Kale Gehu Ki Kheti : इस गेहू में है कई सारा प्रोटीन कीजिये इसकी खेती
काले गेहु, जिसे black wheat भी कहा जाता है, एक विशेष प्रकार का गेहु है जो अपनी उन्नति पोषक तत्व और स्वास्थ्य लाभ के लिए जाना जाता है। इसमें एंथोसायनिन और एंटी-ऑक्सीडेंट्स की मात्रा अधिक होती है, जो इसे सामान्य गेहु के मुकाबले ज्यादा सकारात्मक और लाभदायक बनाती है। Kale Gehu Ki Kheti करना एक लाभकारक व्यवसाय हो सकता है, जो आपके खेत के उत्पादन को नई ऊंचाई तक ले जा सकता है।
1. काले गेहू की खेती कैसे करें
Kale Gehu Ki Kheti के लिए सबसे पहले एक उचित स्थान का चयन करें। इस फसल को उन जगहों पर उगाया जा सकता है जहां मौसम समान हो और मिट्टी उपजाऊ हो। इसकी खेती अक्टूबर से नवंबर के बीच में की जाती है ।
2. उन्नत किस्मे
काले गेहु की कुछ उन्नत किस्मे हैं जो बेहतर उत्पादन देती हैं, जैसे की:
NABI काला गेहूं
एएचएल काला गेहूं
पंजाब काला गेहूं
किस्म का चयन मिट्टी और जलवायु के आधार पर करें।किस्मेकिस्मे
3. ज़मीन की तयारी
काले गेहु की खेती के लिए ज़मीन की अच्छी तरह से जुताई करें और धूप में सुखाएं। ज़मीन को 2-3 बार हल चलाकर मुलायम और समतल बनायें। अच्छी नालियां बनाएं ताकि बिजाई और सिंचाई में आसान हो।
4. बिजाई
बिजाई के लिए अच्छी क्वालिटी के बीज का चयन करें। बीजो को बिजाई से पहले कवकनाशी या जैवउर्वरक के साथ उपचार करें। बीज को लगभग 4-5 सेमी की गहराई में बोए और बीज के बीच में थोड़ा अंतर रखें।
5. सिंचाई
काले गेहू की फसल के लिए 4-5 बार सिंचाई की जरूरत होती है। पहली सिंचाई बिजाई के 20 दिन बाद करें और अगले चक्कर सिंचाई का समय मौसम और मिट्टी की अवस्था के अनुसार तय करें।
6.खाद
अच्छी कीमत के लिए फसल को संरक्षण मिलना जरूरी है।
नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश ( एनपीके ) का समुच्चय प्रयोग करें।
जैविक खाद जैसा गोबर या वर्मीकम्पोस्ट का उपयोग भी करें।
7. खरपतवार नियन्त्रण
काले गेहु की खेती में खरपतवार नियन्त्रण एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके लिए हाथ से निकालने या शाकनाशी का प्रयोग कर सकते हैं। मल्चिंग भी एक अच्छी तकनीक है जो खरपतवार नियन्त्रण में मदद करती है।
8. फसल की कटाई
फसल को लगभग 130 -150 दिनों के बाद काटा जाता है जब कनास पक जाती है और उनका रंग काला हो जाता है। कटाई के बाद फसल को ध्यान से सुखाया जाता है और उसका संचय करते हैं।
9. काले गेहू की खेती के लाभ
स्वास्थ्य के लाभ: इसमें एंथोसायनिन होते हैं जो एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करते हैं और स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं।
अच्छी कीमत: सामान्य गेहू के मुकाबले काले गेहू की कीमत ज्यादा होती है, जो किसानो को ज्यादा मुनाफ़ा देती है।
पौष्टिक भोजन: इसके आटे से बने हुए रोटी और बेकरी उत्पाद ज्यादा पोष्टिक होते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय मांग: काले गेहू की मांग विदेशो में भी बढ़ रही है, जो इसे एक व्यावसायिक खेती का रूप देता है।
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FAQs : Kale Gehu Ki Kheti
1. काले गेहू की खेती के लिए सबसे अच्छा समय कौन सा है?
काले गेहू की खेती का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से नवंबर के बीच है।
2. काले गेहू की कौन-कौन सी उन्नत किस्में उपलब्ध हैं?
काले गेहू की मुख्य उन्नत किस्में हैं: NABI काला गेहूं, AHL काला गेहूं, और पंजाब काला गेहूं।
3. काले गेहू की बिजाई के लिए बीज कितनी गहराई पर बोना चाहिए?
बीज को लगभग 4-5 सेमी की गहराई पर बोना चाहिए।
4. काले गेहू की खेती के लिए कितनी बार सिंचाई की आवश्यकता होती है?
काले गेहू की फसल के लिए 4-5 बार सिंचाई की आवश्यकता होती है।
5. काले गेहू की फसल कितने दिनों में तैयार होती है?
काले गेहू की फसल लगभग 130-150 दिनों में तैयार हो जाती है।