

    PM-KISAN योजना की शुरुआत 1 दिसंबर 2018 से हुई थी। इसके तहत देश के सभी पात्र किसानों को ₹6000 साल में इसकी क़िस्त कुछ इस प्रकार दी जाती हैं

    • ₹2000 अप्रैल से जुलाई के बीच

    • ₹2000 अगस्त से नवंबर के बीच

    • ₹2000 दिसंबर से मार्च के बीच

    इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को कृषि से संबंधित जरूरतों के लिए आर्थिक सहयोग देना है ताकि वे समय पर बीज, खाद, और अन्य संसाधन खरीद सकें।

    PM Kisan 20 Installment Date

    पीएम किसान की 20वीं किस्त की तारीख को लेकर आधिकारिक घोषणा अब कर दी गयी है, इसकी तारीख को 10 जून को निर्धारित कर दिया गया हैं और इस दिन सभी रजिस्टर किसानो को उनकी 2000 की राशि उनके अकाउंट में पहुँच जाएगी | जिसके माध्यम से गरीब किसान इस राशि को उपयोग में ले सकते हैं |

    आप pmkisan.gov.in वेबसाइट पर जाकर “Beneficiary Status” चेक कर सकते हैं जिससे आपको पता चल जाएगा कि आपकी किस्त कब आएगी।

    पीएम किसान की क़िस्त नहीं आयी तो क्या करे

    अगर आपकी किस्त नहीं आ रही है, तो इसके कई कारण हो सकते हैं। निम्नलिखित उपाय अपनाकर आप अपनी समस्या हल कर सकते हैं:

    1. आधार नंबर की गलती

    आधार नंबर गलत होने पर पैसा आपके खाते में नहीं आएगा।
    समाधान: pmkisan.gov.in वेबसाइट पर जाकर “Edit Aadhaar Details” ऑप्शन से सुधार करें।

    2. बैंक खाता गलत है

    बैंक खाता नंबर या IFSC कोड गलत दर्ज होने पर ट्रांजैक्शन फेल हो सकता है।
    समाधान: नजदीकी CSC सेंटर पर जाकर खाता विवरण अपडेट कराएं।

    3. ई-केवाईसी नहीं कराया

    PM-KISAN की किस्त पाने के लिए e-KYC अनिवार्य है।
    समाधान: अपने मोबाइल नंबर के माध्यम से OTP के जरिए या नजदीकी CSC सेंटर पर जाकर ई-केवाईसी करवाएं।

    4. भूमि रिकॉर्ड में गड़बड़ी

    भूमि की जानकारी गलत दर्ज होने पर पात्रता रद्द हो सकती है।
    समाधान: अपनी जमीन के दस्तावेज़ स्थानीय पटवारी से मिलवाकर ठीक कराएं।

    पीएम किसान 20वीं किस्त कैसे चेक करें?

    Pm Kisan 20th Installment -Aapkikheti.com

    पीएम किसान की योजना के पैसे आपके अकाउंट में नहीं आरहे हैं तो आपको ये जानकारी जरूर जाननी चाहिए जिसके माध्यम से आप भी पीएम किसान की आने वाली क़िस्त का फायदा उठा सकते हैं |

    PM Kisan योजना की किस्तों की जानकारी कैसे देखें:

    1. सबसे पहले pmkisan.gov.in वेबसाइट पर जाएं।

    2. वेबसाइट के होमपेज पर ऊपर दिए गए “Menu” में से “Beneficiary Status” विकल्प पर क्लिक करें।

    3. अब आपके सामने एक नया पेज खुलेगा, जहां आपको अपना आधार नंबर, मोबाइल नंबर या PM Kisan पंजीकरण संख्या (Registration Number) दर्ज करनी होगी।

    4. जानकारी भरने के बाद “Get Data” बटन पर क्लिक करें।

    5. इसके बाद आपके सामने अब तक मिली सभी किस्तों की पूरी जानकारी, जैसे किस तारीख को किस्त मिली, बैंक का नाम, और कितनी राशि ट्रांसफर हुई — स्क्रीन पर दिखाई देगी।

    6. आप चाहें तो इसे डाउनलोड भी कर सकते हैं या स्क्रीनशॉट लेकर भविष्य के लिए सेव कर सकते हैं।

    Pm Kisan Yojana Important Document

    पीएम किसान योजना का लाभ उठाने के लिए नीचे दिए गए दस्तावेज जरूरी हैं:

    • PM Kisan योजना में पंजीकरण के लिए आवश्यक दस्तावेज़:

      1. आधार कार्ड – लाभार्थी का वैध आधार कार्ड, जिससे पहचान सत्यापित की जा सके।

      2. बैंक पासबुक – लाभार्थी के नाम से जारी बैंक खाता, जिसमें सहायता राशि भेजी जाएगी। पासबुक की फोटो या स्कैन कॉपी आवश्यक है।

      3. भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र (खसरा-खतौनी) – यह दस्तावेज़ यह साबित करता है कि आवेदक किसान है और उसकी अपने नाम से ज़मीन है।

      4. मोबाइल नंबर – एक वैध और सक्रिय मोबाइल नंबर, जिससे OTP और अन्य अपडेट्स मिल सकें।

      5. ई-केवाईसी की पुष्टि – योजना का लाभ पाने के लिए आधार से जुड़ी ई-केवाईसी (Electronic Know Your Customer) प्रक्रिया का पूरा होना अनिवार्य है।

    Pm Kisan Helpline Number

    अगर आपके पास कोई शिकायत है या जानकारी चाहिए तो आप नीचे दिए गए हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं:

    • PM-KISAN हेल्पलाइन: 155261 / 011-24300606

    • ईमेल: pmkisan-ict@gov.in

    FAQ’S Related to Pm Kisan 20th Installment

    1. पीएम किसान योजना क्या है?
    उत्तर: यह भारत सरकार की एक योजना है, जिसमें पात्र किसानों को हर साल ₹6000 की आर्थिक सहायता तीन किस्तों में दी जाती है – ₹2000-₹2000 करके।

    Q2. पीएम किसान की 20वीं किस्त कब आएगी?
    उत्तर: पीएम किसान की 20वीं किस्त 10 जून को पात्र किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी।

    Q3. अगर किस्त नहीं आई तो क्या करें?
    उत्तर: निम्नलिखित कारण हो सकते हैं:

    • आधार या बैंक खाता में त्रुटि

    • ई-केवाईसी नहीं कराना

    • भूमि रिकॉर्ड में गड़बड़ी
      इन समस्याओं को pmkisan.gov.in वेबसाइट या नजदीकी CSC सेंटर पर जाकर ठीक कराएं।

    Q4. पीएम किसान योजना की स्थिति कैसे जांचें ?
    उत्तर:

    • वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं

    • “Beneficiary Status” पर क्लिक करें

    • आधार नंबर, मोबाइल नंबर या रजिस्ट्रेशन नंबर डालें

    • “Get Data” पर क्लिक करें

    • सभी किस्तों की जानकारी स्क्रीन पर दिखेगी

    Q5. पीएम किसान योजना के लिए जरूरी दस्तावेज क्या हैं ?
    उत्तर:

    • आधार कार्ड

    • बैंक पासबुक

    • भूमि का खसरा-खतौनी

    • सक्रिय मोबाइल नंबर

    • ई-केवाईसी की पुष्टि

    Q6. ई-केवाईसी कैसे करें?
    उत्तर:
    आप OTP आधारित ई-केवाईसी पोर्टल से खुद कर सकते हैं या नजदीकी CSC सेंटर पर जाकर बायोमेट्रिक के माध्यम से करवा सकते हैं।

    Q7. पीएम किसान हेल्पलाइन नंबर क्या है?
    उत्तर:

    • टोल-फ्री हेल्पलाइन: 155261 / 011-24300606

    • ईमेल: pmkisan-ict@gov.in

    निष्कर्ष

    पीएम किसान 20वीं किस्त किसानों के लिए एक और राहत लेकर आएगी, खासतौर से खरीफ की बुआई से पहले। अगर आपने योजना के सभी दस्तावेज सही ढंग से अपडेट किए हैं और ई-केवाईसी पूरी कर ली है, तो आपकी किस्त समय पर आपके खाते में आ जाएगी। अगर कोई दिक्कत हो रही है, तो तुरंत संबंधित विभाग से संपर्क करें या हेल्पलाइन पर सहायता लें।

    किसानों के सशक्तिकरण के लिए यह योजना एक मजबूत आधार बन चुकी है। हर पात्र किसान को इसका लाभ समय पर मिलना चाहिए – और इसके लिए जानकारी रखना सबसे जरूरी कदम है |

  • IIL ने लॉन्च किया ‘Torry Super Herbicide for Maize’ – मक्का की खेती के लिए एक क्रांतिकारी खरपतवार नियंत्रण उत्पाद

    IIL ने लॉन्च किया ‘Torry Super Herbicide for Maize’ – मक्का की खेती के लिए एक क्रांतिकारी खरपतवार नियंत्रण उत्पाद

    IIL ने लॉन्च किया ‘Torry Super Herbicide for Maize’ – मक्का की खेती के लिए एक क्रांतिकारी खरपतवार नियंत्रण उत्पाद

    📍 नई दिल्ली, भारत – मई 2025
    Insecticides India Limited (IIL)
    ने किसानों की एक बड़ी समस्या – खरपतवार (Weeds) – से निपटने के लिए एक नया समाधान लॉन्च किया है: Torry Super Herbicide. यह एक आधुनिक और प्रभावशाली हर्बीसाइड है, जिसे विशेष रूप से भारतीय खेती की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।

    क्या आप भी मक्का की खेती में लगने वाले खरपतवार से परेशान हैं , जिसकी वजह से आपको काफी नुक्सान भी देखने को मिल रहा हैं ,तो आपको हाल ही में लांच हुए Torry Super Herbicide for Maize के बारे में जानना चाहिए | जिसको हाल ही में IIL द्वारा लॉन्च किया गया, यह उत्पाद उन किसानों के लिए फायदेमंद होगा जो अपनी पैदावार बढ़ाकर अधिक लाभ प्राप्त करना चाहते हैं,और खेती से अधिक रूप में मुनाफा कमान चाहते हैं | हमारे इस ब्लॉग की मदत से आप जानेंगे की इस खरपतवारनाशक को कहा लांच किया गया हैं , और इसके क्या फायदे हैं साथ ही में आपको पता चलेगा की इसका प्रयोग करके आप कितने दिनों खरपतवार को खेत से हटा सकते हो चलिए जानते है

    Torry Super Herbicide for Maize का पढ़े ब्लॉग और जाने ज्यादा से ज्यादा जानकारी

    Torry Super Herbicide for Maize मक्का की फसल में उगने वाले खरपतवारों के नियंत्रण के लिए किया जाने वाला एक खरपतवारनाशक है ,जिसकी मदत से किसान अपनी मक्का की फसल को बचा पाएंगे । इसे Insecticides India Ltd. (IIL) ने लॉन्च किया है, जिसमें विशेष SPF (Smart Protection Formula) तकनीक का उपयोग किया गया है। इस खरपतवारनाशक को खासकर मध्यप्रदेश में किसानो के लिए करा गया हैं जो इसकी तकनीक से खरपतवारों पर तेज असर करता है और मक्के की फसल को नुकसान पहुंचाए बिना सुरक्षित रखता है।

    “Torry Super एक नई पीढ़ी का विशेष खरपतवारनाशी (herbicide) है, जो IIL की अनुसंधान एवं विकास (R&D) टीम द्वारा विकसित की गई SPF तकनीक पर आधारित है और कई लाभ प्रदान करता है। हमने देशभर में बड़े स्तर पर इसका प्रदर्शन किया है, जिससे इसके उपयोग के फायदे स्पष्ट रूप से सामने आए हैं। हमें पूरा विश्वास है कि यह उत्पाद भारत में मक्का (maize) किसानों के लिए उनकी लागत का पूरा मूल्य देगा। हम आशा करते हैं कि लॉन्च के पहले वर्ष में ही Torry Super Herbicide for Maize  के लिए प्रमुख खरपतवारनाशी ब्रांड बन जाएगा,”
    -Dushyant Sood, Chief Marketing Officer, Insecticides (India).

    Torry Super के प्रमुख लाभों में शामिल हैं: खरपतवारों का तेज़ नियंत्रण, छिड़काव के 3-5 दिनों के भीतर दिखाई देने वाले प्रभाव, पारंपरिक खरपतवारनाशकों की तुलना में 15 दिनों तक अधिक समय तक असरदार नियंत्रण। इसकी अनूठी SPF तकनीक फसल को हानिकारक प्रभावों से बचाती है और पूरे फसल चक्र में पौधों के स्वास्थ्य को बनाए रखती है। इसके अलावा, इसका उपयोग करना भी बेहद आसान है,”
    –Manoj Singh Bhandari. Crop Manager-Corn,

     

    📢 कंपनी अधिकारियों की प्रतिक्रिया

    IIL के मैनेजिंग डायरेक्टर, श्री राजेश अग्रवाल ने कहा:

    Torry Super Herbicide का लॉन्च हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि हम भारतीय किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले, वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित और सुरक्षित एग्रो-केमिकल्स प्रदान करना चाहते हैं। मक्का जैसे प्रमुख फसलों में खरपतवार नियंत्रण अब और भी आसान होगा।”

     

    Torry Super Herbicides Uses & Benefits

    • Torry Super का उपयोग मुख्य रूप से मक्के की फसल में उगने वाली घास और चौड़ी पत्तियों वाली खरपतवारों को खत्म करने में मदत मिलती हैं ।
    • अगर आप Torry Super Herbicide का छिड़काव करते हैं तो उसके बाद खरपतवार 24 से 48 घंटे में मुरझाने लगते हैं और 6 से 8 दिनों में खरपतवार पूरी तरह से समाप्त हो जाते हैं।
    • IIL के द्वारा लांच किये गए Torry Super Herbicide For Maize का प्रयोग करने से मक्का की फसल की उत्पादकता को बढ़ाने में मदद मिलती हैं, और खेत को साफ-सुथरा बनाए रखता है।
    • अगर आप इसे फसल उगने से पहले या फसल के शुरुआती विकास चरण में छिड़कते हैं तो फिर खरपतवार जड़ से खत्म हो जायेंगे जिस से खेती में अच्छा मुनाफा होगा |
    • IIL के तरफ से लांच किये गए के इस खरपतवारनाशक से खेती में अच्छा मुनाफा होगा क्योंकि इसके प्रयोग के बाद इसका असर 30-45 दिनों तक रहता है, जिससे बार-बार खरपतवार नियंत्रण की ज़रूरत नहीं पड़ती।
    • अगर आप Torry Super herbicide का प्रयोग करते हैं तो खरपतवारों के साथ आने वाले कीट और बीमारियों को भी नियंत्रण कर सकते हैं जिस से मक्का की खेती अच्छी होगी
    • खरपतवारनाशक का प्रयोग आप करके बार-बार निराई-गुड़ाई की जरूरत नहीं पड़ती, जिससे किसान की मेहनत और समय दोनों बचते हैं।

    Torry Super Dose per Litre

    Torry Super Herbicide की 1 लीटर दवा को 200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करना चाहिए। यह मात्रा एक एकड़ खेत के लिए पर्याप्त होती है। जिससे खेत में हो रहे खरपतवार जिसके कारण मक्का की फसल कम होती हैं और किसान को नुक्सान होता हैं , दी गयी जानकारी का प्रयोग जरूर करे और जिस से आप खरपतवार से होने वाले नुक्सान से बच सकते हैं |

    Torry Super Herbicide Price

    IIL द्वारा लांच किया गया ये Torry super herbicide SPF तकनीक से बना हुआ हैं और इसकी कीमत 1100 से लेकर 2000 तक हैं | इसको अगर आप खरीदना चाहते हैं तो यहाँ पर दी गयी लिंक पर जाए और मक्का की खेती में खरपतवार को दूर हटाए और खेती में मुनाफा पाए  |

    📞 अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें:

    कस्टमर सपोर्ट: 1800-123-4567
    वेबसाइट: www.iilindia.com
    ईमेल: support@iilindia.com

    अगर आप खेती जुड़े ब्लॉग पढ़ना चाहते हैं तो आपको हमारी वेबसाइट Aapkikheti.com जरूर विजिट करनी चाहिए ,जहाँ आपको खेती जुडी हर तरह की जानकारी प्राप्त होगी |

  • Aam Pakane Ka Tarika : जानिये कच्चे आम को कैसे पकाए अपने घर पर ही

    Aam Pakane Ka Tarika : जानिये कच्चे आम को कैसे पकाए अपने घर पर ही

    Aam Pakane Ka Tarika : जानिये कच्चे आम को कैसे पकाए अपने घर पर ही

    आम के मौसम की शुरुवात होने ही जा रही हैं , क्योंकि इस समय आम के पेड़ में छोटे छोटे बोर आने लगे हैं | जिसको देखते हुए आम की खेती करने वाले किसान भाई तरह तरह के उपाय अपनाना शुरू कर दिया हैं | पर जब फल बड़े हो जाते तो उनको पकाने के लिए हम अपने घर में अलग अलग तरह के उपाय करते हैं | चलिए जानते हैं इससे जुडी जानकारी हमारे ब्लॉग में जो आपको काफी मदत Aam Pakane Ka Tarika रेगा हमारे यूट्यूब से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे | 

    जानिये Aam Pakane Ka Tarika

    आम की फसल की तुड़ाई मई से शुरुवात होने लगती हैं, जिसमे अलग अलग किस्म की तुड़ाई होने लगती हैं | जैसे दशहरी , लगड़ा , अल्फांसो , नागपुरी आम , देशी आम और आदि किस्म | आम पकाने के लिए क्या करें और जाने इन सभी चीज़ों को प्रयोग करे जिससे आम जल्दी पक भी सकते हैं |

    1.Carbide Se Aam Pakane Ka Tareeka 

    आम को जल्दी पकाने के लिए आप कैल्शियम कार्बाइड का भी इस्तेमाल कर सकते हैं ,लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है| क्योंकि कैल्सियम कार्बाइड से पकाए जाने वाले आम खाने से पेट से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं। अगर बाजार से खरीदे गए आम बहुत जल्दी पक रहे हैं, तो हो सकता है कि उन पर कार्बाइड का इस्तेमाल किया गया हो। तो आप बाजार के आम को खाने कम करे और कच्चे आम को घर लाये

    2. प्याज से आम पकाना

    प्राकृतिक और सुरक्षित तरीका

    आम को आप प्याज की मदत से भी पका सकते हैं , जिसमे एक टोकरी या कंटेनर लें और उसमें कुछ प्याज रखें। फिर आपको अब कच्चे आमों को प्याज के साथ रखें और ढककर रख दें। प्याज से निकलने वाली गैस आम को जल्दी पकने में मदद करती है।कितने दिनों में पकता है? 3-4 दिनों में आम पूरी तरह पक सकते हैं।

    3. कच्चे आम को अखबार में लपेटकर पकाना

    आम को पकाने के लिए आम को एक-एक करके अखबार में लपेट कर रख ले जिसमे आपको सभी लपेटे हुए आमों को एक बर्तन या टोकरी में रख दें। क्योंकि अखबार आमों से निकलने वाली एथिलीन गैस को रोक कर रखता है, जिससे आम जल्दी पकते हैं।
    अब आप ये जान न चाहेंगे की कितने दिनों में पकता है? 4-5 दिनों में आम पक जाते हैं।

    4. चावल में दबाकर आम पकाना

    कच्चे आम को आप चावल की बोरी या डिब्बे में आमों को दबाकर रख सकते हैं क्योंकि क्योंकि चावल में चीज़ों को पकाने की छमता अच्छी होती हैं | चावल के संपर्क में आने से आमों से निकलने वाली एथिलीन गैस नहीं भागती ,और वे जल्दी पकते हैं।
    कितने दिनों में पकता है? 2-3 दिनों में आम पक सकते हैं।

    5. सूती कपड़े में लपेटकर आम पकाना

    इसके अलावा आप कच्चे आम को एक सूती कपड़े में लपेटकर भी पका सकते हैं। क्योंकि कपडा हवा को निकलने नहीं देता हैं | और इसे कमरे के सामान्य तापमान पर छोड़ दें , जिस से आम को जल्दी पकने में मदत मिलती हैं और फिर आप इसको आसानी से खा भी सकते हैं | कपडे में नमी बनाए रखना बडा अहम भी होता है, जिससे आम जल्दी पकते हैं। आम कितने दिनों में पकता है? 5-6 दिनों में आम पक सकते हैं।

    6. केले या सेब के साथ रखकर आम पकाना

    अगर आप कच्चे आम को पकाना चाहते हैं तो केले या सेब के साथ एक कागज़ या थैले में रखकर पका सकते हैं। क्योंकि केले और सेब से एथिलीन गैस निकलती है, जो आम को तेजी से पकाने में मदद करती है,पर आम कितने दिनों में पक जाता हैं 2-3 दिनों में आम पक सकते हैं।

    Aam Ki Dekhbhal Kaise Karen

    आम के पेड़ की देखभाल की बात करे तो आपको आम के पेड़ों को नियमित रूप से पानी प्रदान करते रहना हैं , जिसकी वजह से आम के पेड़ जल्दी बड़े होंगे और आप आम को खाने में कम दिन भी लगेंगे | आम के पेड़ों में बानी क्यारियों को खाद से और पानी से अच्छी तरह से भरे और रूखे सूखे पत्ते को हटा दे जिस से और पत्तों पर प्रभाव न पड़े | वही पानी के लिए बनाई गयी नाली को साफ़ करते रहे ,क्योंकि सूखे पत्तों के गिरने से पानी अच्छी तरह से सभी पेड़ों में नहीं पहुँच पता हैं जिससे पेड़ सूखने लगते हैं | Aam Ki Kheti 

    आम पेड़ पर लगने लगे हैं और कई शहरों में इनकी पहली फसल भी आगयी हैं पर अगर आपके शहर में अभी आम बढ़ रहे हैं तो आपको ये ध्यान जरूर देना हैं की पौध में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए और अगर आपके यहाँ पर बरसात आने लगी हैं तो आपको पानी की आवश्यकता नहीं पड़ेगी | पर ध्यान दे पेड़ में दवाई डालते रहे और ये देखते रहे की अगर कोई पत्ता सूख रहा हैं तो उसे हटा दे

    5 FAQs Aam Pakane Ka Tarika

    1. क्या कैल्शियम कार्बाइड से आम पकाना सुरक्षित है?
      नहीं, कैल्शियम कार्बाइड से आम पकाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इससे पेट की समस्याएं और अन्य बीमारियां हो सकती हैं, इसलिए प्राकृतिक तरीकों का उपयोग करना बेहतर है।

    2. घर पर आम जल्दी पकाने का सबसे सुरक्षित तरीका कौन सा है?
      प्याज, चावल, अखबार, सूती कपड़ा, या केले और सेब के साथ रखने जैसे प्राकृतिक तरीके सबसे सुरक्षित और प्रभावी माने जाते हैं।

    3. कौन सा तरीका आम को सबसे जल्दी पकाता है?
      चावल में दबाकर रखने और केले या सेब के साथ रखने से आम सबसे तेजी से, यानी 2-3 दिनों में पक सकते हैं।

    4. क्या सभी प्रकार के आम समान गति से पकते हैं?
      नहीं, अलग-अलग किस्मों के आम पकने की गति अलग होती है। दशहरी, अल्फांसो, लगड़ा आदि में पकने का समय थोड़ा अलग हो सकता है।

    5. आम को पकाने के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

      • आमों को नियमित रूप से जांचें ताकि वे अधिक न पकें।
      • प्राकृतिक तरीकों को प्राथमिकता दें।
      • पकने की प्रक्रिया के दौरान आमों को सही तापमान और नमी में रखें।

    ये गेम खेलकर किसान कमा रहे हैं लाखो मैं जानिये आप भी 

  • BPL Card Ke Fayde: जाने कार्ड से जुडी महत्वपूर्ण जानकारी

    BPL Card Ke Fayde: जाने कार्ड से जुडी महत्वपूर्ण जानकारी

    BPL Card Ke Fayde: जाने कार्ड से जुडी महत्वपूर्ण जानकारी

    क्या आप गरीबी रखा के अंतर्गत आते हैं और चाहते हैं की आपको सरकार की तरफ से मिल रहे राशन की योजनाओं का फायदा मिले और जिसकी मदत से आप बाजार में मिल रहे महंगे उत्पातो से बच सके तो अभी पढ़े हमारा BPL Card Ke Fayde ब्लॉग जो आपको कई फायदे दे सकता हैं | इसके अलावा अगर आप हमसे यूट्यूब पर जुड़ना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करे |

    बीपीएल कार्ड क्या होता है?

    बीपीएल कार्ड का पूरा नाम है Below Poverty Line Card। यह एक सरकारी दस्तावेज़ होता है जो उन परिवारों को दिया जाता है जो गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे होते हैं। यह कार्ड भारत सरकार द्वारा राज्य सरकारों के माध्यम से जारी किया जाता है।

    गरीबी रेखा से नीचे (BPL) परिवार वे होते हैं जिनकी आय एक निर्धारित सीमा से कम होती है, और जो बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करने में असमर्थ होते हैं। हर राज्य की अपनी आय सीमा होती है, जिसके आधार पर यह तय किया जाता है कि कौन बीपीएल की श्रेणी में आता है।

    जरूर जाने इस जानकारी को

    बीपीएल कार्ड किन्हें दिया जाता है?

    BPl Card ke fayde-aapkikheti.com

    बीपीएल कार्ड किस लोगो को दिया जाता और क्या में BPL कार्ड के लिए उपयुक्त हूँ .

    1. जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय निर्धारित सीमा से कम हो (राज्य के अनुसार अलग-अलग होती है)।

    2. जिनके पास पक्का मकान न हो या झोपड़ी में रहते हों।

    3. जिनके पास 2 हेक्टेयर से कम कृषि भूमि हो या कोई ज़मीन न हो।

    4. जिनका कोई स्थायी रोजगार न हो या दिहाड़ी मज़दूरी पर निर्भर हों।

    5. अनुसूचित जाति/जनजाति, विकलांग, विधवा या वृद्ध महिला प्रमुखता से पात्र मानी जाती हैं।

    Click Here For Registration

    BPL Card Ke Fayde

    बीपीएल कार्ड धारकों को कई प्रकार की सरकारी योजनाओं और सब्सिडी का लाभ मिलता है। निचे दिए पॉइंट्स में ध्यान दे और दिए गए पॉइंट्स को ध्यान से पढ़े .

    1. राशन पर सब्सिडी

    • सस्ती दरों पर गेहूं, चावल, चीनी, मिट्टी का तेल आदि सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत उपलब्ध कराया जाता है।

    2. प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY)

    • पक्का घर बनाने के लिए अनुदान दिया जाता है।

    3. उज्ज्वला योजना

    • मुफ्त या सब्सिडी वाला एलपीजी गैस कनेक्शन मिलता है।

    4. स्वास्थ्य सेवाएं (आयुष्मान भारत योजना)

    • 5 लाख तक की मुफ्त इलाज की सुविधा (स्वास्थ्य बीमा) मिलती है।

    5. शिक्षा लाभ

    • बच्चों को वजीफा (स्कॉलरशिप), मुफ्त किताबें, ड्रेस, मिड डे मील जैसी सुविधाएं दी जाती हैं।

    6. मनरेगा योजना में प्राथमिकता

    • 100 दिनों तक रोजगार की गारंटी के अंतर्गत पहले बीपीएल परिवारों को काम दिया जाता है।

    7. बिजली सब्सिडी

    • कुछ राज्यों में बीपीएल कार्ड धारकों को सस्ती दर पर बिजली मिलती है।

    8. स्वच्छ भारत मिशन

    • शौचालय निर्माण के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है।

    9. विधवा / वृद्ध / विकलांग पेंशन

    • सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं का लाभ आसान होता है।

    10. बैंकिंग सुविधाएं

    • जन धन योजना के अंतर्गत मुफ्त खाता खोलना, बीमा लाभ आदि।

    11. सरकारी स्कूल/कॉलेजों में आरक्षण

    • शिक्षा संस्थानों में सीटों का आरक्षण व फीस में छूट।

    12. कर्ज व लोन पर रियायत

    • स्वरोजगार योजनाओं के तहत बिना ब्याज या कम ब्याज पर लोन मिल सकता है।

    13. फ्री सैनिटरी पैड / महिला योजनाएं

    • महिला स्वास्थ्य व कल्याण योजनाओं में प्राथमिकता दी जाती है।

    14. आपदा राहत

    • बाढ़, सूखा, आदि में मिलने वाली राहत राशि में प्राथमिकता।

    15. किसान योजनाएं

    • बीज, खाद, और कृषि उपकरणों में सब्सिडी।

  • Mungfali ki kheti: एक ऐसी तिलहन फसल जो मुनाफे के साथ मिटटी की गुणवत्ता सही करती हैं

    Mungfali ki kheti: एक ऐसी तिलहन फसल जो मुनाफे के साथ मिटटी की गुणवत्ता सही करती हैं

    Mungfali ki kheti: एक ऐसी तिलहन फसल जो मुनाफे के साथ मिटटी की गुणवत्ता सही करती हैं

    आज आप जानेंगे ऐसे तिलहन के बारे में जिसकी खेती से किसानों को अच्छे दाम भी मिलते हैं और उसकी खेती खेत की उपजाउ छमता को बढ़ाने में महतावपूर्ण भूमिका प्रदान करता हैं तो जानते हैं हमारे ब्लॉग से है Mungfali ki kheti जो आपको हर जानकारी देगा जो कि खेती में जरूरी है

    Mungfali ki kheti से जुड़ी हर बात जाने यहां

    मूंगफली के बारे में

    मुंगफली जिसे ग्राउंडनट भी कहते हैं एक प्रमुख तिलहन फसल हैं जो अपने अलग-अलग प्रयोग के लिए जानी जाती हैं इसमें विटामिन और प्रोटीन पाए जाते हैं और ये किसानो की आय को बढ़ाने का अच्छा स्रोत हैं क्योंकि ये टेल में, स्नैक्स में, बेकरी प्रोडक्ट में भी इस्तेमाल होता है

    Mungfali Ki Kheti Ke Liye Mitti

    मुंगफली के लिए हल्की दोमत मिट्टी अच्छी होती है क्योंकि अगर मिट्टी अलग होती है तो ड्रेनेज सिस्टम अच्छा नहीं होगा जिस से फसल खराब होने के उतने मौके रहेंगे | ज़मीन में उगने की वजह से Mungfali ki kheti में ये जानना बहुत जरूरी हैइसकी उपज को ध्यान में रखते हुए मिट्टी का पी.एच लेवल 6 से 7 के बीच में होना चाहिए जिस से ये अच्छी तरह से उपज दे सके

    Mungfali Ki Kheti Sabse Jyada Kahan Hoti Hain

    मूंगफली की खेती की बात करे तो इसकी खेती गुजरात में सबसे अधिक मात्रा में गुजरात 42 % का योग्यदान देता इसके अलावा अन्य राज्य जैसे महाराष्ट्र , उत्तरप्रदेश ,आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में मूंगफली सबसे ज्यादा होती हैं, क्योंकि ये जगह इसकी खेती के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती हैं | मूंगफली की खेती भारत के कुछ इलाकों में शुरू हो चुकी हैं जिस से वो बरसात से पहले तैयार हो जाए और उसे सुखाने में कोई परेशानी न सामने आये

    मूंगफली की खेती का समय

    खेती की बात करे तो जून और जुलाई के महीने में मूंगफली की बुवाई करने सबसे अच्छा माना जाता हैं | इसके अलावा कुछ इलाकों में गर्मी में मूंगफली की खेती भी की जा सकती हैं | वही अगर बरसात आने तक इसकी बुवाई करते हैं ,तो इलाकों में ज्यादा बारिश की वजह से मूंगफली ख़राब भी हो सकती हैं |

    Mungfali Ki Kheti Kaise Karen

    • मूंगफली की खेती के लिए सबसे अच्छी रेतीली-दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है , जिसकी उपजाऊ छमता मूंगफली की खेती को और बढाती हैं
    •  सबसे पहले अगर आप इसकी खेती कर रहे हैं तो मिट्टी को अच्छी तरह से गहराइ में जोत ले ,और ध्यान रहे मिट्टी के बड़े टुकड़े नहीं बचना चाहिए
    • मूंगफली को बो रहे हैं तो याद रखे की बुवाई के समय खेत में या तो हलकी नमी होनी चाहिए या फिर खेत में मूंगफली को बोते समय सूखा रखे |
    • मूंगफली को बोते समय हमेशा कतार में ही बोये बीज बोने की गहराई 5 से 6 सेंटीमीटर की चहिये और कतार से कतार की दूरी 30 सेंटीमीटर की होनी चाहिए , जिसकी वजह से पौधे अच्छे तरह से उग सके
    • बीज को या तो हाथों से और खुरपी की मदत से बोए जो की एक पुराना तरीका भी हैं , या फिर आप सीडड्रिल की मदत से भी इसकी बुवाई कर सकते है
    • बीज बोने के बाद मूंगफली के पौधे 6 से 7 दिन तक उगने लगता हैं ,और बात करे इसकी खेती के पूरी होने की तो 3 महीने तक इसकी फसल पूरी हो जाते हैं |

    मूंगफली को कैसे निकालें

    मूंगफली की फसल 120-130 दिनों में पूरा ही जाता है जब उसके पत्ते पीले पढ़ने लगे तो उन्हें तोड ले फिर उसके बाद उन्हें कुछ दिनों के लिए धूप मे रखे पर जिमदारी के साथ क्योंकि इस समय में बारिश भी आती है तो ये याद में जरूर रखे और अगर एक बार झड़ जाती है तो उन्हें धूप मे डाल दे जिस से वो अच्छी तरह से पक जाएगी और उनकी सब मिट्टी साफ हो जाएगी फिर आप उसको बाजार में बेच सकते हैं

    मूंगफली कितने दिन में पक्का तैयार होती है?

    अगर आप मूंगफली की खेती कर रहे हैं तो माना जाता है कि अच्छी मूंगफली 100 से 130 दिन में पक जाती है , और एक हेक्टेयर में 25 से 30 क्विंटल मूंगफली का पैदावार हो रही है |

    मूंगफली के फायदे

    मूंगफली बहुत ही पौष्टिक होती है और इसमें प्रोटीन, विटामिन बी, विटामिन ई, और खनिज जैसे मैग्नीशियम और फास्फोरस होती है। ये ह्रदय के लिए अच्छी होती है और कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करती है। मूंगफली में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं जो कैंसर से लड़ने में सहायक होते हैं। इसका नाश्ते में इस्तेमल करने से वजन कम करने में भी मदद मिलती है, क्योंकि इसमें फाइबर का अच्छा मात्रा होता है।

    हमारे द्वारा बताई गइ जानकारी आपको इसकी खेती में जरूर मदद करेगी अगर आप खेती से जुड़ी और भी जानकारी जानना चाहते हैं तो हमारी वेबसाइट Aapkikheti.com पर जरूर जाएं जहां आपको खेती से जुड़ी हर जानकारी मिलेगी और अगर इंस्टाग्राम से भी जुड़ना चाहते हैं तो यहां पर क्लिक करें

    FAQ’s Related to Mungfali ki kheti

    किसानों के लिए मूंगफली  की खेती के मुख्य लाभ क्या हैं?

    मूंगफली की खेती किसानों के लिए फायदेमंद है क्योंकि इससे न केवल बाजार में लाभकारी मूल्य मिलता है बल्कि मिट्टी की गुणवत्ता भी बढ़ती है। मूंगफली में विटामिन और प्रोटीन जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं, जो उन्हें खाद्य और तेल उत्पादन दोनों के लिए मूल्यवान बनाते हैं। इसके अतिरिक्त, मूंगफली उगाने से नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ने से मिट्टी की उर्वरता में सुधार होता है।

    मूंगफली की खेती के लिए किस प्रकार की मिट्टी सबसे अच्छी है?

    मूंगफली की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली हल्की दोमट मिट्टी आदर्श है। चूंकि मूंगफली जमीन के नीचे उगती है, इसलिए जलभराव को रोकने के लिए अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी का होना आवश्यक है, जो फसल को नुकसान पहुंचा सकती है। इष्टतम विकास सुनिश्चित करने के लिए मिट्टी का पीएच स्तर 6 से 7 के बीच होना चाहिए।

    भारत में मूंगफली की खेती सबसे अधिक किस क्षेत्र में प्रचलित है?

    मूंगफली की खेती राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश जैसे क्षेत्रों में अत्यधिक प्रचलित है। ये राज्य उपयुक्त जलवायु और मिट्टी की स्थिति प्रदान करते हैं, जो उन्हें मूंगफली की खेती के लिए आदर्श बनाते हैं।

    मूंगफली के लिए आदर्श रोपण और अंतराल विधि क्या है?

    मूंगफली के बीज बोने का सबसे अच्छा समय जून से जुलाई तक है। मिट्टी को गहराई से जोतना चाहिए, यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई बड़ा ढेर न बचे, और बीजों को 5-6 सेमी की गहराई पर बोना चाहिए, बीजों के बीच लगभग 20-25 सेमी की दूरी होनी चाहिए। स्वस्थ विकास के लिए नियमित सिंचाई भी आवश्यक है।

    मूंगफली की कटाई कैसे और कब करनी चाहिए?

    मूंगफली 120-130 दिनों के भीतर कटाई के लिए तैयार हो जाती है। जब पौधे की पत्तियाँ पीली पड़ने लगें, तो उन्हें उखाड़कर कुछ दिनों के लिए धूप में सूखने के लिए छोड़ देना चाहिए। इस दौरान बारिश से बचने का ध्यान रखना चाहिए। एक बार जब मूंगफली सूख जाती है और मिट्टी साफ हो जाती है, तो वे बिक्री के लिए तैयार हो जाती हैं।

  • Aam Panna Benefits : गर्मियों में लू से बचने का आसान तरीका पढ़े ब्लॉग 

    Aam Panna Benefits : गर्मियों में लू से बचने का आसान तरीका पढ़े ब्लॉग 

    Aam Panna Benefits : गर्मियों में लू से बचने का आसान तरीका पढ़े ब्लॉग

    भारत देश अपनी आयुर्वेदिक और कई तरह की ऐसी औषधियों के बारे में जानता हैं जिस से हमे काफी तरह के फायदे होते हैं और इनकी मदत से बीमारियों से बचने का मौका मिलता हैं | अगर आप के घर में आम का पना भी बनता हैं , तो आप कई तरह की बीमारियों से बच सकते हैं | जानना चाहते हैं Aam Panna Benefits जो आपको कई तरह के फायदे दे सकता हैं तो चलिए जानते हैं और अगर आप हमसे यूट्यूब से जुड़ना चाहता है तो अभी यहाँ Click करे

    चलिए पढ़ते हैं और जानते हैं आम का पन्ना के फायदे

    आम का प्रयोग हम कई तरीके से करते हैं जैसे कच्ची कैरी का अचार डालने के लिए और आम के पन्ना के लिए और जब आम पक जाते हैं तो उसे खाने में भी ले लेते हैं | चलिए जानते हैं अगर हम आम का पन्ना को पीते हैं तो क्या फायदे रहते हैं

    1. गर्मी से राहत देता है

    आम पन्ना गर्मियों में शरीर को ठंडक पहुंचाने वाला एक प्राकृतिक पेय है। यह लू से बचाव करता है और शरीर का तापमान संतुलित रखता है। जब बाहर तेज धूप और गर्म हवा चलती है, तब आम पन्ना पीने से शरीर को ठंडक मिलती है और थकान कम होती है। इसमें काला नमक और पुदीना जैसे तत्व होते हैं जो शरीर को ताजगी देते हैं और हीट स्ट्रोक से बचाते हैं। इसी वजह से  Aam Panna Benefits जिसको आप जरूर जानना चाहिए

    2. पेट के लिए फायदेमंद

    आम पन्ना पेट की समस्याओं जैसे गैस, अपच, और एसिडिटी को दूर करने में सहायक है। कच्चे आम में साइट्रिक एसिड होता है जो पाचन क्रिया को सुधारता है और आंतों की सफाई करता है। रोज़ एक गिलास आम पन्ना पीने से भूख बढ़ती है और पेट हल्का महसूस होता है। यह एक प्राकृतिक डाइजेस्टिव ड्रिंक की तरह काम करता है और पेट से जुड़ी बीमारियों से बचाव करता है।

    3. इम्यूनिटी को बढ़ाता है

    आम पन्ना में विटामिन C प्रचुर मात्रा में होता है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है। यह सर्दी-जुकाम, वायरल बुखार और अन्य मौसमी बीमारियों से बचाता है। रोज़ सुबह एक गिलास आम पन्ना पीने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट तत्व शरीर को विषैले तत्वों से मुक्त करते हैं और कोशिकाओं की सुरक्षा करते हैं।

    आम पकाने के तरीके जानना चाहते हो तो Click Here

    4. एनर्जी लेवल को बढ़ाता है

    गर्मियों में अक्सर थकान और कमजोरी महसूस होती है, ऐसे में आम पन्ना शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है। इसमें प्राकृतिक शर्करा और ग्लूकोज होता है जो शरीर को ऊर्जा देता है। किसी शारीरिक मेहनत के बाद या धूप से लौटते समय अगर आम पन्ना पिया जाए तो थकान तुरंत दूर होती है और शरीर तरोताजा हो जाता है। यह गर्मियों का परफेक्ट एनर्जी ड्रिंक है।

    5. शरीर को हाइड्रेट रखता है

    गर्मियों में पसीने के कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है। आम पन्ना में नमक, जीरा और शक्कर होती है जो इसे एक नेचुरल इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक बनाती है। यह शरीर में पानी की कमी को दूर करता है और आपको हाइड्रेटेड रखता है। रोज़ाना एक-दो गिलास आम पन्ना पीने से शरीर में पानी की पूर्ति होती है और थकान या चक्कर जैसी समस्याएं दूर रहती हैं।

    6. लिवर को स्वस्थ रखता है

    आम पन्ना लिवर के लिए एक प्राकृतिक टॉनिक की तरह काम करता है। यह लिवर को साफ करता है और उसके कार्यों को बेहतर बनाता है। कच्चा आम लिवर की सफाई करता है जिससे शरीर में विषैले तत्व कम होते हैं। यह फैटी लिवर जैसी समस्याओं से भी बचाव करता है। यदि नियमित रूप से आम पन्ना पिया जाए तो लिवर लंबे समय तक स्वस्थ बना रहता है।

    7. आयरन का अच्छा स्रोत

    आम पन्ना में आयरन पाया जाता है जो खून की कमी (एनीमिया) को दूर करता है। यह खासतौर पर महिलाओं के लिए लाभकारी है। यह शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करता है जिससे थकान और कमजोरी दूर होती है। जिन लोगों को अक्सर चक्कर आते हैं या शरीर में कमजोरी महसूस होती है, उनके लिए आम पन्ना बहुत फायदेमंद है। यह स्वादिष्ट होने के साथ-साथ स्वास्थ्यवर्धक भी है।

    8. त्वचा और बालों के लिए लाभदायक

    आम पन्ना में विटामिन A, C और E होते हैं जो त्वचा को निखारते हैं और बालों को मजबूत बनाते हैं। इसके एंटीऑक्सीडेंट तत्व उम्र बढ़ने के लक्षणों को कम करते हैं। रोज़ आम पन्ना पीने से त्वचा में प्राकृतिक चमक आती है और बाल स्वस्थ रहते हैं। यह शरीर के अंदर से विषैले तत्वों को बाहर निकालता है जिससे त्वचा और बालों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

  • Akshaya Tritiya 2025 : करे ये काम बनी रहेगी माँ लक्ष्मी की कृपा

    Akshaya Tritiya 2025 : करे ये काम बनी रहेगी माँ लक्ष्मी की कृपा

    क्या आपके घर में भी धन की कमी काफी अधिक मात्रा में हो रही हैं पर आपको ना ही आप उस से निकल पा रहे हैं और ना ही तकलीफ से निकलने का रास्ता पता लग रहा हैं इसलिए अभी पढ़े हमारा Akshaya Tritiya 2025 ब्लॉग जो आपको काफी मदत करेगा जिसकी मदत से आपकी हर परेशानियां दूर हो जायेगी और तरक्की के द्वार खुल जायेगे | जिसमे हम आपको बताएंगे आप किस चीज़ की मदत से अपनी गयी हुई लक्ष्मी को वापिस ला सकते हैं | इसकी वीडियो देखने के लिए यहाँ Click करे |

    अक्षय तृतीया 2025 में क्या खरीदना चाहिए? जाने क्या हैं मुख्य चीज़ें

    अक्षय तृतीया क्यों मनाते हैं

    अक्षय तृतीया मनाने के पीछे की कहानी दो चीज़ों से जोड़ती हैं और इस दिन परुशराम जयंती भी मनाई जाती हैं इसके अलावा इस दिन माँ लक्ष्मी की पूजा का भी बहुत महत्त्व होता हैं | कहा जाता हैं भगवान विष्णु के छटवे अवतार परुशराम का जन्म अक्षय तृतीया के दिन ही हुआ था इस वजह से इस दिन को परुशराम जयंती के नाम से भी मनाया जाता हैं

    Akshaya Tritiya 2025 Date and Time

    इस वर्ष अक्षय तृतीया का त्यौहार 29 अप्रैल को शाम 5:31 PM को शुरू होकर 30 अप्रैल को 2:12 PM पर ख़त्म होगी जिसमे आप सभी शुभ कार्यों को कर सकते हैं |

     

    क्या अक्षय तृतीया गृह प्रवेश के लिए शुभ मानी जाती हैं ?

    जी हाँ अगर आप अक्षय तृतीया के दिन ग्रह प्रवेश या फिर किसी नई गाडी को खरीदते हैं तो आपको तो इस दिन काफी शुभ माना जाता हैं | अक्षय तृतीया के दिन माँ लक्ष्मी की कृपा रहती हैं और कोई भी चीज़ जो आप इस दिन खरीदते हैं तो उसकी बरक्कत होना तय हैं |

    अक्षय तृतीया में क्या खरीदना चाहिए

    अक्षय तृतीया के दिन आपको इन चीज़ों को जरूर खरीदना चाहिए जिनसे आपके घर में कभी भी पैसों की कमी नहीं होगी |

    1. मिट्टी के बर्तन : अक्षय तृतीया के दिन मिट्टी के बर्तन खरीदना काफी शुभ माना जाता हैं और इससे धन की वृद्धि होती हैं और अगर आप इन बर्तन को खरीदकर माँ लक्ष्मी के पास रखते हैं तो माता का अशिर्वाद भी आपको प्राप्त होता हैं |
    2. पीली सरसों और जौ को जरूर खरीदे :अक्षय तृतीया के दिन आपको बाजार से पीली सरसों और जौ को जरूर खरीदना चाहिए ,इसको खरीदने से देवी लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती हैं और आपके यहां धन की कभी कमी नहीं होती हैं |
    3. रुई को जरूर खरीदे : रुई लक्ष्मी जी को काफी प्रिये हैं जिस वजह से अक्षय तृतीया के दिन अगर बाजार से लाकर रुई चढ़ाते हैं या फिर रुई से दीपक बनाते हैं तो माँ आप पर जरूर प्र्शन्न होगी
    4. कौड़ी को भी खरीदे : इस दिन कौड़ी को बाजार से जरूर खरीदे क्योंकि कौड़ी को माता लक्ष्मी का प्रारूप माना जाता हैं | इस वजह से जब आप कौड़ी को खरीद कर लाये तो उन्हें माँ लक्ष्मी के चरणो में रख दें जिस से सदा लक्ष्मी आप पर प्रसन्न रहेगी , और आपके घ रमें कभी भी धन की कमी नहीं रहेगी
    5. सेंधा नमक का उपयोग : अक्षय तृतीया के दिन बाजार से सेंधा नमक खरीदना काफी शुभ माना जाता हैं क्योंकि सेंधा नमक को इस दिन खरीदने से धन की कमी नहीं होगी | पर ध्यान दे की सेंधा नमक के सेवन से बचे जो आपके लिए इस दिन करना हानिकारक हो सकता हैं |

    अक्षय तृतीया क्यों मनाई जाती है

    अक्षय तृतीया, जिसे आखा तीज भी कहा जाता है, हिंदू धर्म और जैन धर्म में एक अत्यंत शुभ दिन माना जाता है। यह तृतीया तिथि वैशाख मास के शुक्ल पक्ष में आती है और माना जाता है कि इस दिन किए गए शुभ कार्यों का अक्षय (अविनाशी) फल मिलता है। इस दिन कोई भी शुभ कार्य बिना मुहूर्त के किया जा सकता है।

    अक्षय तृतीया मनाने के पीछे के प्रमुख कारण:

    1. धर्मग्रंथों के अनुसार शुभ शुरुआत का दिन:
    अक्षय तृतीया के दिन से जुड़ी कई पौराणिक मान्यताएं हैं। मान्यता है कि इसी दिन सत्ययुग और त्रेतायुग की शुरुआत हुई थी। इसलिए इसे युगों की शुरुआत का भी प्रतीक माना जाता है।

    2. परशुराम जयंती:
    इस दिन भगवान परशुराम जी का जन्म हुआ था, जो भगवान विष्णु के छठे अवतार माने जाते हैं। इसलिए कई स्थानों पर इस दिन को परशुराम जयंती के रूप में भी मनाया जाता है।

    3. पांडवों को अक्षय पात्र की प्राप्ति:
    महाभारत के अनुसार, इस दिन भगवान सूर्य ने पांडवों को अक्षय पात्र दिया था, जिससे वे कभी भूखे नहीं रहते थे। यह पात्र भोजन का असीम स्रोत बन गया था।

    4. गंगा अवतरण की मान्यता:
    कहा जाता है कि इसी दिन मां गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था। इसलिए गंगा स्नान करना इस दिन बेहद पुण्यदायी माना जाता है।

    5. दान और पूजा का महत्व:
    इस दिन दान-पुण्य, व्रत और पूजा करने से कई गुणा अधिक फल प्राप्त होता है। लोग इस दिन सोना, चांदी, अनाज और वस्त्र आदि का दान करते हैं।

    6. नए कार्यों की शुरुआत:
    अक्षय तृतीया को ‘अबूझ मुहूर्त’ माना जाता है, यानी इस दिन बिना पंचांग देखे विवाह, गृह प्रवेश, व्यापार की शुरुआत, गहने खरीदना आदि जैसे शुभ कार्य किए जा सकते हैं।

    FAQ’S Akshaya Tritiya 2025

     1. अक्षय तृतीया 2025 कब है और इसका शुभ मुहूर्त क्या है?

    उत्तर:
    अक्षय तृतीया 2025 में यह पर्व 29 अप्रैल को शाम 5:31 बजे शुरू होकर 30 अप्रैल को दोपहर 2:12 बजे समाप्त होगा। इस दौरान आप कोई भी शुभ कार्य, खरीदारी या पूजा कर सकते हैं क्योंकि यह अबूझ मुहूर्त माना जाता है।

     2. अक्षय तृतीया का धार्मिक महत्व क्या है और यह क्यों मनाई जाती है?

    उत्तर:
    अक्षय तृतीया को हिंदू धर्म और जैन धर्म में अत्यंत शुभ तिथि माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम जी का जन्म, गंगा का अवतरण, और पांडवों को अक्षय पात्र की प्राप्ति जैसे दिव्य घटनाएं हुई थीं। इस दिन किये गए कार्यों का अविनाशी फल प्राप्त होता है।

     3. अक्षय तृतीया के दिन क्या खरीदना शुभ होता है?

    उत्तर:
    इस दिन निम्नलिखित चीजें खरीदना बहुत शुभ माना जाता है:

    • मिट्टी के बर्तन – धन वृद्धि के लिए

    • पीली सरसों और जौ – लक्ष्मी कृपा के लिए

    • रुई – लक्ष्मी पूजन के लिए

    • कौड़ी – लक्ष्मी जी का प्रतीक

    • सेंधा नमक – आर्थिक समृद्धि के लिए (परंतु सेवन न करें)

     4. क्या अक्षय तृतीया के दिन गृह प्रवेश या नई गाड़ी खरीदना शुभ होता है?

    उत्तर:
    हाँ, अक्षय तृतीया को अबूझ मुहूर्त कहा जाता है, इसलिए इस दिन गृह प्रवेश, नई गाड़ी, सोना-चांदी, संपत्ति या व्यवसाय की शुरुआत करना अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है।

    5. माँ लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए अक्षय तृतीया पर कौन से उपाय करें?

    उत्तर:

    • सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और मां लक्ष्मी का ध्यान करें।

    • रुई से दीपक बनाकर माँ लक्ष्मी को अर्पित करें

    • कौड़ी को मां लक्ष्मी के चरणों में रखें

    • जरूरतमंदों को दान करें – जल से भरे घड़े, वस्त्र, अनाज आदि।
      इन उपायों से माँ लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है और धन-समृद्धि बनी रहती है।

  • Lauki Ka Juice Peene Ke Fayde : शुरू करे इसके जूस को पीना और रहे स्वस्थ

    Lauki Ka Juice Peene Ke Fayde : शुरू करे इसके जूस को पीना और रहे स्वस्थ

    Lauki Ka Juice Peene Ke Fayde : शुरू करे इसके जूस को पीना और रहे स्वस्थ

    गर्मियों के आते आते कई तरह की बीमारी और शारीरिक तकलीफें होने लगती हैं ,जिसकी वजह से डॉक्टर हमे कई तरह के जूस को पीने की सलाह देते हैं | इसलिए आज हम आपको Lauki Ka Juice Peene Ke Fayde के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको और आपके शरीर को स्वास्थ रखने में मदत करेंगे | इसके अलाव अगर आप हमसे यूट्यूब पर जुड़ना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करे |

    Lauki Ka Juice Peene Ke Fayde : जरूर पढ़े नीचे दी गयी जानकारी

    1. वजन घटाने में सहायक
    लौकी का जूस वजन घटाने के लिए एक प्राकृतिक और असरदार उपाय है। इसमें बहुत कम कैलोरी होती है और यह पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है। साथ ही इसमें फाइबर भरपूर मात्रा में होता है, जो पाचन को बेहतर बनाता है और भूख को नियंत्रित करता है। सुबह खाली पेट लौकी का जूस पीने से मेटाबॉलिज्म तेज होता है, जिससे फैट जल्दी बर्न होने लगता है। डायटिंग के समय इसका सेवन बेहद लाभकारी होता है।

    2. पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है
    लौकी का जूस पेट के लिए बहुत फायदेमंद होता है, खासकर यदि किसी को गैस, एसिडिटी, कब्ज या अपच की समस्या हो। इसमें मौजूद घुलनशील फाइबर आंतों को साफ करता है और मल त्याग को आसान बनाता है। लौकी का जूस पाचन रसों का स्त्राव बढ़ाता है, जिससे खाना अच्छे से हजम होता है और पेट हल्का बना रहता है। नियमित सेवन से पेट की बीमारियों में काफी राहत मिलती है।

    3. दिल को रखे स्वस्थ और ब्लड प्रेशर करे कंट्रोल
    लौकी में पोटैशियम की भरपूर मात्रा होती है जो हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है। साथ ही यह दिल की धमनियों को साफ रखता है और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करता है। लौकी का जूस पीने से दिल की धड़कन सामान्य बनी रहती है और हार्ट अटैक का खतरा भी कम हो जाता है। यह दिल को स्वस्थ बनाए रखने का एक नैचुरल और सस्ता तरीका है।

    4. लिवर को डिटॉक्स करता है
    लौकी का जूस लिवर के लिए एक बेहतरीन टॉनिक है। यह शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है और लिवर को साफ करता है। यदि लिवर कमजोर हो या फैटी लिवर की समस्या हो, तो लौकी का जूस बहुत फायदेमंद माना जाता है। यह लिवर के एंजाइम्स को सक्रिय करता है जिससे लिवर की कार्यक्षमता बढ़ती है। सुबह-सुबह खाली पेट इसका सेवन लिवर के लिए सबसे लाभकारी होता है।

    5. डायबिटीज के मरीजों के लिए लाभकारी
    लौकी का जूस ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसमें प्राकृतिक रूप से कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जिससे यह डायबिटिक लोगों के लिए सुरक्षित होता है। लौकी के जूस का नियमित सेवन इंसुलिन की कार्यक्षमता को बेहतर बनाता है और ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा को स्थिर करता है। बिना शक्कर डाले लौकी का जूस पीना मधुमेह नियंत्रण का एक बढ़िया घरेलू उपाय है।

    6. त्वचा को बनाता है चमकदार और साफ
    लौकी का जूस त्वचा की सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। यह शरीर को अंदर से हाइड्रेट करता है और त्वचा को जरूरी पोषण प्रदान करता है। इसके नियमित सेवन से चेहरे पर प्राकृतिक चमक आती है, मुंहासे कम होते हैं और स्किन डिटॉक्स होती है। लौकी में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो स्किन को एजिंग से बचाते हैं और झुर्रियों को दूर रखते हैं।

    7. पेशाब की जलन और संक्रमण में राहत
    गर्मियों में पेशाब में जलन, संक्रमण या यूरिन कम आना जैसी समस्याएं आम होती हैं। लौकी का जूस शरीर को ठंडक पहुंचाता है और पेशाब से संबंधित बीमारियों को दूर करता है। यह किडनी को भी साफ करता है और यूरिन को सामान्य बनाने में मदद करता है। यदि किसी को पेशाब में जलन हो रही हो तो एक हफ्ते तक रोजाना लौकी का जूस पीने से बहुत लाभ होता है।

    8. शरीर को रखे हाइड्रेटेड और ऊर्जा प्रदान करे
    लौकी का जूस गर्मियों में शरीर को ठंडक और ऊर्जा देने का बेहतरीन स्रोत है। यह 90% से अधिक पानी से भरपूर होता है, जिससे शरीर हाइड्रेट रहता है। इसके अलावा इसमें विटामिन C, आयरन, और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को थकावट से बचाते हैं और ताजगी बनाए रखते हैं। सुबह खाली पेट लौकी का जूस पीने से पूरा दिन शरीर हल्का और एनर्जेटिक बना रहता है।

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  • Chakori ki kheti : एक ऐसी फसल जिसकी खेती आलू से ज्यादा की जा रही है

    Chakori ki kheti : एक ऐसी फसल जिसकी खेती आलू से ज्यादा की जा रही है

    Chakori ki kheti : एक ऐसी फसल जिसकी खेती आलू से ज्यादा की जा रही है

    Chakori ki kheti : एक ऐसी खेती जो आलू से ज्यादा की जा रही है, इसकी खेती में आपको मुनाफ़ा ज़्यादा और घाटा काम होता है | ये फसल अब आलू को टककर दे रही हैं जानिये हमारे इस ब्लॉग से जो आपको चकोरी से जुड़ी हर जानकारी प्रदान करेगा

    Chakori Ki Kheti-Aapkikheti.com

    चकोरी क्या होती है?

    चकोरी एक तरह की फसल जो बहुमुखी है इसकी फसल आलू की फसल से ज्यादा उपयोगी साबित हो रही है क्योंकि इसकी               फसल कम समय में ज्यादा फायदा देती है और इसको हम स्टोर रूम में स्टोर भी करके रख सकते हैं और इसकी मांग हर वक्त           रहती है|

    चकोरी का दूसरा नाम

    चकोरी को हम दूसरे “कासनी” नाम से भी जाना जाता हैं , और इसके अलावा CHICORY के नाम से भी जाना जाता हैं |

    चकोरी किस जगह ज्यादा होती है?

    इसकी खेती ज्यादातर उन क्षेत्रों में की जाती है जहां तापमान 15 से 25 डिग्री के बीच होता है। मुख्य रूप से भारत के उत्तर और पश्चिमी राज्यों में होती है, जैसे उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, और हरियाणा। इसके  अलावा, यह पौधा यूरोप, उत्तरी अफ्रीका, और एशिया के कुछ हिस्सों में भी पाया जाता है।

    चकोरी खेती के लिए मिट्टी

    Chakori ki kheti  के लिए दोमत मिट्टी बहुत उपयोगी मानी जाती है जिसकी जल निकासी अच्छी होती है |लेकिन मिट्टी की पीएच स्तर 5.5 से 7.5 के बीच होनी चाहिए। इसके अलावा, मिट्टी में जैविक पदार्थों की अच्छी मात्रा होना भी आवश्यक है जिससे पौधे को आवश्यक पोषक तत्व मिल सकें।

    Chakori ki kheti ke fayde

    Chakori ki kheti-Aapkikheti.com

    चकोरी की फसल किसान को कम नुकसान और ज्यादा लाभ देती हैं, और ये कम पानी में भी अच्छी उपज देती हैं इसकी मांग हर्बल उत्पादों और औषधीय उद्देश्यों के लिए बढ़ती जा रही है, जिससे किसानों को अच्छा मुनाफा मिल सकता है।ऐसी चकोरी की खेती हर तरह से आपको फ़ायदा देती है क्योंकि ये विभिन्न रूप में प्रयोग करती है ,जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।

    चकोरी से क्या बनता है

    चकोरी भारत की ऐसी खेती हैं , जिसके बारे ज्यादा लोगो को नहीं पता हैं , चलिए जानते हैं चकोरी का प्रयोग किस किस में किया जाता हैं |

    • चकोरी का प्रयोग चॉक्लेट्स और बिस्कुट बनाने में किया जाता हैं |
    • चकोरी को हम कॉफी में पाउडर के रूप में प्रयोग करते हैं , जिसका पाउडर कॉफी में अलग सा स्वाद लाता हैं |
    • चकोरी का उपयोग हम कई तरह की दवाई में भी करते हैं ,जो दवाई की इंडस्ट्री में काफी मदत में देती है |
    • चकोरी की घास और इसके बचे हुए पौधे जानवर के चारे के रूप में प्रयोग किये जाते हैं

    इसके अलावा इसका प्रयोग खाद सामग्री और वाइन के स्प्राउट्स में भी किया जाता हैं |

    चकोरी की खेती का समय

    खेती के लिए जुलाई से सितंबर का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है। इस समय में बारिश के कारण मिट्टी में पर्याप्त नमी होती है, जो पौधे के अच्छे विकास के लिए जरूरी होती है। इसे बुवाई के 4-5 महीने बाद फसल के रूप में काटा जा सकता है।

    कृषि से जुड़ी और जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट Aapkikheti.com पर जाएं जहां पर आपको कृषि से जुड़ी सभी ब्लॉग मिलेंगे और आप उनसे जुड़ी जानकारी भी जुटा पाएंगे और हमारे इंस्टाग्राम से जुड़ने के लिए यहां Click  करें

    Chakori ki kheti kaise karen

    • चकोरी की खेती करने के लिए आपको सबसे पहले खेत को अच्छे से जोतले
    • फिर उसके बाद खेती के लिए सही बीजों का चुनाव करे जिस से इसकी खेती में बढ़ोतरी हो सके
    • फिर खेत की मिटटी को अच्छे से भुरभुरा बना ले और समतल करले
    • इसके बीजों को लगाने के लिए चार से पांच फ़ीट चौड़ी खेतों में बेड तैयार करें जिस आप बीजों को बोये और खेती को बढ़ोतरी कर सके क्योंकि बेड पर बीजों की बुआई करके आप अच्छे से खेती कर सके
    • अगर आप एक एकड़ ज़मीन में चकोरी की खेती कर रहे हैं तो इसके लिए 350-400 ग्राम बीज की ज़रूरत होती है |
    • चकोरी 120 से 150 दिनों में तैयार हो जाती हैं

    FAQ Chakori ki kheti

    • चकोरी क्या है और इसे उगाने का मुख्य उद्देश्य क्या है?
      चकोरी (Chicory) एक जड़ी-बूटी और चारा फसल है, जिसे पशुओं के चारे और औषधीय उपयोगों के लिए उगाया जाता है। इसकी जड़ का उपयोग कॉफी के विकल्प के रूप में भी किया जाता है।

    • चकोरी की खेती के लिए सबसे उपयुक्त मिट्टी कौन सी होती है?
      चकोरी की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली दोमट या बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। मिट्टी का pH स्तर 5.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए।

    • चकोरी की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु क्या होनी चाहिए?
      चकोरी समशीतोष्ण और उष्णकटिबंधीय जलवायु में अच्छी तरह बढ़ती है। इसे 15-25°C तापमान की आवश्यकता होती है और यह हल्की ठंड में भी विकसित हो सकती है।

    • चकोरी की खेती के लिए कौन सा महीना सबसे उपयुक्त होता है?
      चकोरी की बुवाई के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से नवंबर या फरवरी से मार्च होता है, ताकि फसल को सही तापमान और नमी मिल सके।

    • चकोरी की फसल कितने समय में तैयार होती है?
      चकोरी की फसल आमतौर पर 3-4 महीने में कटाई के लिए तैयार हो जाती है, जबकि इसकी जड़ों को विकसित होने में 5-6 महीने तक का समय लग सकता है |