Chane ki kheti : जाने खेती और उन्नत किस्मों के बारे में
चने की बुवाई का मौसम शुरू हो चुका है, और अगर आप चाहते हैं की अच्छी खेती के साथ मुनाफा भी अच्छा हो तो आपको चने की खेती जरूर करनी चाहिए पर क्या आप जानते हैं चने की सबसे अच्छी किस्म कौनसी किस्म सबसे काम सबसे ज्यादा उत्पादन देती हैं और कौनसी सबसे काम तो जानने के लिए हमारे Chane ki kheti ब्लॉग को जरूर पढ़े जिसमे आप इसकी खेती से लेकर चने की टॉप 5 किस्म के बारे में जान पाएंगे | तो इस ब्लॉग को जरूर पढ़े जो आपको चने की उन्नत किस्म के बारे में सभी जानकारी प्रदान करेगा | इसके अलावा अगर हम खेती या ट्रेंडिंग खबर जानना चाहते हैं तो हमसे जुड़े रहे |
Chane ki kheti जाने हर जानकारी जो आपको काफी मदत कर सके
Chane ki kheti
चने की खेती करके किसान काफी फायदे उठा सकते हैं , क्योंकि इसका उत्पादन अच्छी मात्रा में करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं | जिसकी वजह से कई इलाकों में अक्टूबर की स्टार्टिंग में इसकी खेती देखी जा सकती हैं | अगर आप इसकी खेती करना चाहते हैं , तो आपको ये जानकारी जरूर जाननी चाहिए | साथ ही इन किस्मो का प्रयोग आप खेती में करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं |
चने की बुवाई का समय
चने की बुवाई का समय अक्टूबर और नवंबर के बीच में सबसे अच्छा माना जाता हैं जहाँ पर इसकी खेती को अच्छे पैमाने पर बढ़ने का मौका मिल पाता हैं | जिसकी वजह से अगर आप इस महीने में खेती करते हैं , तो आपकी फसल को अच्छे से बढ़ने का मौका मिलेगा |
Tobacco Farming
चने की टॉप 5 किस्म
1. जे.जी-12
यह किस्म जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय द्वारा सीड हब परियोजना के तहत विकसित की गई है। यह उकठा रोग प्रतिरोधी है और इससे लगभग 22–25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उत्पादन मिल सकता है। इस किस्म का बीज कृषि विज्ञान केंद्र, कुंडेश्वर रोड, टीकमगढ़ (मध्यप्रदेश) से प्राप्त किया जा सकता है।
2. विजय किस्म
इसे जल्दी या देर दोनों समय बोया जा सकता है। इसका उपयुक्त समय अक्टूबर से मध्य नवंबर तक है। यह अन्य किस्मों की तुलना में जल्दी तैयार हो जाती है—सिंचित क्षेत्र में 105 दिन और असिंचित क्षेत्र में 90 दिन में। इसमें फूल आने की अवधि लगभग 35 दिन होती है और यह किस्म सूखा सहनशील है।
3. एच.सी-5 किस्म
आईसीएआर (कर्नाल) स्थित क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र द्वारा विकसित यह किस्म 25 अक्टूबर से 15 नवंबर तक बोई जा सकती है। इसकी बुवाई के लिए लगभग 27°C या इससे कम तापमान उत्तम रहता है। इसमें 50–55 दिनों में फूल आ जाते हैं और यह लगभग 120 दिनों में पककर तैयार हो जाती है। यदि किसान बीज उपचार, खरपतवार नियंत्रण, उर्वरक और कीट प्रबंधन, सिंचाई तथा पाले से सुरक्षा जैसे कार्य समय पर करें तो उच्च उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।
4. विशाल किस्म
इस किस्म के दाने आकार में बड़े और गुणवत्तापूर्ण होते हैं, इसलिए इसे सर्वश्रेष्ठ किस्मों में गिना जाता है। इसकी बुवाई का समय 20 अक्टूबर से नवंबर का प्रथम पखवाड़ा है। यह किस्म 110–115 दिनों में पककर तैयार हो जाती है और इसमें फूल आने की अवधि 40–45 दिन होती है। इस किस्म से किसान लगभग 35 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उत्पादन ले सकते हैं।
5. फुले 9425-5 किस्म
यह किस्म महात्मा फुले कृषि विश्वविद्यालय, राहुरी द्वारा विकसित की गई है। इसकी बुवाई का समय अक्टूबर से मध्य नवंबर है। यह फसल 90–105 दिनों में तैयार हो जाती है और इससे अधिकतम 40 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उत्पादन संभव है।
FAQ’s Chane ki kheti
Q1. चने की बुवाई का सही समय कौन सा है?
👉 चने की बुवाई का सही समय अक्टूबर से नवंबर तक का होता है। इस समय पर बोई गई फसल को बेहतर विकास और अधिक उत्पादन मिलता है।
Q2. चने की सबसे ज्यादा उत्पादन देने वाली किस्म कौन सी है?
👉 फुले 9425-5 किस्म सबसे ज्यादा उत्पादन देने वाली मानी जाती है। इससे किसान लगभग 40 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।
Q3. कौन सी चने की किस्म सूखा सहनशील है?
👉 विजय किस्म सूखा सहनशील है और जल्दी तैयार हो जाती है। असिंचित क्षेत्र में यह 90 दिनों और सिंचित क्षेत्र में 105 दिनों में तैयार हो जाती है।
Q4. कौन सी चने की किस्म गुणवत्तापूर्ण और बड़े दानों वाली होती है?
👉 विशाल किस्म के दाने बड़े और उच्च गुणवत्ता वाले होते हैं। यह किस्म लगभग 35 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उत्पादन दे सकती है।
Q5. किसानों को चने की उन्नत किस्म के बीज कहाँ से मिल सकते हैं?
👉 किसान उन्नत किस्मों के बीज कृषि विज्ञान केंद्रों, कृषि विश्वविद्यालयों और प्रमाणित सीड हब परियोजनाओं से आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय (मध्यप्रदेश) से ‘उकठा प्रतिरोधी’ किस्म का बीज उपलब्ध होता है।