Tobacco Farming : 4 हजार की लागत से कमाए चार लाख जाने कैसे
आज के समय अगर आप कम लागत में अच्छी खेती करना चाहते हैं , तो tobacco Farming जरूर करे | इसकी खेती आपको काम लागत के साथ अच्छी कमाई भी देगी जिसकी मदत से आप काफी मुनाफा पा सकते हैं | चलिए जानते हैं की कैसे तम्बाकू की खेती करे और क्या हैं इसकी खेती का समय , वही एक बार की खेती से किसान कितनी कमाई पा सकते हैं | इसके अलावा अगर आप खेती से जुड़ी और भी जानकारी जानना चाहते हैं , तो हमारे वेबसाइट पर जरूर जाए |
Tobacco Farming के बारे में जाने और अधिक जानकारी
तम्बाकू की खेती
तम्बाकू एक नकदी फसल है जिसकी मांग घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तरों पर होती है। इसकी खेती मुख्य रूप से पत्तियों के लिए की जाती है, जिन्हें सुखाकर बीड़ी, सिगरेट, हुक्का और अन्य उत्पादों में इस्तेमाल किया जाता है। तम्बाकू का पौधा लगभग 1 से 1.5 मीटर ऊंचा होता है और बलुई-दोमट मिट्टी में अच्छी उपज देता है। उचित सिंचाई और पोषण प्रबंधन के साथ इसकी फसल किसानों को अच्छा आर्थिक लाभ पहुंचाती है।
तम्बाकू की खेती का समय
तम्बाकू की खेती का समय क्षेत्र और मौसम पर निर्भर करता है। रबी के मौसम में इसकी बुवाई अक्टूबर से दिसंबर के बीच की जाती है, जबकि खरीफ के मौसम में जून-जुलाई उपयुक्त माने जाते हैं। उत्तर भारत में इसकी अधिकांश खेती खरीफ के मौसम में की जाती है, जबकि दक्षिण भारत में रबी का मौसम उपयुक्त होता है। पौधे को अंकुरण के लिए 25-30 डिग्री सेल्सियस तापमान की आवश्यकता होती है और फसल लगभग 4-5 महीने में तैयार हो जाती है।
तम्बाकू की खेती कहाँ होती है
भारत में, तम्बाकू की खेती मुख्यतः गुजरात, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में होती है। गुजरात का किसान मंडली क्षेत्र और आंध्र प्रदेश का गुंटूर जिला विश्व स्तर पर तंबाकू उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। इसके अलावा, मध्य प्रदेश और बिहार में भी इसकी सीमित मात्रा में खेती की जाती है। इन वनों में किशमिश जैसी दोमट और रेतीली मिट्टी, साबुत अनाज और गर्म जलवायु तम्बाकू की खेती के लिए उपयुक्त हैं।
राजस्थान में तंबाकू की खेती
राजस्थान में तंबाकू की खेती सीमित मात्रा में होती है, लेकिन कई जिलों में यह किसानों की आय का मुख्य स्रोत है। यहाँ मुख्य रूप से पत्तेदार तंबाकू की खेती की जाती है जिसका उपयोग बीड़ी और चिलम बनाने में किया जाता है। हल्की रेतीली मिट्टी और गर्म शुष्क जलवायु यहाँ तंबाकू उत्पादन के लिए उपयुक्त हैं। भीलवाड़ा, उदयपुर, चित्तौड़गढ़ और कोटा जिले तम्बाकू उत्पादन में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। उचित देखभाल से यहां अच्छी उपज प्राप्त होती है।
राजस्थान में तंबाकू का सबसे अधिक उत्पादन किस जिले में होता है
राजस्थान में तंबाकू का सबसे अधिक उत्पादन भीलवाड़ा जिले में होता है। यहां की मिट्टी और जलवायु तम्बाकू उत्पादन के लिए काफी उपयुक्त मानी जाती है। इसके अलावा उदयपुर, चित्तौड़गढ़ और कोटा जिले भी तंबाकू उत्पादन में आगे हैं। भीलवाड़ा में उत्पादित तंबाकू मुख्य रूप से बीड़ी और चिलम में उपयोग होता है। किसानों के लिए यह नकदी फसल होने के कारण आय का अच्छा साधन है और स्थानीय बाजार में इसकी मांग हमेशा बनी रहती है।
तम्बाकू की बीज दर प्रति हेक्टेयर
तम्बाकू की खेती के लिए बीज की मात्रा बहुत कम लगती है , क्योंकि बीज काफी छोटे होते हैं। एक हेक्टेयर खेत की रोपाई के लिए लगभग 300-400 ग्राम बीज पर्याप्त होते हैं। बीजों को नर्सरी में बोया जाता है और 45-50 दिन बाद पौधों को खेत में प्रत्यारोपित किया जाता है। बीज की गुणवत्ता बेहतर होनी चाहिए ताकि पौधों की वृद्धि और उत्पादन अधिक हो, बेहतर बीज दर अपनाने से किसान को अच्छी उपज प्राप्त होती है।
तम्बाकू की खेती कैसे करें
अगर आप जानना चाहते हैं की कैसे करें तम्बाकू की खेती करें तो जरूर पढ़े नीचे दी गयी जानकारी को :
- सबसे पहले 2 से 3 फ़ीट गहरी जुताई करे , और पाटा चलाये जिससे से खेत में होने वाले पत्थर भी खत्म हो जाएंगे और बीज को बोने में आसानी होगी |
- इसके बाद बीज की बुवाई से पहले गोबर की सड़ी हुई खाद 15-20 टन प्रति हेक्टेयर डालें।
- बीज की बुवाई की बात करे , इसकी बुवाई के लिए प्रति हेक्टेयर 300–400 ग्राम बीज उपयुक्त होता हैं ,इसके बीजों को नर्सरी बेड पर 60-70 वर्गमीटर में बोया जाता है |
- बोने के लिए पौधे 45-50 दिन में तैयार होकर खेत में लगाने लायक हो जाते हैं, जिसको आप खेत में लगा सकते हैं |
- नर्सरी के पौधों को आप 60×45 सेंटीमीटर की दूरी पर लगाएं, जिससे आप पौधों को अच्छे से बढ़ने दे सकते हैं क्योंकि अगर आप पौधों को कम दूरी पर लगाएंगे तो पेड़ों की जड़े एक दूसरे में लगने लगेंगी |
- पौधों को बोने के बाद 7-10 दिन के अंतराल पर हल्की सिंचाई करें , और फसल पकने के समय पानी की आवश्यकता कम होती है।
FAQ’s
1. तम्बाकू की खेती के लिए सबसे उपयुक्त मिट्टी कौन सी है?
👉 बलुई-दोमट (Sandy loam) और हल्की रेतीली मिट्टी तम्बाकू की खेती के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती है। इसमें जल निकासी अच्छी होनी चाहिए।
2. तम्बाकू की फसल को तैयार होने में कितना समय लगता है?
👉 तम्बाकू की फसल बुवाई से लेकर कटाई तक लगभग 4-5 महीने में तैयार हो जाती है।
3. एक हेक्टेयर खेती के लिए कितने बीजों की आवश्यकता होती है?
👉 एक हेक्टेयर खेत के लिए 300-400 ग्राम बीज पर्याप्त होते हैं। बीज पहले नर्सरी में बोए जाते हैं और 45-50 दिन बाद खेत में रोपे जाते हैं।
4. तम्बाकू की खेती से किसान कितना मुनाफा कमा सकते हैं?
👉 अगर किसान आधुनिक तरीके और अच्छी देखभाल से खेती करें, तो 4-5 हजार रुपये की लागत से 3-4 लाख रुपये तक की कमाई संभव है।
5. भारत में तम्बाकू की खेती किन राज्यों में सबसे ज्यादा होती है?
👉 तम्बाकू की खेती मुख्य रूप से गुजरात, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में की जाती है।