Dhan ki kheti : क्या हैं मुख्य बातें इसकी खेती करने के लिए
क्या आप भी सोच रहे हैं की कैसे करें Dhan ki kheti और किस तरह से इसकी खेती से फायदा उठाया जा सके | तो पढिया हमारे इस ब्लॉकों जो आपको इसकी खेती से लेकर खाद ,मिटटी और 1 हेक्टेयर में कितना उत्पादन होता हैं ये सभी जानकारी मिलेंगी तो पूरा पढ़े और अगर आप इंस्टाग्राम में से जुड़ना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें
Dhan ki kheti से जुड़ी अहम जानकारी यहाँ पढे
Dhan ki kheti ke bare mein
धान की खेती भारत के सबसे प्रमुख अनाजों की खेती हैं क्योंकि यह भारत के हर कोने में होती हैं और रोजगार का प्रमुख श्रोत हैं | भारत धान की खेती में चीन के बाद आता हैं क्योंकि चीन में धन की खेती सबसे अधिक होती हैं
धान की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी
इसकी खेती में मिट्टी का बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है इसी वजह से हलकी दोमट मिटटी अच्छी रहती हैं | जिसका p.h 5 से 8 तक होना चाहिए जो इसकी खेती के लिए अच्छा रहता हैं ,और मिटटी में पानी के जमा होने से बचाता भी हैं |
धान की फसल कब बोई जाती है
Dhan ki kheti ka samay मानसून का होता हैं , क्योंकि इसकी खेती को पानी की अधिक जरुरत होती हैं | खेती के लिए जून से लेकर जुलाई तक का महीन सबसे अच्छा माना जाता हैं क्योंकि इस समय मिटटी में बारिश की वजह से नमी बानी रहती हैं जो इसकी फसल की उपजाऊ छमता को बढाती हैं
Dhan Ki Kheti Sabse Jyada Kahan Hoti Hai
भारत में धान की खेती सबसे ज्यादा ,तेलंगाना ,पक्षिम बंगाल , पंजाब और उत्तरप्रदेश में की जाती हैं जो की ये मिलकर 35 % का उत्पादन करते हैं इसके अलावा छत्तीसगढ़ और बिहार भी इसकी खेती में अग्रीण हैं पक्षिम बंगाल में 15 – 16 मेट्रिक टन तक खेती होती हैं जो भारत में सबसे अधिक हैं
Dhan ki kheti kaise kare
- धान की खेती के लिए आपको सबसे पहले खेत को अच्छे से ट्रेक्टर जोत कर तैयार कर लेना और खाद डाल कर एक फिर ट्रेक्टर को चलवा दे जिस से खाद पूरी तरह से मिटटी में मिल जाए |
- खेत में बोने से पहले अच्छे से सिंचाई कर दे जिस से जब आप धान की बुवाई करते हैं , तो आपको पानी से पोधे लगाने से काफी अच्छी रहती हैं |
- पोधों को लगाने के लिए आपको सबसे पहले बीज से पोध को तैयार कर ले ,फिर आपको 25 से 30 दिन तक पोध को रखना हैं और फिर निकाल कर खेत में लगा दे |
- खेत में लगाते समय ध्यान दे की पोध को अलग करले लगाने के लिए उनको 2 सेंटीमीटर की दूरी पर लगाना हैं |
- फसल को लगाने के बाद नियमित रूप से पानी लगते रहे जिस से ये सूखेंगे भी नहीं और फसल को जल्दी तैयार कर सकेंगे |
- धान की खेती 90 से 120 दिनों में और कुछ किस्म 120 से 130 दिनों में होती हैं
धान की खेती में खाद
धान की खेती की लिए खाद का प्रयोग दो तरह से कर सकते सबसे पहला आप गोबर की खाद , वर्मीकम्पोस्ट और नीम की खाद का भी प्रयोग कर सकते हैं और दूसरा तरीका हैं की आप केमिकल खाद का जिसमे नाइट्रोजन फॉस्फोरस और पोटैशियम का प्रयोग कर आप अपनी खेत की उपजाऊ छमता को बढ़ा सकते हैं
धान के भाव
आज, 7 मार्च 2025 को, सामान्य धान का औसत मंडी भाव ₹2275.26 प्रति क्विंटल है, जबकि न्यूनतम भाव ₹1123 प्रति क्विंटल और अधिकतम भाव ₹4100 प्रति क्विंटल है.
धान से क्या-क्या बनता है
धान इसलिए सबसे महत्वपूर्ण अनाज हैं क्योंकि ये अलग अलग तरह से प्रयोग होता हैं | जैसे कि चावल , चावल का आटा , पोहा , राइस वाइन ,मुरमुरा और आदि चीजों में भी प्रयोग होता हैं |
अगर आपको हमारे द्वारा दी गयी ये जानकारी पसंद आयी या फिर आप खेती से जुडी और भी जानकारी जानन चाहते हैं हमारी वेबसाइट Aapkikheti.com पर जाए
FAQ’s Dhan ki kheti
- उपयुक्त मिट्टी – हल्की दोमट मिट्टी जिसकी pH 5 से 8 के बीच हो, धान की खेती के लिए सबसे अच्छी मानी जाती है।
- बुवाई का सही समय – मानसून के दौरान (जून-जुलाई) इसकी बुवाई की जाती है क्योंकि इस समय पर्याप्त नमी होती है।
- उत्पादन क्षेत्र – भारत में पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, पंजाब, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और बिहार में सबसे ज्यादा धान की खेती होती है।
- खेती की प्रक्रिया – खेत की जोताई, खाद डालना, बीज से पौधा तैयार करना और फिर रोपाई करना, साथ ही नियमित सिंचाई जरूरी होती है।
- उपयोगिता – धान से चावल, पोहा, मुरमुरा, चावल का आटा, राइस वाइन जैसी कई चीजें बनाई जाती हैं।