Broccoli ki kheti : जाने इस हरी भरी सेहतमंद सब्जी की खेती के बारे में
आज हम बताने जा रहे हैं आपको एक ऐसी फसल के बारे में जो मुनाफ़ा तो देती पर उसके साथ ये काफ़ी फ़ायदों से भी भरपूर हैं क्योंकि ये रंग में तो हरा है पर ये पोषण से भी भरपूर हैं। तो चलिए जानते हैं हमारे इस ब्लॉग Broccoli ki kheti से इसकी खेती से जुड़ी हर बातें
ब्रोकली क्या है?
ब्रोकोली एक ऐसी सब्जी की फसल जिसमें भरपूर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं ,जो कि इसे स्वस्थमंद सब्जी बनाती हैं| इसमें विटामिन सी, विटामिन के, फाइबर और एंटी-ऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं। ये सब्जी फ़ायदेमंद होने के साथ किसानों के लिए मुनाफ़ा देने वाली फ़सल भी है|
Broccoli ki kheti के लिए मिट्टी
इसकी खेती के लिए बलुई दोमट और चिकनी दोमट मिट्टी सबसे बेहतर होती है ,जिस से इसकी खेती अच्छी उपज देती है | खेती के लिए मिट्टी का पीएच मान 6 से 7 के बीच में होना चाहिए, इसकी खेती भी अच्छी रहती है, क्योंकि ब्रोकोली के लिए मिट्टी का न्यूट्रल वैल्यू होना चाहिए, इसकी खेती में दर्द से बढ़ना चाहिए और पोषक तत्व मिल सकते हैं।
खेती सबसे ज्यादा होती है?
भारत में ब्रोकली की खेती पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में सबसे ज्यादा होती है। ये सभी क्षेत्र ठंडी हवाओं और उपयुक्त जलवायु परिस्थितियों के लिए प्रसिद्ध हैं, जो ब्रोकोली के पौधों के लिए सबसे अच्छे होते हैं जो इसकी खेती में मदद करते हैं |
किस महीने में करें खेती?
इसकी खेती के लिए ठंडा मौसम बहुत उपयोगी होता है, इसी वजह से अक्टूबर से दिसंबर तक खेती के लिए अच्छा मौसम होता है | इसकी सही तरह से खेती करने के लिए आपको जुलाई में ही बीज उगाना शुरू कर देना चाहिए, जिस से ये आसानी से अक्टूबर तक ट्रांसप्लांट किया जा सके|
Broccoli ki kheti कैसे करें?
इसकी खेती के लिए सबसे पहले खेत की मिट्टी को नरम करना पड़ता है ,वो कैसी से भी कर सकती है |अच्छी तरह से होने के बाद, ब्रोकोली के बीज को रोपाई में बदलने के लिए नर्सरी बेड में पौधा लगाना चाहिए, रोपाई में 4-6 सप्ताह के बाद मुख्य खेत में रोपाई करनी होती है। पंक्तियों के बीच की दूरी 45-60 सेमी और पौधों के बीच 30-45 सेमी का अंतर रखना चाहिए, ताकि हर पौधे को बढ़ने के लिए पर्याप्त जगह मिल सके।
किसानों को होने वाले फायदे
यह किसानों के लिए एक ऐसी फसल है जिसकी मांग बाजार में बहुत ज्यादा है। अगर किसी ने इसकी अच्छी खेती की है तो आप आसानी से इसका लाभ उठा सकते हैं। अगर ब्रोकली को जैविक खेती के जरिए उगाया जाए तो किसान काफी लाभ उठा सकते हैं, ब्रोकोली की शेल्फ लाइफ भी अच्छी होती है, जिसका किसान इसे आसानी से बाजार में बेच सकता है। इसके अलावा, ब्रोकोली बाहर भी मागं रहती हैं, जो किसानो के लिए एक और आय स्रोत हो सकता है।
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