Kesar ki kheti : जानिये और इसके फायदे के बारे में
केसर जिसे सैफ्रन भी कहते हैं, जिसकी उत्पत्ति एक फूल से होती है और इसको काफी मूल्यवान माना जाता है, अगर आप इसकी खेती करते हैं तो आप की आय में काफी बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन किस तरह से आप इसकी खेती कर सकते हैं वो आपको पता है। चल जायेंगे हमारे इस ब्लॉग से तो पढ़ें इसे “Kesar ki kheti : जानिये और इसके फायदे के बारे में”
1. मिट्टी और जलवायु
इसकी खेती के लिए दोमत मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है जिसमें पानी का निकास सही तरह से होता है | इसकी खेती ठंडी जलवायु वाले जगह अच्छी होती है तब भी ये कश्मीर उत्तराखंड में अच्छी तरह से पनपता है
2. इसकी खेती का महीना
इसकी खेती के प्रमुख महीने हैं, क्योंकि इसे जुलाई से अगस्त तक बोया जा सकता है, क्योंकि ये महीना इसकी खेती के लिए अच्छा होता है, क्योंकि बरसात मिट्टी को नरम रखती हैं, इसे वजह से अब इसकी खेती हर जगह उगने लगी है।
3. केसर के पौधे की देखभाल
केसर के पौधे की अच्छी तरह से देखभाल आपको फ़ायदा दे सकती है | क्योंकि नियामित सिचाई और निराई गुराई से और खाद की मदत से आप इसके पेड़ को रोगो से बचा सकते हैं< और इसके उत्पादन को बड़ा सकते हैं
4. आर्थिक लाभ
Kesar ki kheti आपको काफी लाभ दे सकती है क्योंकि इसकी खेती अगर आप करते हैं तो ये आपको लाखो में मुनाफ़ा दे सकता है। बाजार में इसकी मांग हमेशा अच्छी रहती है, इसकी वजह से ये एक अच्छा विकल्प है किसानों के लिए
5. स्वास्थ्य लाभ
केसर का प्रयोग हम स्वस्थ्य संबंध में कर सकते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट होता है जो आपकी इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करता है और आपके बचाव को सुधारने और तनाव को दूर करने में मदद करता है, इसके अलावा यह स्किन बालो के लिए भी फायदेमंद होता है और आप इसे अपने बच्चे को भी दे सकते हैं जिस से आपका बच्चा स्वस्थ रहेगा
6. इसके आगे की प्रक्रिया
केसर की फसल लगभग 70-80 दिनों में तैयार हो जाती| इसकी जुलाई अगस्त में होती है और इसके पेड़ में फूल नवंबर तक खिलते हैं फूल खिलने के बाद इसके फूल में से केसर के धागे को निकला कर फिर उन्हें सुखकर बेचा जाता है जिस से किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं
7. इसके उपयोग
केसर का प्रयोग हम अनेक व्यंजनों में करते हैं, जिनमें एक स्वाद और सेहत और बढ़ते हैं। भारतीय मिठाईया बिरयानी दूध से बने खीर में प्रयोग होता है क्योंकि इस से खीर का स्वाद और बढ़ जाता है
Kesar ki kheti FAQ’s
- केसर की खेती कहां की जाती है?
केसर की खेती मुख्यतः जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, और उत्तराखंड के ठंडे और ऊंचे इलाकों में की जाती है। कश्मीर का केसर विश्वभर में प्रसिद्ध है। - केसर की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु क्या है?
केसर की खेती के लिए ठंडी और शुष्क जलवायु उपयुक्त होती है। इसे 12-15°C तापमान और अच्छी धूप की आवश्यकता होती है। - केसर की खेती के लिए कौन सी मिट्टी उपयुक्त होती है?
केसर की खेती के लिए रेतीली दोमट मिट्टी उपयुक्त होती है। मिट्टी का pH मान 6 से 8 के बीच होना चाहिए और जल निकासी की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए। - केसर की खेती में लागत और मुनाफा कितना होता है?
केसर की खेती में प्रारंभिक लागत अधिक होती है, लेकिन एक बार पौधे लगाने के बाद कई सालों तक फसल ली जा सकती है। केसर की उच्च मांग और कीमत के कारण यह बहुत लाभकारी फसल है। - केसर के पौधे की बुवाई कब की जाती है?
केसर के कंदों की बुवाई जुलाई से अगस्त के बीच की जाती है। फसल अक्टूबर-नवंबर में तैयार होती है।
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