बकरी पालन कैसे करें: जरूर जाने ये जानकारी शुरू कर रहे हैं बकरी पालन तो
क्या आप भी जानवरों की मदत से कोई व्यापार खोलने की सोच रहे हैं,तो बकरी पालन आपके एक अच्छा चुनाव हो सकता हैं , और सरकार भी बकरी लोन के लिए काफी सहायता प्रदान कर रही हैं और हमारे बकरी पालन कैसे करे ब्लॉग से आपको बकरी पालन और लोन कैसे ले सारी जानकारी जानने को मिलेगी और अगर आपको हमारे साथ खेती से जुडी जानकारी रोजाना जाननी हैं तो अभी नोटिफिकेशन को ऑन करे | हमारे इंस्टाग्राम चैनल से जुड़ने के लिए जरूर यहाँ पर क्लिक करे
बकरी पालन कैसे करे और क्या हैं सही तरीका
Bakri Palan Loan
अगर आप बकरी पालन शुरू कर रहे हैं , पर आपके पास पर्याप्त पैसे नहीं हैं , तो आप जैसे किसान भाइयों को सरकार बकरी पालन के लोन सुविधा प्रदान कर रही हैं | आपको इसके लिए कई सुविधा दी जाती हैं और कई सरकारी बैंक जो आपको बकरी पालन लोन की सुविधा प्रदान करती हैं | जैसे NABARD जहाँ से आपको 7 से 11 इंटरेस्ट रेट पर लोन मिल जाएगा इसके अलावा आप बकरी पालन लोन Commercial banks , RRB Banks के द्वारा भी आप बकरी पालन की शुरुवात कर सकते हैं |
बकरी पालन कैसे करें
बकरी पालन की शुरुवात नीचे दी गयी जानकारी से कर सकते हैं , जो आपके लिए बकरी पालन के लिए आसान रहेगा :
- सबसे पहले अगर आपके पास उपयुक्त पैसा हैं बकरी पालन का तो कोई समस्या नहीं हैं , पर अगर पैसे उपयुक्त नहीं हैं तो ऊपर दिए गए पॉइंट्स से आप बकरी लोन ले ले
- बकरी पालन शुरू करने के लिए आपको सबसे पहले बकरी पालन के लिए उपयुक्त जगह को चुनना बहुत जरुरी हैं |
- इसके बाद आप टीन शेड डाले क्योंकि मौसम के बदलाव होने के कारण बकरियों की सेहत पर दिक्कत ना पहुंचे | इसके अलावा आप ये भी ध्यान रखे की टीन शेड पूरे एरिया में करना हैं या फिर आधे क्योंकि हमेशा जानवर अंदर नहीं बंधा रहना चाहिए |
- फिर आपको बकरी की नस्लों के बारे में जानना चाहिए जो आपके बकरी पालन को अच्छा फायदा देगी , बकरी की नस्ल की सबसे अच्छी नस्लों के नाम हैं , जमुनापारी, बीटल, बारबरी, सिरोही, ब्लैक बंगाल, मारवाड़ी, और उस्मानाबादी
- फिर आपको उनके लिए चारा रखना और साथ में ही कई तरह के अनाज जैसे गेहू और चना , अन्य प्रकार की डाले और हरी ख़ास को रखना हैं
- इसके अलावा आप बकरी को चराने भी ले जा सकते हैं , जो उनकी सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद हैं |
सबसे ज्यादा बच्चे देने वाली बकरी कौन सी है?
ब्लैक बंगाल बकरी नस्ल मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल की है, लेकिन यह बिहार, ओडिशा, झारखंड और असम के कुछ इलाकों में भी पाई जाती है। इस नस्ल के बच्चे देने की छमता हर बार औसतन 2–3 बच्चे होते हैं। कई बार एक बकरी से साल में 4–6 बच्चे भी हो सकते हैं। इस बकरी की नस्ल की कीमत: ब्लैक बंगाल बकरी की कीमत उम्र, वजन और प्रजनन क्षमता के अनुसार बदलती है। इसके छोटे बकरी के बच्चे की कीमत ₹3,000 – ₹6,000 तक होती हैं और अच्छी नस्ल की प्रजनन बकरी: ₹8,000 – ₹15,000 या इससे ज्यादा
मध्य प्रदेश और केंद्र सरकार द्वारा बकरी पालन से जुड़ी योजना
मध्य प्रदेश सरकार पर
बकरी पालन अनुदान योजना (10+1 इकाई योजना) – 10 देसी बकरियां + 1 उन्नत नस्ल का बकरा, बैंक ऋण और सरकारी अनुदान के साथ।
पशुधन विकास योजना – पशुपालकों के लिए नस्ल सुधार, कृत्रिम गर्भाधान, और पशु स्वास्थ्य सुविधाएं।
मुख्यमंत्री ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत बकरी पालन परियोजना – स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को बकरी पालन में सहायता।
पशुपालक कल्याण योजना – पशुपालकों को वित्तीय सहायता और बीमा सुविधा।
केंद्र सरकार स्तर पर
राष्ट्रीय पशुधन मिशन – पशुपालन के लिए 50–60% तक अनुदान, जिसमें बकरी पालन भी शामिल।
दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) – महिला समूहों और छोटे किसानों को बकरी पालन के लिए ऋण और प्रशिक्षण।
डेयरी और पशुपालन अवसंरचना विकास कोष – बकरी दूध उत्पादन और प्रोसेसिंग के लिए वित्तीय सहायता।
पशुधन बीमा योजना – बकरियों और अन्य पशुओं के लिए बीमा सुविधा, प्रीमियम पर सब्सिडी।
बकरी को गेहूं खिलाने से क्या होता है
फायदे
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ऊर्जा का अच्छा स्रोत – गेहूं में स्टार्च और कार्बोहाइड्रेट अधिक होते हैं, जिससे बकरी को तुरंत ऊर्जा मिलती है।
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दूध उत्पादन में मददगार – दुग्ध देने वाली बकरियों को थोड़ी मात्रा में गेहूं खिलाने से दूध की मात्रा और गुणवत्ता में सुधार हो सकता है।
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वजन बढ़ाने में सहायक – मोटापा रहित बकरियों का वजन बढ़ाने के लिए गेहूं उपयोगी होता है।
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सस्ता और आसानी से उपलब्ध चारा – किसानों के लिए यह पशुओं के आहार में शामिल करना आसान है।
नुकसान
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पेट में गैस और अपच – गेहूं जल्दी फर्मेंट होता है, जिससे बकरी को पेट फूलने (bloat) की समस्या हो सकती है।
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अत्यधिक अम्लीयता (Acidosis) – ज्यादा मात्रा में गेहूं खाने से बकरी के रुमेन (पेट का पहला भाग) का pH बिगड़ जाता है और वह बीमार पड़ सकती है।
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दस्त और कमजोरी – अचानक अधिक गेहूं देने से दस्त लग सकते हैं और बकरी कमजोर हो सकती है।
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मृत्यु का खतरा – यदि बहुत ज्यादा गेहूं खा लिया तो बकरी की जान भी जा सकती है।
बकरी पालन कैसे करे FAQ’s
1. बकरी पालन शुरू करने के लिए कितनी जमीन की आवश्यकता होती है?
👉 बकरी पालन के लिए ज्यादा जमीन की आवश्यकता नहीं होती। यदि आप 10–15 बकरियों से शुरुआत कर रहे हैं तो लगभग 100–150 वर्ग मीटर जगह पर्याप्त है। साथ ही, खुला क्षेत्र चराने के लिए होना चाहिए।
2. बकरी पालन के लिए कौन-सी नस्ल सबसे लाभदायक है?
👉 भारत में लोकप्रिय नस्लें हैं – जमुनापारी, बीटल, बारबरी, सिरोही, ब्लैक बंगाल और उस्मानाबादी।
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ब्लैक बंगाल बच्चे देने की क्षमता और मांस के लिए प्रसिद्ध है।
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जमुनापारी और बीटल दूध उत्पादन के लिए अच्छी नस्लें हैं।
3. क्या बकरी पालन के लिए सरकार से लोन और अनुदान मिलता है?
👉 हाँ, NABARD, कमर्शियल बैंक और RRB बैंकों से 7–11% ब्याज दर पर लोन मिलता है।
साथ ही, राष्ट्रीय पशुधन मिशन, पशुधन बीमा योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण आजीविका मिशन जैसी योजनाओं से सब्सिडी और अनुदान भी मिल सकता है।
4. बकरियों को क्या खिलाना सबसे अच्छा होता है?
👉 बकरियों के लिए हरा चारा (नेपियर घास, बरसीम, ज्वार, बाजरा), अनाज (चना, मकई, गेहूं थोड़ी मात्रा में), और दाने बहुत फायदेमंद होते हैं। साथ ही, चराना भी उनकी सेहत और प्रजनन क्षमता के लिए अच्छा रहता है।
5. एक बकरी साल में कितने बच्चे देती है?
👉 नस्ल के अनुसार बच्चे देने की क्षमता बदलती है।
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ब्लैक बंगाल नस्ल साल में औसतन 2–3 बच्चे देती है और कभी-कभी 4–6 बच्चे भी हो सकते हैं।
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अन्य नस्लों में यह संख्या सामान्यतः 1–2 बच्चे होती है।