Close Menu
aapkikheti

    Subscribe to Updates

    Get the latest creative news from FooBar about art, design and business.

    What's Hot

    Kharbuja Khane Ke Fayde : इस गर्मी खरबूजों को खाने से होंगे ये फायदे

    पशुओं को गर्मी से बचाने के उपाय : इस भयानक गर्मियों में इन तरीकों से रखे पशुओं का ख्याल

    Lauki Ki Kheti : गर्मियों में 3 महीनो में उगाये और पाए बेहतरीन मुनाफा

    Facebook X (Twitter) Instagram
    Facebook X (Twitter) Instagram
    aapkikheti
    Subscribe
    • मुख पृष्ठ
    • कृषि
      • जैविक
      • फसल
      • बागवानी
        • पुष्प
        • फल
        • सब्ज़ी
    • पशुपालन
      • गाय भैंस (Cow Buffalo Rearing)
      • पशु चारा(Animal Fodder)
      • बकरी पालन (Goat Farming)
      • मत्स्य पालन (Fisheries)
      • मुर्गी पालन (Poultry)
      • सूअर पालन (Piggery)
    • औषधीय पौधे
    • कृषि उपकरण
    • समाचार
    • सरकारी योजना
    • अन्य
      • कृषि एवं खाद्य मेले
      • खाद्य भंडारण और पैकेजिंग
      • कृषि शिक्षा
    • वेब कहानियाँ
    • हमारे बारे में
    • संपर्क
    aapkikheti
    You are at:Home » Mulberry Farming : कीजिये एक लाभदायक खेती 
    फसल

    Mulberry Farming : कीजिये एक लाभदायक खेती 

    AapkikhetiBy AapkikhetiOctober 22, 2024No Comments5 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest Telegram LinkedIn Tumblr Email Reddit
    Mulberry Farming
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest WhatsApp Email

    Table of Contents

    Toggle
    • Mulberry Farming : कीजिये एक लाभदायक खेती
      • सहतूत की खेती कैसे करें
      • शहतूत की खेती के लिए मिट्टी और जलवायु
      • सहतूत की उन्नत किस्में
      • शहतूत की खेती के लिए जमीन की तैयारी
      • बिजाई
      • सिंचाई
      • खरपतवार नियंत्रण
      • शहतूत के पौधे की देखभाल
      • फसल की कटाई

    Mulberry Farming : कीजिये एक लाभदायक खेती

    शहतूत की खेती ( Mulberry Farming ) एक लाभकारी व्यवसाय है जो कम लागत में अच्छा मुनाफ़ा दे सकता है। शहतूत के फल और पत्तों का इस्तेमल रेशमकीट (रेशम के कीट) के पोषण के लिए किया जाता है, जिससे रेशम उत्पादन होता है। इसके अलावा, शहतूत के फ़ल का उपयोग काई तरह के खाद्य उत्पादों में भी होता है। अगर आप किसानी में नए हैं या एक नया व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, तो शहतूत की खेती एक अच्छा विकल्प हो सकती है। इस पोस्ट में हम जानेंगे कि शहतूत की खेती कैसे करें |

    सहतूत की खेती कैसे करें

    Mulberry Farming के लिए पहले से जमीन का चुनाव और मिट्टी की तैयारी करनी होती है। शहतूत के पौधे के लिए ठंडा और समस्त जलवायु अनुकूल होता है। पहले ज़मीन को अच्छी तरह से हल चलाके तैयार करना चाहिए। इसके बाद आप शहतूत के अच्छे विचित्र (विविधता) बीज या पौधे लगाते हैं। शहतूत की खेती करने के लिए समय और पानी का सही उपयोग करना जरूरी है।

    शहतूत की खेती के लिए मिट्टी और जलवायु

    Mulberry Farming के लिए बालू मिट्टी से लेकर चिकनी मिट्टी तक अनुकूल होती है, लेकिन बलुई दोमट मिट्टी इसके लिए सबसे बेहतर मानी जाती है। इस मिट्टी में अच्छी जल निकासी होनी चाहिए,जिससे पानी की कमी या झाड़ होने का ख़तरा कम हो। जलवायु की बात करें तो शहतूत के पौधे को ठंडी और समस्त जलवायु पसंद होती है, लेकिन ये गर्मी 25 -30°C तक गर्म हो सकती है।

    सहतूत की उन्नत किस्में

     

    Mulberry Farming

    शहतूत की उन्नत किस्में उपलब्ध हैं जो व्यावसायिक खेती के लिए उपयुक्त हैं। कुछ प्रमुख उन्नत किस्में हैं: एस-1635 – ये किसम ज्यादा फल उत्पादन और रेशमी कीट पोषण के लिए उपयुक्त है।
    एस-30 – ये किसम अधिक फल और रेशमी कीट पोषण के लिए प्रसिद्ध है।
    जी-4- इस वैरायटी में फलों का आकार बड़ा होता है और पौधे जल्दी विकास करते हैं।

    शहतूत की खेती के लिए जमीन की तैयारी

    शहतूत की खेती के लिए जमीन की तैयारी बहुत महत्तवपूर्ण होती है। इसमें पहले मिट्टी का मूल्यांकन करना चाहिए, फिर ज़मीन को अच्छे से हल चलाकर उसमें खाद डालना चाहिए। जमीन को ध्यान से साफ करना जरूरी है ताकि कोई भी फसलवार पौधों के विकास में रुकावट न बने। शहतूत के पौधे लगाने के लिए ज़मीन को 20-30 सेमी गहरा हल चला कर धुल बनानी होती है

    बिजाई

    शहतूत के पौधों की बिजाई या तो बीजों से की जा सकती है या तो काट कर (cutting method) के द्वार। अगर आप कटिंग विधि का उपयोग कर रहे हैं तो पौधे के अच्छे हिस्से का चुनाव कर के उसे धरती में लगाए । कटिंग लगाने का बेहतर समय फरवरी से मार्च के बीच होता है। बीज लगाने के लिए बीजोन को एक दिन पहले पानी में भिगोया जाता है, फिर उन्हें जमीन में लगाया जाता है।

    सिंचाई

    शहतूत के पौधो को विकास के लिए निरंतर सिंचाई की आवश्यकता होती है। लगभग 15-20 दिन के अंतराल पर सिंचाई करनी चाहिए, लेकिन मानसून के दौरान सिंचाई को कम करना चाहिए। पानी का ठीक प्रबंध फसल की अच्छी वृद्धि के लिए जरूरी होता है।

    खरपतवार नियंत्रण

    खरपतवार का नियंत्रण शहतूत की खेती में एक महत्वपूर्ण कदम होता है, क्योंकि खरपतवार पौधों से पोषक को छीन लेते हैं। मैनुअल या केमिकल तरीको से खरपतवार का नाश किया जा सकता है। ज़मीन को मल्चिंग के माध्यम से ढक कर भी खरपतवार को रोका जा सकता है।

    शहतूत के पौधे की देखभाल

    शहतूत के पौधों को सुरक्षित और तंदुरुस्त रखने के लिए लगातार देखभाल करना जरूरी होता है। रोग और कीटन से पौधो को सुरक्षित रखने के लिए समय पर किये गये उपाय काफी मददगार होते हैं। नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटैशियम के मिश्रीत खाद का उपयोग करना चाहिए, जो पौधों की अच्छी वृद्धि के लिए जरूरी होता है।

    फसल की कटाई

    शहतूत की फसल की कटाई फल पक्ने पर की जाती है। शहतूत का फल गहरा लाल या काला हो जाता है जब ये पक जाता है। फसल को हाथों से तोड़ कर या हल्की कटिंग करके इकठ्ठा किया जाता है। शहतूत का फल बाज़ार में अच्छे दामो में बिकता है, जो किसानो के लिए लाभदायक होता है।

    पढ़िए यह ब्लॉग Shatavari Ki Kheti 

    FAQs

    प्रश्न 1: शहतूत की खेती किस प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है?
    उत्तर: शहतूत की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है, जिसमें अच्छी जल निकासी होनी चाहिए।

    प्रश्न 2: शहतूत की खेती के लिए कौन-सी जलवायु सबसे अच्छी होती है?
    उत्तर: शहतूत की खेती के लिए ठंडी और समस्त जलवायु उपयुक्त होती है, लेकिन यह 25-30°C तक की गर्मी भी सहन कर सकता है।

    प्रश्न 3: शहतूत की उन्नत किस्में कौन-सी हैं?
    उत्तर: शहतूत की प्रमुख उन्नत किस्में हैं – एस-1635, एस-30, और जी-4, जो ज्यादा उत्पादन और रेशमी कीट पोषण के लिए प्रसिद्ध हैं।

    प्रश्न 4: शहतूत की फसल की सिंचाई कितने अंतराल पर करनी चाहिए?
    उत्तर: शहतूत की सिंचाई लगभग 15-20 दिन के अंतराल पर करनी चाहिए, लेकिन मानसून के दौरान सिंचाई कम करनी चाहिए।

    प्रश्न 5: शहतूत के पौधे की देखभाल कैसे की जाती है?
    उत्तर: शहतूत के पौधों को रोग और कीटों से बचाने के लिए नियमित देखभाल की आवश्यकता होती है, और पोषक तत्वों के लिए नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटैशियम युक्त खाद का प्रयोग करना चाहिए।

    सहतूत की उन्नत किस्में सहतूत की खेती कैसे करें
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Reddit WhatsApp Telegram Email
    Previous ArticleVigour seeds : सही बीज चयन से बढ़ाएं अपनी फसल का उत्पादन अभी पढ़े
    Next Article Stevia Ki Kheti : मिठास भी और स्वास्थ्य भी
    Aapkikheti
    • Website

    Related Posts

    Mungfali ki kheti: एक ऐसी तिलहन फसल जो मुनाफे के साथ मिटटी की गुणवत्ता सही करती हैं

    April 28, 2025

    Chakori ki kheti : एक ऐसी फसल जिसकी खेती आलू से ज्यादा की जा रही है

    April 11, 2025

    Makka ki kheti : अभी करे शुरू मक्का की बुवाई और जाने क्या हैं तरीके

    April 10, 2025
    Leave A Reply Cancel Reply

    शीर्ष पोस्ट

    Kharbuja Khane Ke Fayde : इस गर्मी खरबूजों को खाने से होंगे ये फायदे

    June 14, 2025

    पशुओं को गर्मी से बचाने के उपाय : इस भयानक गर्मियों में इन तरीकों से रखे पशुओं का ख्याल

    June 13, 2025

    Lauki Ki Kheti : गर्मियों में 3 महीनो में उगाये और पाए बेहतरीन मुनाफा

    June 11, 2025

    Jamun Khane Ke Fayde : शरीर को बनाएंगे तंदरुस्त जामुन के ये फायदे

    June 10, 2025
    इसे मत चूको!
    फल June 14, 2025

    Kharbuja Khane Ke Fayde : इस गर्मी खरबूजों को खाने से होंगे ये फायदे

    Kharbuja Khane Ke Fayde : इस गर्मी खरबूजों को खाने से होंगे ये फायदे जैसा…

    पशुओं को गर्मी से बचाने के उपाय : इस भयानक गर्मियों में इन तरीकों से रखे पशुओं का ख्याल

    Lauki Ki Kheti : गर्मियों में 3 महीनो में उगाये और पाए बेहतरीन मुनाफा

    Jamun Khane Ke Fayde : शरीर को बनाएंगे तंदरुस्त जामुन के ये फायदे

    हमसे जुड़ें
    • Facebook
    • Twitter
    • Instagram
    • YouTube

    श्रेणियाँ

    • Featured
    • Featured Stories
    • Uncategorized
    • अन्य
    • एमपी न्यूज़
    • औषधीय पौधे
    • औषधीय पौधे
    • कृषि
    • कृषि उपकरण
    • कृषि एवं खाद्य मेले
    • कृषि शिक्षा
    • कृषि समाचार
    • खाद्य भंडारण और पैकेजिंग
    • गाय भैंस (Cow Buffalo Rearing)
    • जैविक
    • जैविक खेती
    • ट्रेंडिंग पोस्ट
    • पशुपालन
    • पुष्प
    • फल
    • फसल
    • बकरी पालन (Goat Farming)
    • बागवानी
    • मत्स्य पालन (Fisheries)
    • मुर्गी पालन (Poultry)
    • सब्ज़ी
    • सरकारी योजनाएँ

    अभी के पोस्ट

    Kharbuja Khane Ke Fayde : इस गर्मी खरबूजों को खाने से होंगे ये फायदे

    पशुओं को गर्मी से बचाने के उपाय : इस भयानक गर्मियों में इन तरीकों से रखे पशुओं का ख्याल

    Lauki Ki Kheti : गर्मियों में 3 महीनो में उगाये और पाए बेहतरीन मुनाफा

    Jamun Khane Ke Fayde : शरीर को बनाएंगे तंदरुस्त जामुन के ये फायदे

    हमारे बारे में
    हमारे बारे में

    Aapkikheti में आपका स्वागत है - टिकाऊ खेती, आधुनिक कृषि तकनीकों और फसल की पैदावार को अधिकतम करने से संबंधित हर चीज के लिए आपका पसंदीदा मंच। हम पर्यावरण को संरक्षित करते हुए किसानों को स्वस्थ फसलें उगाने में मदद करने के लिए जैविक खेती, स्मार्ट सिंचाई और नवीन तरीकों पर विशेषज्ञ सलाह प्रदान करते हैं।

    Facebook X (Twitter) Pinterest YouTube WhatsApp
    हमारी पसंद

    Kharbuja Khane Ke Fayde : इस गर्मी खरबूजों को खाने से होंगे ये फायदे

    पशुओं को गर्मी से बचाने के उपाय : इस भयानक गर्मियों में इन तरीकों से रखे पशुओं का ख्याल

    Lauki Ki Kheti : गर्मियों में 3 महीनो में उगाये और पाए बेहतरीन मुनाफा

    सबसे लोकप्रिय

    Sitafal ki kheti कैसे करें ?

    February 2, 2023

    Neem एक Fayde अनेक किसान का अनुभव

    December 7, 2023

    अफ़ीम की खेती कैसी होती है ?अफ़ीम की खेती का लाइसेंस,कमाई

    December 8, 2023
    © 2025 Aapkikheti. Designed by Mobdigital.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

    Ad Blocker Enabled!
    Ad Blocker Enabled!
    Our website is made possible by displaying online advertisements to our visitors. Please support us by disabling your Ad Blocker.
    Go to mobile version