Sarso Ki Kheti : जाने कैसे पाए खेती से ज्यादा से ज्यादा मुनाफा
आपको पता हैं आप एक चीज़ की खेती से 2 चीज़ प्राप्त कर सकते हैं , और शायद आपको इसकी मदत से ज्यादा खर्चा भी नहीं करना पड़ेगा | चलिए जानते हैं कैसे करें Sarso ki kheti और क्या हैं सरसों की किस्म जानने के लिए अंत तक पढ़े हमारे इस ब्लॉग को
सरसों की खेती करने से लेकर उसके प्रयोग तक सभी जानकारी
सरसों की खेती का समय
सरसों की खेती का मुख्य रूप से समय सितम्बर से लेकर नवंबर तक माना जाता हैं , इन महीने में सरसो बोने से सरसो की खेती अच्छी फसल देती हैं | इसके अलावा कही इलाकों में इसकी फसल सितम्बर से अक्टूबर तक भी की जाती हैं |
Sarso Ki Kheti Kaise Karen
सरसों की खेती के लिए आपको नीचे दी गयी जानकारी पढ़ने चाहिए जो आपको काफी मदत करेगी :
- सरसो की खेती के लिए आपको सबसे पहले खेत में अच्छे से रोटावेटर को चलाना हैं, और मिटटी को समतल करके फिर एक बार खेत में ट्रेक्टर की मदत से मेढ़ बनाना हैं |
- खेती करने से पहले जान ले सरसो की खेती के लिए सबसे अच्छी मिट्टी बलुई दोमट्ट मिट्टी मानी जाती हैं , जो इसकी खेती के लिए सबसे उपयोगी मानी जाती हैं | इसका पी एच मान सरसो की खेती के लिए सबसे उपयुक्त होता हैं |
- बीज को बोने से पहले जाने कतार से कतार दूरी 30 से 45 सेमी होनी चाहिए , और बीज की दूरी 10 से 15 सेमी होनी चाहिए
- सरसों की खेती में कौन सा खाद डालें , की बात करे , तो 8-9 से टन गोबर की खाद एक एकड़ के खेत के लिए अच्छी मांगी जाती हैं
- याद रखे पहले खाद को मिलाये और फिर बीजों को डाले जिस से बीज खाद के ऊपर होने से होने अच्छा वातावरण प्राप्त
होता हैं | - सरसों की खेती के लिए बीज की बात करे तो आप यहाँ से सरसो के बीज खरीद सकते हैं Click Here
पीली सरसों की खेती सबसे ज़्यादा कहां होती है?
भारत में पीली सरसों की खेती सबसे अधिक राजस्थान में होती हैं जो देश में सबसे बड़ा सरसों का उत्पादक राज्य है। यहाँ की जलवायु सरसों के लिए बहुत अनुकूल है | इसके अलावा उत्तर प्रदेश में भी बड़े पैमाने पर पीली सरसों की खेती होती है। फिर आपको पीली सरसो हरियाणा ,मध्य प्रदेश, पंजाब ,बिहार में भी उत्पादन देखने को मिलता हैं |
Sarso Ki Kism
आर एच 30 :- यह किस्म सिंचित व असिंचित दोनों ही स्थितियों में अच्छा उत्पादन देती है। साथ इसे गेहूं, चना या फिर जौ के साथ भी बो सकते हैं।
टी 59 (वरुणा) :- इसकी उपज असिंचित 15 से 18 कुंतल प्रति हेक्टेयर होती है। इसमें तेल की मात्रा 36 प्रतिशत होती है।
पूसा बोल्ड :- आर्शिवाद (आर. के. 01 से 03) :- यह किस्म देरी से बुवाई के लिए (25 अक्टुबर से 15 नवम्बर तक) उपयुक्त पायी गई है।
अरावली (आर.एन.393) :- सफेद रोली के लिए मध्यम प्रतिरोधी है।
एनआरसी एचबी 101 :- सेवर भरतपुर से विकसित उन्नत किस्म है इसका उत्पादन बहुत शानदार रहा है, सिंचित क्षेत्र के लिए बेहद उपयोगी किस्म है 20-22 क्विंटल उत्पादन प्रति हेक्टेयर तक दर्ज किया गया है।
एनआरसी डीआर 2 :- इसका उत्पादन अपेक्षाकृत अच्छा है इसका उत्पादन 22-26 क्विंटल तक दर्ज किया गया है।
आरएच-749 :- इसका उत्पादन 24-26 क्विंटल प्रति हैक्टेयर तक दर्ज किया गया है।
काली सरसों की बुवाई का टाइम
काली सरसों की बुवाई का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से नवंबर के बीच होता है।
60 दिन में पकने वाली सरसों
पूसा सरसों-25 एक ऐसी लोकप्रिय किस्म है जो जल्दी तैयार हो जाती है। यह किस्म करीब 60 दिनों में पकने लगती है और 100 दिनों के भीतर कटाई के लिए तैयार हो जाती है, जिससे किसानों को जल्दी मुनाफा मिल सकता है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, इस किस्म की औसतन उपज 14.5 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक होती है, जो इसे लाभकारी फसल बनाती है।
1 एकड़ में सरसों का बीज कितना लगता है?
एक एकड़ में सरसों के खेती की बात करे तो आपको एक एकड़ के खेत में 1.5 से 2 किलो तक का बीज लगता हैं जिसमे आपको 10 से 20 कुंटल तक की फसल देखने को मिल जाती हैं |
Sarso Ke Upyog
सरसो का प्रयोग हम कई अलग चीज़ों में करते हैं , जैसे हम घर में खाने में , और सुंदरता से जुड़े प्रोडक्ट को बनाने में , तेल बनाने में , और सरसों के तेल से निकालनी वाली खर से जानवरों के लिए आहार में इन सभी में हम सरसों का प्रयोग करते और कही कही घरों में सरसों को बच्चों के ताखिये को बनाने में भी प्रयोग किया जाता हैं |
10 kilo sarson se kitna tel nikalta hai
10 किलो सरसों से हमे लगभग 3.5 किलो सरसों का तेल मिल जाता हैं , जिसमे से कुछ खर में बदल जाता और कुछ कचरे के रूप में निकल दिया जाता हैं |
FAQ’s Sarso ki kheti
Q1. सरसों की खेती का सबसे अच्छा समय क्या है?
Ans: सरसों की खेती के लिए सबसे उपयुक्त समय सितंबर से नवंबर तक का होता है। काली सरसों की बुवाई अक्टूबर से नवंबर के बीच करना सबसे अच्छा माना जाता है।
Q2. सरसों की खेती के लिए कितनी मात्रा में बीज लगता है?
Ans: एक एकड़ जमीन के लिए 1.5 से 2 किलो तक सरसों का बीज पर्याप्त होता है, जिससे 10 से 20 क्विंटल तक की उपज प्राप्त हो सकती है।
Q3. सरसों की ऐसी कौन-सी किस्म है जो जल्दी तैयार हो जाती है?
Ans: पूसा सरसों-25 एक ऐसी किस्म है जो केवल 60 दिनों में पकने लगती है और 100 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी उपज लगभग 14.5 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक होती है।
Q4. 10 किलो सरसों से कितना तेल निकलता है?
Ans: 10 किलो सरसों से लगभग 3.5 किलो तेल प्राप्त होता है, जो सरसों का औसत तेल निष्कर्षण अनुपात है।
Q5. सरसों का उपयोग किन-किन कार्यों में किया जाता है?
Ans: सरसों का उपयोग खाने के तेल, अचार, सौंदर्य प्रसाधनों, पशु आहार, सरसों की खली, और घरेलू वस्त्र जैसे बच्चों के ताखिए भरने के लिए भी किया जाता है।