Tomato Farming in Madhya Pradesh: टमाटर उत्पादन में देश में नंबर-1 है मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश कृषि के क्षेत्र में लगातार नई ऊंचाइयां छू रहा है। अब राज्य ने टमाटर उत्पादन (Tomato Farming) में भी देशभर में अपना परचम लहरा दिया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में बताया कि मध्यप्रदेश टमाटर उत्पादन में देश में नंबर-1 स्थान पर पहुंच चुका है। यह उपलब्धि प्रदेश के मेहनती किसानों और सरकार की प्रभावी योजनाओं के कारण संभव हुई है। मध्यप्रदेश बन गया हैं टमाटर की खेती में नंबर वन जाने कौनसे कौनसे शहर आने वाले हैं इस लिस्ट में पढ़े Tomato Farming in Madhya pradesh
Tomato Farming in Madhya Pradesh
कैसे बना मध्यप्रदेश टमाटर उत्पादन में देश का नंबर-1 राज्य
मध्यप्रदेश की उपजाऊ भूमि, अनुकूल जलवायु और किसानों की मेहनत ने राज्य को टमाटर उत्पादन में अग्रणी बना दिया है।
राज्य के सागर, इंदौर, होशंगाबाद, छिंदवाड़ा, सीहोर, विदिशा और शाजापुर जिले टमाटर उत्पादन के प्रमुख केंद्र बन चुके हैं।
यहां के किसान आधुनिक तकनीकों जैसे ड्रिप सिंचाई, पॉलीहाउस खेती और हाइब्रिड बीजों का उपयोग करके अधिक उत्पादन प्राप्त कर रहे हैं।
सरकार द्वारा दी जाने वाली कृषि सलाह, बीज सब्सिडी और प्रशिक्षण कार्यक्रमों ने किसानों को आत्मनिर्भर बनाया है।
सरकार की प्रोत्साहन योजनाएं किसानों के लिए वरदान
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश के सब्जी उत्पादक किसानों को सरकार की प्रोत्साहन योजनाओं (Incentive Schemes) का पूरा लाभ मिल रहा है।
राज्य सरकार कैश क्रॉप प्रोडक्शन को बढ़ावा दे रही है, जिससे किसानों की आय में निरंतर वृद्धि हो रही है।
कृषि विभाग द्वारा किसानों को टमाटर जैसी फसलों के लिए तकनीकी सहायता, बीज पर 50% अनुदान और लघु उद्योगों की स्थापना में मदद दी जा रही है।
PMFME योजना से बढ़ा टमाटर आधारित उद्योगों को प्रोत्साहन
राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन (PMFME) योजना के तहत टमाटर आधारित फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स को विशेष सहायता दी है।
इस योजना से टमाटर उत्पादक किसान अब टमाटर सॉस, प्यूरी, केचप और टमाटर पाउडर जैसे उत्पादों का उत्पादन करके अतिरिक्त आय कमा रहे हैं।
👉 इस योजना के अंतर्गत –
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टमाटर आधारित उद्योगों को लोन और अनुदान की सुविधा दी जा रही है।
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किसानों को मार्केटिंग और पैकेजिंग की ट्रेनिंग दी जाती है।
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50 प्रतिशत तक बीज पर अनुदान का लाभ भी दिया जा रहा है।
इससे किसानों को बड़ा आर्थिक संबल मिला है और वे “आत्मनिर्भर किसान” बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।
मध्यप्रदेश में टमाटर उत्पादन के प्रमुख क्षेत्र
मध्यप्रदेश के कई जिले टमाटर उत्पादन के लिए प्रसिद्ध हैं। इनमें प्रमुख जिले हैं —
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छिंदवाड़ा – उच्च गुणवत्ता वाले हाइब्रिड टमाटर उत्पादन के लिए जाना जाता है।
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सागर और विदिशा – यहां की मिट्टी टमाटर की खेती के लिए अत्यंत उपयुक्त मानी जाती है।
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इंदौर और होशंगाबाद – बड़े स्तर पर टमाटर की खेती और प्रोसेसिंग यूनिट्स की स्थापना हो रही है।
इन क्षेत्रों में सिंचाई सुविधा, फर्टाइल मिट्टी और सरकारी सहायता के कारण उत्पादन लगातार बढ़ रहा है।
किसानों की बढ़ी आमदनी और आत्मनिर्भरता
टमाटर उत्पादन को लेकर मध्यप्रदेश सरकार का फोकस किसानों की आय दोगुनी करने पर है।
टमाटर एक कैश क्रॉप (Cash Crop) है, जिससे किसानों को तेजी से नकद आय मिलती है।
राज्य के कई किसानों ने टमाटर से प्रोसेसिंग उत्पादों जैसे प्यूरी, सॉस, और केचप बनाकर अपनी आमदनी कई गुना बढ़ाई है।
सरकार की अनुदान योजनाओं और फूड प्रोसेसिंग मिशन ने ग्रामीण युवाओं को भी रोजगार के नए अवसर दिए हैं।
भविष्य की दिशा – आधुनिक तकनीक और निर्यात की तैयारी
मध्यप्रदेश सरकार अब टमाटर उत्पादन को वैश्विक स्तर तक ले जाने की योजना पर काम कर रही है।
राज्य में कोल्ड स्टोरेज, फूड प्रोसेसिंग हब और एक्सपोर्ट सेंटर की स्थापना की जा रही है ताकि टमाटर उत्पादन को अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी स्थान मिले।
सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में मध्यप्रदेश टमाटर निर्यात का केंद्र (Export Hub) बने।
निष्कर्ष
टमाटर उत्पादन में देश में नंबर-1 बनना मध्यप्रदेश के किसानों की मेहनत और सरकार की नीतियों का परिणाम है।
सरकार की योजनाएं जैसे PMFME, बीज अनुदान, और प्रोत्साहन नीति ने किसानों को आत्मनिर्भर बनाया है।
आज मध्यप्रदेश न केवल देश का टमाटर उत्पादक राज्य है, बल्कि यह अन्य राज्यों के लिए कृषि नवाचार और सफलता का उदाहरण भी बन चुका है।