Garadu Ki Kheti 2025: गराडू है सर्दियों के मौसम का खास फल
गराडू, जो एक प्रकार का शकर कंद है, भारत के मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में लोगों की पसंदीदा फसल है। इसकी खेती से किसान अच्छा मुनाफ़ा कमा सकते हैं। Garadu Ki Kheti 2025 करना आसान है अगर आप सही तरीके और ध्यान के साथ इसे करें। आइए, जानें गराडू की खेती के महत्वपूर्ण पहलू के बारे में।
गराडू की खेती कैसे करें
गराडू की खेती के लिए आपको सबसे पहले सही समय और सही जगह का चयन करना होता है। इसके लिए दोम्मट मिट्टी का इस्तेमाल किया हैं ,जिसकी जल निकाशी अच्छी होती हैं जो जड़ों को सड़न से बचाती हैं | इसके लिए खेत को सबसे पहले अच्छे से जोत ले और मिट्टी को समतल करले , और खेत को जोतकर 2 दिन के लिए सोखने दे | फिर इसकी मिटटी में बीजों को 5 से 6 सेंटीमीटर की गहराई पर और 30 – 35 सेंटीमीटर की दूरी पर लगाया जाता है। ज़मीन का pH 6 – 7 के बीच हो तो बेहतर होता है। मिट्टी की उपजौ शक्ति बढ़ाने के लिए गोबर या जैविक खाद का उपयोग करें।इसके बीज को लगाने से पहले 24 घंटे तक पानी में भीगोया जाता है, ताकि उनका अंकुरण अच्छा हो।
Garadu ki kism
गराडू की खेती के लिए कुछ उन्नत किस्मे हैं जो उचित पैदावार देती है:
जी 1
जी 2
मध्य प्रदेश स्थानीय किस्म
इन किस्मो का चयन करते समय उनकी पैदावार और रोग के प्रतिकार शक्ति का विशेष ध्यान रखें।
Garadu ki kheti ka samay
गराडू की खेती अगर आप कर रहे हैं तो आपको ये जानकारी पता होना चाहिए की ,अप्रैल से जून के महीने में की जाती है,जिससे वह दिसंबर तक तैयार हो जाती हैं | गराडू आपको मध्यप्रदेश के जिलों में काफी अधिक मात्रा में देखने को मिलता हैं क्योंकि यहाँ पर इसका बहुत ज्यादा प्रयोग किया जाता हैं
Garadu ki kheti mein khaad
गराडू की अच्छी फसल के लिए मात्रा में खाद का उपयोग जरूरी है। नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम का संतुलित प्रमाण मिट्टी में मिलने से फसल की वृद्धि अच्छी होती है। इसके लिए किसान 10-12 टन प्रति हेक्टेयर में जैविक खाद का इस्तमाल करते हैं।
गराडू का पौधा कहां मिलेगा
आप किस तरह की गराडू की खेती करना चाहते हैं ये आपके ऊपर निर्भर करता हैं क्योंकि अगर आप गराडू के पौधे से खेती करना चाहते हैं तो आपको किसी पौधे वाली दुकान पर जाकर पौधे को खरीदना पड़ेगा अगर आप बीज से खेती करना चाहते हैं तो किसी खाद वाली दुकान पर जाकर बीज को लगा सकते हैं
खरपतवार नियन्त्रण
गराडू की खेती में खरपतवार नियन्त्रण भी एक महत्वपूर्ण कदम है। खरपतवार फसल की वृद्धि को रोकते हैं। इसके लिए हाथ से निकालना या रासायनिक खरपतवार नाशकों का उपयोग किया जाता है।
गराडू की खेती में सिंचाई
गराडू की खेती के लिए आपको सिंचाई करना बहुत आवश्यक है, क्योंकि इसकी खेती रबी सीजन में होती हैं जिस समय पाला ज्यादा गिरता हैं | पौध लगाने के बाद हाल ही में सिंचाई करे और फिर 7 से 10 दिन में सिंचाई करते रहे जिस वजह से पेड़ों को नियमित समय में मदत मिलती रहे और फसल अच्छे से उग सके
फसल की कटाई
गराडू की फसल लगभग 3 – 4 महीने में तैयार हो जाती है। जब पौधों के पत्ते पीले होने लगते हैं, तो फसल काटने का समय होता है। फसल की कटाई हाथ से या मैन्युअल उपकरणों की मदद से की जाती है। कटाई के बाद गराडू को धूप में सुखा कर स्टोर किया जाता है।
Garadu Khane Ke Fayde
गराडू खाने के विभिन्न फायदे आपको नीचे देखने को मिलेंगे:
1. ऊर्जा बढ़ाता है
गराडू में कार्बोहाइड्रेट भरपूर मात्रा में होता है, जो शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है। यह शरीर को खासकर ठंड के मौसम में गर्म रखने में मदद करता है और इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल सर्दियों में किया जाता है।
2. पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद
इसमें मौजूद फाइबर पाचन को दुरुस्त रखने में मदद करता है। यह कब्ज की समस्या को दूर करता है और आंतों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।
3. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में फायदेमंद
गराडू में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों से बचाते हैं।
4. हड्डियों को मजबूत बनाता है
इसमें कैल्शियम और मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा होती है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डियों की समस्याओं को रोकने में मदद करता है।
5. दिल की सेहत के लिए फायदेमंद
गराडू में पोटैशियम होता है, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने और दिल से जुड़ी समस्याओं को कम करने में मदद करता है।
6. त्वचा के लिए फायदेमंद
इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को चमकदार बनाने और झुर्रियों को कम करने में मददगार होते हैं। यह त्वचा की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करता है और इसे स्वस्थ रखता है।
7. वजन बढ़ाने में मददगार
जो लोग वजन बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, उनके लिए गराडू एक बेहतरीन विकल्प है। इसमें कार्बोहाइड्रेट और अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर को स्वस्थ तरीके से वजन बढ़ाने में मदद करते हैं।
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FAQs :
1 गराडू की खेती के लिए सबसे उपयुक्त मौसम कौन सा है?
गराडू की खेती रबी मौसम में की जाती है, क्योंकि इसे ठंडा और सुखद मौसम पसंद है।
2 गराडू की खेती के लिए मिट्टी का pH स्तर कितना होना चाहिए?
गराडू की खेती के लिए मिट्टी का pH स्तर 6-7 के बीच होना चाहिए।
3 गराडू की बिजाई का सही समय क्या है?
गराडू की बिजाई का सही समय अक्टूबर से नवंबर के बीच होता है।
4 गराडू की खेती के लिए कौन-कौन सी उन्नत किस्में हैं?
गराडू की खेती के लिए जी-1, जी-2 और मध्य प्रदेश की स्थानीय किस्में उपयुक्त मानी जाती हैं।
5 गराडू की खेती में खाद का उपयोग कैसे करें?
गराडू की खेती में जैविक खाद का उपयोग करें और नाइट्रोजन, फास्फोरस व पोटेशियम का संतुलित मात्रा में उपयोग करें।