Akshaya Tritiya 2025 : करे ये काम बनी रहेगी माँ लक्ष्मी की कृपा
क्या आपके घर में भी धन की कमी काफी अधिक मात्रा में हो रही हैं पर आपको ना ही आप उस से निकल पा रहे हैं और ना ही तकलीफ से निकलने का रास्ता पता लग रहा हैं इसलिए अभी पढ़े हमारा Akshaya Tritiya 2025 ब्लॉग जो आपको काफी मदत करेगा जिसकी मदत से आपकी हर परेशानियां दूर हो जायेगी और तरक्की के द्वार खुल जायेगे | जिसमे हम आपको बताएंगे आप किस चीज़ की मदत से अपनी गयी हुई लक्ष्मी को वापिस ला सकते हैं | इसकी वीडियो देखने के लिए यहाँ Click करे |
अक्षय तृतीया 2025 में क्या खरीदना चाहिए? जाने क्या हैं मुख्य चीज़ें
अक्षय तृतीया क्यों मनाते हैं
अक्षय तृतीया मनाने के पीछे की कहानी दो चीज़ों से जोड़ती हैं और इस दिन परुशराम जयंती भी मनाई जाती हैं इसके अलावा इस दिन माँ लक्ष्मी की पूजा का भी बहुत महत्त्व होता हैं | कहा जाता हैं भगवान विष्णु के छटवे अवतार परुशराम का जन्म अक्षय तृतीया के दिन ही हुआ था इस वजह से इस दिन को परुशराम जयंती के नाम से भी मनाया जाता हैं
Akshaya Tritiya 2025 Date and Time
इस वर्ष अक्षय तृतीया का त्यौहार 29 अप्रैल को शाम 5:31 PM को शुरू होकर 30 अप्रैल को 2:12 PM पर ख़त्म होगी जिसमे आप सभी शुभ कार्यों को कर सकते हैं |
क्या अक्षय तृतीया गृह प्रवेश के लिए शुभ मानी जाती हैं ?
जी हाँ अगर आप अक्षय तृतीया के दिन ग्रह प्रवेश या फिर किसी नई गाडी को खरीदते हैं तो आपको तो इस दिन काफी शुभ माना जाता हैं | अक्षय तृतीया के दिन माँ लक्ष्मी की कृपा रहती हैं और कोई भी चीज़ जो आप इस दिन खरीदते हैं तो उसकी बरक्कत होना तय हैं |
अक्षय तृतीया में क्या खरीदना चाहिए
अक्षय तृतीया के दिन आपको इन चीज़ों को जरूर खरीदना चाहिए जिनसे आपके घर में कभी भी पैसों की कमी नहीं होगी |
- मिट्टी के बर्तन : अक्षय तृतीया के दिन मिट्टी के बर्तन खरीदना काफी शुभ माना जाता हैं और इससे धन की वृद्धि होती हैं और अगर आप इन बर्तन को खरीदकर माँ लक्ष्मी के पास रखते हैं तो माता का अशिर्वाद भी आपको प्राप्त होता हैं |
- पीली सरसों और जौ को जरूर खरीदे :अक्षय तृतीया के दिन आपको बाजार से पीली सरसों और जौ को जरूर खरीदना चाहिए ,इसको खरीदने से देवी लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती हैं और आपके यहां धन की कभी कमी नहीं होती हैं |
- रुई को जरूर खरीदे : रुई लक्ष्मी जी को काफी प्रिये हैं जिस वजह से अक्षय तृतीया के दिन अगर बाजार से लाकर रुई चढ़ाते हैं या फिर रुई से दीपक बनाते हैं तो माँ आप पर जरूर प्र्शन्न होगी
- कौड़ी को भी खरीदे : इस दिन कौड़ी को बाजार से जरूर खरीदे क्योंकि कौड़ी को माता लक्ष्मी का प्रारूप माना जाता हैं | इस वजह से जब आप कौड़ी को खरीद कर लाये तो उन्हें माँ लक्ष्मी के चरणो में रख दें जिस से सदा लक्ष्मी आप पर प्रसन्न रहेगी , और आपके घ रमें कभी भी धन की कमी नहीं रहेगी
- सेंधा नमक का उपयोग : अक्षय तृतीया के दिन बाजार से सेंधा नमक खरीदना काफी शुभ माना जाता हैं क्योंकि सेंधा नमक को इस दिन खरीदने से धन की कमी नहीं होगी | पर ध्यान दे की सेंधा नमक के सेवन से बचे जो आपके लिए इस दिन करना हानिकारक हो सकता हैं |
अक्षय तृतीया क्यों मनाई जाती है
अक्षय तृतीया, जिसे आखा तीज भी कहा जाता है, हिंदू धर्म और जैन धर्म में एक अत्यंत शुभ दिन माना जाता है। यह तृतीया तिथि वैशाख मास के शुक्ल पक्ष में आती है और माना जाता है कि इस दिन किए गए शुभ कार्यों का अक्षय (अविनाशी) फल मिलता है। इस दिन कोई भी शुभ कार्य बिना मुहूर्त के किया जा सकता है।
अक्षय तृतीया मनाने के पीछे के प्रमुख कारण:
1. धर्मग्रंथों के अनुसार शुभ शुरुआत का दिन:
अक्षय तृतीया के दिन से जुड़ी कई पौराणिक मान्यताएं हैं। मान्यता है कि इसी दिन सत्ययुग और त्रेतायुग की शुरुआत हुई थी। इसलिए इसे युगों की शुरुआत का भी प्रतीक माना जाता है।
2. परशुराम जयंती:
इस दिन भगवान परशुराम जी का जन्म हुआ था, जो भगवान विष्णु के छठे अवतार माने जाते हैं। इसलिए कई स्थानों पर इस दिन को परशुराम जयंती के रूप में भी मनाया जाता है।
3. पांडवों को अक्षय पात्र की प्राप्ति:
महाभारत के अनुसार, इस दिन भगवान सूर्य ने पांडवों को अक्षय पात्र दिया था, जिससे वे कभी भूखे नहीं रहते थे। यह पात्र भोजन का असीम स्रोत बन गया था।
4. गंगा अवतरण की मान्यता:
कहा जाता है कि इसी दिन मां गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था। इसलिए गंगा स्नान करना इस दिन बेहद पुण्यदायी माना जाता है।
5. दान और पूजा का महत्व:
इस दिन दान-पुण्य, व्रत और पूजा करने से कई गुणा अधिक फल प्राप्त होता है। लोग इस दिन सोना, चांदी, अनाज और वस्त्र आदि का दान करते हैं।
6. नए कार्यों की शुरुआत:
अक्षय तृतीया को ‘अबूझ मुहूर्त’ माना जाता है, यानी इस दिन बिना पंचांग देखे विवाह, गृह प्रवेश, व्यापार की शुरुआत, गहने खरीदना आदि जैसे शुभ कार्य किए जा सकते हैं।
FAQ’S Akshaya Tritiya 2025
1. अक्षय तृतीया 2025 कब है और इसका शुभ मुहूर्त क्या है?
उत्तर:
अक्षय तृतीया 2025 में यह पर्व 29 अप्रैल को शाम 5:31 बजे शुरू होकर 30 अप्रैल को दोपहर 2:12 बजे समाप्त होगा। इस दौरान आप कोई भी शुभ कार्य, खरीदारी या पूजा कर सकते हैं क्योंकि यह अबूझ मुहूर्त माना जाता है।
2. अक्षय तृतीया का धार्मिक महत्व क्या है और यह क्यों मनाई जाती है?
उत्तर:
अक्षय तृतीया को हिंदू धर्म और जैन धर्म में अत्यंत शुभ तिथि माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम जी का जन्म, गंगा का अवतरण, और पांडवों को अक्षय पात्र की प्राप्ति जैसे दिव्य घटनाएं हुई थीं। इस दिन किये गए कार्यों का अविनाशी फल प्राप्त होता है।
3. अक्षय तृतीया के दिन क्या खरीदना शुभ होता है?
उत्तर:
इस दिन निम्नलिखित चीजें खरीदना बहुत शुभ माना जाता है:
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मिट्टी के बर्तन – धन वृद्धि के लिए
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पीली सरसों और जौ – लक्ष्मी कृपा के लिए
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रुई – लक्ष्मी पूजन के लिए
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कौड़ी – लक्ष्मी जी का प्रतीक
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सेंधा नमक – आर्थिक समृद्धि के लिए (परंतु सेवन न करें)
4. क्या अक्षय तृतीया के दिन गृह प्रवेश या नई गाड़ी खरीदना शुभ होता है?
उत्तर:
हाँ, अक्षय तृतीया को अबूझ मुहूर्त कहा जाता है, इसलिए इस दिन गृह प्रवेश, नई गाड़ी, सोना-चांदी, संपत्ति या व्यवसाय की शुरुआत करना अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है।
5. माँ लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए अक्षय तृतीया पर कौन से उपाय करें?
उत्तर:
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सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और मां लक्ष्मी का ध्यान करें।
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रुई से दीपक बनाकर माँ लक्ष्मी को अर्पित करें।
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कौड़ी को मां लक्ष्मी के चरणों में रखें।
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जरूरतमंदों को दान करें – जल से भरे घड़े, वस्त्र, अनाज आदि।
इन उपायों से माँ लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है और धन-समृद्धि बनी रहती है।