Bamboo Farming :पढ़ो ये ब्लॉग और पाओ इस से जुड़ी हर मुमकिन जानकारी
क्या आप ऐसी खेती के बारे में सोच रहे हैं जो आपको फ़ायदा तो प्रदान करेगी ही साथ-साथ आपके खेत की मिट्टी की उर्वरक छमता को अच्छी कर देगी तो पढ़ें हमारे ब्लॉग “Bamboo Farming ” जो आपको इसकी खेती और इसमें होने वाली बीमारियों के बारे में बताएगा, अभी पढ़ें और अगर आप हमारे इंस्टाग्राम चैनल से जुड़ना चाहते हैं तो यहां Click करें
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बांस के बारे में
बांस जो बम्बू के नाम से भी जाना जाता है, ये एक अनोखा और तेजी से बढ़ने वाला पेड़ है और इसकी प्रवृत्ति एक घास की तरह ही होती है पर ये लम्बाई में पेड़ की तरह होता है | बांस को हम फर्नीचर पेज और हस्तशिल्प जैसे चीज को बनाने में प्रयोग में लेते हैं | ये पर्यावरण में भी काफी महत्तवपूर्ण भूमिका रखता है क्योंकि ये कार्बन डाई ऑक्साइड को सोखता है और ऑक्सीजन देता है
Bamboo ki kheti के लिए मिट्टी
इसकी खेती में सबसे अच्छी मिट्टी हल्की रेतीली दोमट मिट्टी होती है, जिसकी पानी को ना रुकने देने की छमता अच्छी होती है, जिस वजह से पानी रुकता भी नहीं है, जिसकी जड़ें में कुछ प्रभाव नहीं पड़ता है | मिट्टी का पीएच मान 5.5 से 6.5 तक होना चाहिए जो इसकी खेती के लिए सबसे अच्छी मानी जाती है, वैसे इसकी खेती के लिए पानी की कम जरुरत होती है पर मिट्टी सही होनी चाहिए जिस से नामी बने रहे और पेड़ जल्दी उगे
किस वक्त करे खेती
Bamboo Farming के लिए सबसे अच्छा मौसम मानसून का होता है क्योंकि इस मौसम में मिट्टी में नमी सही मात्रा में होती है जिससे इनके पेड़ो में बढ़ोतरी जल्दी होती है | इसको लगाने का सही समय जून से सितंबर तक होता है जब मानसून रहता है, और अगर सिंचाई की सुविधा अच्छी है तो आप इसकी खेती कभी भी कर सकते हैं।
बांस के पेड़ को कैसे लगाएं?
ये हम यहाँ दिए गइ कुछ प्रक्रिया के द्वारा समझेंगे
उसके खेत को तैयार करना :सबसे पहले आपको इसके पेड़ को लगाने के लिए खेत को अच्छी तरह से तैयार करना है जिसमें से उसमें कोई मिट्टी के बड़े टुकड़े ना रहे और मिट्टी में 30 से 40 सेंटीमीटर की गहराई करके गड्डे खोद दो और हमें खाद बघेरा डाल दो जिससे मिट्टी की छमता बढ़ जाए
पेड़ को कैसे लगाये :इसके पेड़ को उगाने के लिए बीज को 1.5 से 2 मीटर की दूरी पर लगाय जिस से ये बड़े होकर एक दूसरे से टकराए ना और इनके जड़े एक दूसरे की जड़ों से ना मिले | गड्ढे में बीज डाल कर उसकी मिट्टी को आराम से दबायें
पानी देना लागातर : इसकी खेती के लिए पानी बहुत जरूरी है अगर खेती कर रहे हैं तो शुरूवात के 6 महीने पानी जरूर दे और ध्यान दे पानी रुकना नहीं चाहिए
मल्चिंग: मल्चिंग से मिट्टी की नमी बनाए रखने में मदद मिलती है और खरपतवार को भी नियंत्रित किया जाता है।
उर्वरक देना चाहिए: बांस की खेती में हर साल उनको संतुलित उर्वरक (फॉस्फोरस, नाइट्रोजन, पोटैशियम) देना आवश्यक है क्योंकि ये पेड़ को जल्दी बढ़ाने में मदद करता है
बांस में पाए जाने वाले रोग
बांस ब्लाइट : ये एक प्रकार का कवक रोग है जो इसके पत्तों में लगता है, इसको कॉपर बेस fungicide से सही कर सकते हैं
जड़ सड़न: ये अधिक पानी की सिंचाई की वजह से और खराब ड्रेनेज सिस्टम की वजह से होता है और इसे सही करने के लिए ड्रेनेज सिस्टम करे और खराब जड़ों को सही करें
पत्ती का पीला होना: ये भी एक प्रकार का कवक रोग है जिसके पती पीले पड़ जाती है इसके लिए fungicide स्प्रे कर दे जिससे ये सही हो जाएगा
कीट पड़ना: इसमें कीड़े मकोड़े भी लग जाते हैं जो कि आप नीम के तेल से सही कर सकते हैं|
Bamboo farming FAQ’s
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बांस क्या होता है?
- बांस एक प्रकार की घास होती है जो पानी के आस-पास के इलाकों में होती है। इसका उपयोग पशु आहार के रूप में किया जाता है और कई प्रकार की हाथ से बनी चीज़ों, जैसे टोकरी और छतरी, के लिए भी इसका इस्तेमाल होता है।
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बांस की खेती के लिए मौसम कौनसा ठीक है?
- बांस की खेती गर्मियों के बाद और बारिश के दौरान बेहतरीन होती है क्योंकि इसमें अधिक पानी की ज़रूरत होती है। मानसून का मौसम सबसे अच्छा माना जाता है।
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बांस की खेती कैसे शुरू करें?
- बांस की खेती के लिए बीज या छोटे पौधे लगाए जाते हैं। मिट्टी को अच्छी तरह से तैयार करके और उसमें ज़रूरत के मुताबिक पानी भरकर बान उगाया जाता है।
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बांस कितने दिनों में तैयार होती है?
- बांस उगने में लगभग 3 से 4 महीने लगते हैं, पर इसका समय मिट्टी, जलवायु और ठीक से पानी देने पर निर्भर करता है।
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बांस की खेती के लिए कितना पानी चाहिए होता है?
- बांस की खेती के लिए अधिक पानी की ज़रूरत होती है क्योंकि यह गीले इलाकों में अच्छी तरह उगती है। खेतों में हमेशा नमी या पानी होना चाहिए।
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बांस की फसल से क्या लाभ होता है?
- बांस पशु आहार के रूप में इस्तेमाल होती है और इसका आर्थिक महत्व भी है क्योंकि यह हाथ से बने उत्पादों के लिए भी इस्तेमाल होती है, जैसे टोकरी, चाप, छतरी आदि।
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बांस उगाने में किस किस्म की तकनीकों का उपयोग होता है?
- बांस की खेती पारंपरिक तरीकों से की जाती है, जिसमें गहराई कम मिट्टी में बीज बोए जाते हैं। पास में तालाब या पानी का स्रोत हो तो और अच्छा होता है।
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बांस की खेती के लिए कोई सरकारी योजना या सहायता उपलब्ध है?
- कई सरकारी योजनाएँ हैं जो पशु आहार के रूप में बांस की खेती को बढ़ावा देने के लिए सहायता प्रदान करती हैं। कृषि विभाग से जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
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बांस की खेती में कौन-कौन से रोग या कीट लगते हैं?
- बांस की खेती में आम तौर पर पानी की कमी या अधिकता से कुछ कीट लगने की संभावना होती है। इसलिए खेती के दौरान पानी का सही प्रबंधन ज़रूरी होता है।
हम आशा करते हैं की आपको हमारा ये ब्लॉग जानकरीपूर्ण लगा और आप ऐसी कृषि से सम्बन्धी जानकारी लेना चाहते हैं तो हमारी वेबसाइट Aapkikheti.com पर आवश्य जाए