जानिये Basmati Rice Varities\बासमती धान की टॉप 5 किस्में
Basmati Rice Varities: बासमती धान भारतीय खेती की एक महत्वपूर्ण फसल है, जो अपने उत्कृष्ट स्वाद, सुगंध और लंबी दानों के लिए प्रसिद्ध है। इसे न केवल भारत में बल्कि अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में भी विशेष पहचान मिली है। किसानों के लिए उच्च उत्पादन और गुणवत्ता वाली बासमती धान की किस्में चुनना महत्वपूर्ण होता है, जो कम समय में अधिक पैदावार दे सकें। यहां हम बासमती धान की टॉप 5 किस्मों पर चर्चा \ Basmati Rice Varities करेंगे, जो कम समय में 60 क्विंटल तक पैदावार देने में सक्षम हैं।
Basmati Rice Varities\बासमती धान की टॉप 5 किस्में
1. पंजाब बासमती ११२१
पंजाब बासमती 1121 बासमती धान की सबसे लोकप्रिय और उच्च पैदावार वाली किस्मों में से एक है। यह किस्म अपने लंबे और पतले दानों के लिए जानी जाती है, जो पकने के बाद और भी लंबे हो जाते हैं।
विशेषताएँ:
- पैदावार: प्रति हेक्टेयर 60 क्विंटल तक।
- फसल अवधि: 140-145 दिन।
- गुणवत्ता: उच्च गुणवत्ता वाले लंबे दाने, उत्कृष्ट सुगंध और स्वाद।
- रोपण समय: जून-जुलाई।
- फसल कटाई: अक्टूबर-नवंबर।
लाभ:
- यह किस्म कम समय में अधिक पैदावार देती है।
- बाजार में इसकी मांग अधिक है, जिससे किसानों को अच्छा मूल्य मिलता है।
- कीट और रोगों के प्रति मध्यम प्रतिरोधी।
2. पुसा बासमती १५०९
पुसा बासमती 1509 एक और प्रमुख बासमती किस्म है, जो जल्दी पकने और उच्च उत्पादन के लिए जानी जाती है। यह किस्म पुसा संस्थान द्वारा विकसित की गई है और किसानों के बीच लोकप्रिय है।
विशेषताएँ:
- पैदावार: प्रति हेक्टेयर 60 क्विंटल तक।
- फसल अवधि: 120-130 दिन।
- गुणवत्ता: अच्छे लंबे दाने, हल्की सुगंध।
- रोपण समय: जून के अंत से जुलाई के पहले सप्ताह तक।
- फसल कटाई: सितंबर-अक्टूबर।
लाभ:
- यह कम समय में पक जाती है, जिससे किसानों को जल्दी मुनाफा मिलता है।
- पानी की खपत कम होती है, जिससे यह जलसंकट वाले क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है।
- कीट और रोगों के प्रति अच्छी सहनशीलता।
3. हरियाणा बासमती 118
हरियाणा बासमती 118, जिसे एचबी 118 भी कहा जाता है, एक उच्च उत्पादकता वाली बासमती किस्म है। इसे हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय ने विकसित किया है।
विशेषताएँ:
- पैदावार: प्रति हेक्टेयर 55-60 क्विंटल तक।
- फसल अवधि: 135-140 दिन।
- गुणवत्ता: लंबे और पतले दाने, मध्यम सुगंध।
- रोपण समय: जून-जुलाई।
- फसल कटाई: अक्टूबर-नवंबर।
लाभ:
- यह किस्म भी कम समय में अच्छी पैदावार देती है।
- दाने पकने के बाद भी अपनी लंबाई और गुणवत्ता बनाए रखते हैं।
- अच्छे बाजार मूल्य के साथ किसानों को उच्च लाभ।
4. पुसा बासमती 1
पुसा बासमती 1 एक प्रसिद्ध बासमती किस्म है, जो अपनी उत्कृष्ट गुणवत्ता और उच्च उत्पादन के लिए जानी जाती है। इसे भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI) ने विकसित किया है।
विशेषताएँ:
- पैदावार: प्रति हेक्टेयर 50-60 क्विंटल तक।
- फसल अवधि: 145-150 दिन।
- गुणवत्ता: लंबे, पतले और सुगंधित दाने।
- रोपण समय: जून-जुलाई।
- फसल कटाई: नवंबर।
लाभ:
- इसकी गुणवत्ता अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में उच्च मूल्य पर बिकती है।
- दानों की लंबाई और सुगंध उत्कृष्ट होती है, जो इसे बासमती की श्रेणी में श्रेष्ठ बनाती है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है।
5. पुसा बासमती 6
पुसा बासमती 6 एक और उन्नत किस्म है, जिसे IARI द्वारा विकसित किया गया है। यह किस्म अपनी तेज वृद्धि और उच्च पैदावार के लिए प्रसिद्ध है।
विशेषताएँ:
- पैदावार: प्रति हेक्टेयर 55-60 क्विंटल तक।
- फसल अवधि: 130-135 दिन।
- गुणवत्ता: लंबे, पतले और हल्की सुगंध वाले दाने।
- रोपण समय: जून-जुलाई।
- फसल कटाई: अक्टूबर।
लाभ:
- यह कम समय में अच्छी पैदावार देती है।
- कम पानी की आवश्यकता होती है, जिससे यह सूखे क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है।
- रोग और कीट प्रतिरोधी क्षमता अच्छी है।
Basmati Rice Varities: बासमती धान की ये किस्में किसानों के लिए बेहद लाभकारी हैं, जो कम समय में अधिक पैदावार देती हैं। पंजाब बासमती 1121, पुसा बासमती 1509, हरियाणा बासमती 118, पुसा बासमती 1, और पुसा बासमती 6 जैसी किस्में उच्च उत्पादन, गुणवत्ता और बाजार मांग के कारण बेहद लोकप्रिय हैं। सही कृषि तकनीकों और प्रबंधन के साथ, किसान इन किस्मों से उत्कृष्ट पैदावार प्राप्त कर सकते हैं और उच्च मुनाफा कमा सकते हैं। किसानों को चाहिए कि वे अपनी भूमि और जलवायु के अनुसार सही किस्म का चयन करें और उन्नत कृषि पद्धतियों का पालन करें, जिससे उन्हें सर्वोत्तम परिणाम मिल सकें।
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