Pusa Double Zero Mustard 34 : इससे जुडी सम्पूर्ण जानकारी यहाँ पर
Pusa Double Zero Mustard 34 एक उन्नत किस्म है जो उच्च गुणवत्ता वाला तेल और बीज के लिए जानी जाती है। ये किस्म खास तौर पर उन लोगों के लिए उपयोगी है जो सरसों की खेती से अच्छी गुणवत्ता का उत्पादन चाहते हैं। इस आर्टिकल में हम पूसा डबल जीरो बिजनेस 34 की खेती, इसकी विशेषताएं , फायदे, भुगतान और बीज के बारे में जानेंगे
पूसा डबल जीरो सरसों 34 की खेती कैसे करें
Pusa Double Zero Mustard 34 की खेती करने के लिए सबसे पहले अच्छी गुणवत्ता का बीज चुनाव जरूरी है। इस वैरायटी के बीज को अक्टूबर के अंत से नवंबर के पहले हफ्ते तक बोया जा सकता है। मिट्टी को अच्छे से जोड़ें और जैविक खाद का उपयोग करें। बीज बोते वक्त बीच में 45-50 सेमी की दूरी रखनी चाहिए। सिंचाई का ध्यान रखें समय पर पानी देना भी जरूरी है, ताकि बीज अच्छे से अंकुरित हो और फसल स्वस्थ तरीके से विकसित हो सके।
पूसा डबल जीरो मस्टर्ड 34 की विशेषताएं
कम इरुसिक एसिड: इस वैरायटी में इरुसिक एसिड का लेवल काफी कम होता है, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
छोटी अवधि की फसल: ये फसल सिर्फ 120-125 दिन में तैयार हो जाती है, जो किसानों के लिए समय-कुशल होती है।
उच्च तेल सामग्री: इस सरसों की किस्म में तेल की मात्रा अधिक होती है, जो तेल का उत्पादन बढ़ाता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता: पूसा डबल जीरो मस्टर्ड 34 को कई बिमारियों से लड़ने की शक्ति होती है, जिससे फसल का नुकसान कम होता है।
पूसा डबल जीरो मस्टर्ड 34 के फायदे
स्वास्थ्य लाभ: कम इरूसिक एसिड के कारण ये सरसों तेल स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है, जो हृदय रोगियों के लिए सुरक्षित है।
उच्च लाभप्रदता: उच्च तेल सामग्री और रोग प्रतिरोधक क्षमता के कारण विभिन्न प्रकार के किसानों के लिए अधिक मुनाफ़ा देती है।
लघु विकास अवधि: कम समय में तैयार होने वाली ये फसल उन लोगों के लिए अच्छी होती है जो तेजी से रिटर्न चाहते हैं।
पूसा डबल जीरो सरसों 34 की पैदावार
पूसा डबल जीरो सरसों 34 की पैदावर मिट्टी की गुणवत्ता और सिंचाई पर निर्भर करती है। अच्छी खेती प्रकृति के साथ इसकी औसत उपज 20-22 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती है। अगर उचित उर्वरक और सिंचाई का ध्यान रखा जाये, तो भुगतान और भी ज़्यादा हो सकती है।
पूसा डबल जीरो मस्टर्ड 34 के बीज की जानकारी
Pusa Double Zero Mustard 34 के बीज उच्च गुणवत्ता वाले होते हैं जो खुद को बीमारी से बचाने की शक्ति रखते हैं। बीज का अंकुरण दर भी काफी अच्छा होता है, जो स्वस्थ और उत्पादक फसल के लिए महत्वपूर्ण है। बीज का चयन हमेशा प्रमाणित स्रोतों से करें ताकि फसल का उत्पादन अधिक हो और बीमारियों से भी सुरक्षा मिले।
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FAQs
पूसा डबल जीरो मस्टर्ड 34 की बुवाई का सही समय क्या है ?
पूसा डबल जीरो मस्टर्ड 34 की बुवाई का सही समय अक्टूबर के अंत से लेकर नवंबर के पहले हफ्ते तक होता है।
पूसा डबल जीरो मस्टर्ड 34 की खेती के लिए कितनी दूरी पर बीज बोने चाहिए ?
बीज बोते समय पंक्तियों के बीच में लगभग 45-50 सेमी की दूरी रखनी चाहिए।
पूसा डबल जीरो मस्टर्ड 34 की विशेषता क्या है ?
इस किस्म में कम इरुसिक एसिड, उच्च तेल सामग्री और रोग प्रतिरोधक क्षमता होती है। साथ ही यह फसल केवल 120-125 दिन में तैयार हो जाती है।
पूसा डबल जीरो मस्टर्ड 34 के तेल की गुणवत्ता कैसी होती है ?
इस किस्म के सरसों के तेल में कम इरुसिक एसिड होने के कारण यह स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है, खासकर हृदय रोगियों के लिए।
पूसा डबल जीरो मस्टर्ड 34 की पैदावार कितनी होती है ?
पूसा डबल जीरो मस्टर्ड 34 की औसत पैदावार 20-22 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती है, जो मिट्टी की गुणवत्ता और सिंचाई पर निर्भर करती है।