Baby Corn ki Kheti Kaise Kare ?और ज़याद मौसम में कैसे करे बेबी कॉर्न से दुगनी कमाई
क्या आपको पता हमारे देश के किसानो को बेबी कॉर्न की खेती मुनाफा देती है और बेबी कॉर्न की खेती कैसे करते है ? / Baby Corn ki kheti kaise kare ? भारत के भोत से राज्य में बेबी कॉर्न की खेती होती है .बेबी कॉर्न की खेती की शुरुआत दक्षिण पूर्व एशिया से हुयी थी बेबी कॉर्न की खेती की शरुआत को सादिया होगयी है उसके बाद से हमारे यहाँ के राज्यों ने भी बेबी कॉर्न की खेती की शरुआत करदी है।
Baby Corn\बेबी कॉर्न क्या होता है ?
Baby Corn, जिसे यंग कॉर्न मिनी कॉर्न भी कहा जाता है, बेबी कॉर्न एक ऐसा अनाज है जो कॉर्न (मक्का) से निकाला जाता है जब पौधे अभी छोटे होते हैं। इसे आमतौर पर कॉर्न के धान को पकने से पहले 2 से 3 सप्ताह के भीतर काटा जाता है। बेबी कॉर्न को उस समय काटा जाता है जब गेहूं के सिल्क के प्रकट होने के पहले ही अधिकार होता है। इसलिए इसकी स्थिति कमजोर होती है और मीठा अनुभव देती है।
अगर हम Baby Corn की बात करें तो यह दिखने में आम कॉर्न जैसा होता है, लेकिन आकार में बहुत छोटा होता है, आमतौर पर लंबाई 4 से 10 सेंटीमीटर (1.5 से 4 इंच) तक होती है। इसके दाने छोटे, चिकने और कॉब पर संघटित होते हैं। बेबी कॉर्न को खाने में उपयोग किया जाता है, जैसे कि सलाद, स्टिर-फ्राई, सूप, और स्टार्टर्स में, क्योंकि इसका स्वाद मीठा होता है और उसकी क्रंची टेक्सचर होती है। यह एशियाई खाने की विभिन्न विधियों में भी प्रसिद्ध है, विशेषकर स्टिर-फ्राई सब्जियों, थाई करी, और चाइनीज स्टिर-फ्राई व्यंजनों में।
विश्व स्तर पर और भारत में Baby Corn उत्पादन में कुछ अंतर्दृष्टि निम्नलिखित हैं:
- उत्पादन क्षेत्र: विश्व भर में, बेबी कॉर्न की खेती सबसे अधिक एशिया में होती है, जहां चीन, थाईलैंड, वियतनाम, फिलीपींस, और इंडोनेशिया जैसे देश अग्रणी हैं। ये देश अधिकतर बेबी कॉर्न का उत्पादन करते हैं। भारत में भी कुछ क्षेत्रों में बेबी कॉर्न की खेती होती है, जैसे कि कर्नाटक, महाराष्ट्र, और तमिलनाडु।
- उत्पादन की मात्रा: विश्व भर में बेबी कॉर्न का उत्पादन वर्षावन्त रहता है, लेकिन उत्पादन की मात्रा वर्ष-वर्ष बदलती रहती है। यह उत्पादन क्षेत्र, मौसम और उत्पादक देशों की प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है। भारत में बेबी कॉर्न का उत्पादन अधिकतर स्थानीय खेती के रूप में किया जाता है।
- उपयोग: बेबी कॉर्न का उपयोग विभिन्न प्रकार के खाने में किया जाता है, जैसे कि सलाद, स्टिर-फ्राई, सूप, पिकल, और अन्य खाने। यह एक लोकप्रिय साइड डिश भी है और इसे अन्य सब्जियों के साथ मिलाकर पकाया जाता है।
- व्यापारिक महत्व: बेबी कॉर्न का व्यापार अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बढ़ता हुआ है, क्योंकि इसकी मांग विभिन्न देशों में बढ़ रही है। बेबी कॉर्न भारत से भी निर्यात किया जाता है, जिससे यह एक महत्वपूर्ण आय उपाय बन चुका है।
इन अंतर्दृष्टियों से स्पष्ट होता है कि बेबी कॉर्न एक महत्वपूर्ण खाद्य उत्पाद है जो विश्व भर में लोकप्रियता हासिल कर रहा है।