Watermelon Farming 2025 : कीजिये इस गर्मी में तरबूज की खेती
तरबूज एक मीठा और रसीला फल है जो गर्मी के मौसम में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। इसमे अधिक मात्रा में पानी होता है जो शरीर को ठंडा और हाइड्रेट रखता है। अगर आप खेती से अच्छा मुनाफ़ा कमाना चाहते हैं तो तरबूज़ की खेती एक बढ़िया विकल्प हो सकती है। तरबुज की खेती सही तरीके से की जाए तो अच्छी पैदावार मिलती है। चलिए जानते हैं Watermelon Farming 2025 से जुड़ी मुख्य जानकारी।
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1. तरबूज की खेती कैसे करें?
तरबुज की खेती करने के लिए सही समय और उचित तकनीक का पता होना जरूरी है। तरबूज़ एक ख़रीफ़ फ़सल है जो गर्मी में बेहतर उगता है। इसके बीज सीधे जमीन में बोये जाते हैं और कुछ ही महीनों में तैयार हो जाते हैं। समय पर सिंचाई, बीजाई और खरपतवार नियन्त्रण से इसकी उपज बढाई जा सकती है।
2.तरबूज की खेती के लिए मिट्टी और जलवायु
तरबुज की खेती के लिए रेतीली दोमट या बालू मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है क्योंकि ये ज्यादा नम रखती है और बीज जल्दी अंकुरित होते हैं। इसकी खेती गरम और अधरशील जलवायु में बेहतर होती है। इसके लिए 25 -35°C तापमान अनुकूल माना जाता है।
3. तरबूज की प्रसिद्ध किस्मे
तरबुज की कई तरह की किस्मे होती है जो अलग-अलग इलाकों में उगती है। कुछ प्रसिद्ध किस्मे हैं:
शुगर बेबी – छोटी और मीठी किसम
क्रिमसन स्वीट – मध्यम आकार का तरबूज जिसमें ज्यादा रस होता है
ब्लैक डायमंड – बड़े आकार और गहरे लाल रंग का होता है
जुबली – लम्बी आकृति और बीजो वाली किस्म
बीजरहित तरबूज – बीज रहित तरबूज़ जो बाज़ार में महँगा बिकता है
4. Tarbooj ki kheti ke liye jameen ko kaise taiyaar kare
तरबूज़ की फ़सल के लिए ज़मीन की अच्छी तरह तयारी करनी पड़ती है।
हल चलाना – जमीन को 2-3 बार हल से अच्छी तरह जोतो ताकि मिट्टी भुरा भुरा हो जाए।
जैविक खाद मिलाना – गोबर खाद या खाद का प्रयोग करें ताकि मिट्टी की उपज बढ़ सके।
रिज और बेड बनाना – बीजोन के लिए 1-1.5 फीट ऊंचा बेड या रिज बनाना जरूरी है।
5. बिजाई
तरबुज के बीज सीधे खेत में बोये जाते हैं।
बीजो को 3-4 cm गहराई में डालना होता है
हर पौधे के बीच 1-1.5 मीटर का अंतर रखना जरूरी है ताकि उनका विकास अच्छी तरह हो सके।
एक एकड़ खेत में लगभग 1-1.5 किलो बीज की अवश्यकता होती है।
6. सिंचाई
तरबुज की खेती में समय पर पानी देना जरूरी होता है।
पहली सिंचाई बीज बोए जाने के बाद करनी चाहिए।
7-10 दिन के अंतर सिंचाई करनी होती है।
पौधे में फूल और फल आने के समय पानी की मात्रा बढ़ानी पड़ती है ताकि फल अच्छा हो।
ड्रिप सिंचाई तरिका अपनाया जाये तो पानी की बचत होती है और भुगतान भी बढ़ता है।
7. खरपतवार नियन्त्रण
खरपतवार फसल का पोषण चुरा लेते हैं इसलिए उनका नियंतरण जरूरी है।
मल्चिंग करने से नुकसान कम होता है और मिट्टी की नमी भी बनी रहती है।
हाथ से या कृषि यंत्र से खरपतवार हटा सकते हैं।
रासायनिक खरपतवारनाशकों का भी उपयोग किया जा सकता है लेकिन सही मात्रा और सही समय पर।
8.तरबूज की फसल की कटाई
तरबुज काटने के लिए सही समय का पता होना जरूरी है।
बीज बोये जाने के 75 -100 दिन बाद फल तैयार हो जाता है।
जब तरबूज का रंग गहरा और उसका छिलका थोड़ा चमकदार हो जाए तो इसका मतलब है कि वो कटने के लिए तैयार है।
तरबुज को तोड़ने से पहले हल्का थपथपा कर देखना चाहिए, अगर भीतर से खोकला आवाज आए तो तरबुज पक गया है।
फल तोड़ने के बाद उन्हें 2-3 दिन के लिए धूप से दूर रखना चाहिए ताकि उनका स्वाद और भी बेहतर हो सके।
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FAQs : Watermelon Farming 2025
1: तरबूज की खेती के लिए सबसे अच्छा समय कौन सा है?
तरबूज की खेती गर्मी के मौसम में की जाती है, इसकी बुवाई फ़रवरी से अप्रैल तक सबसे अच्छी मानी जाती है।
2: तरबूज की खेती के लिए सबसे अच्छी मिट्टी कौन सी होती है?
रेतीली दोमट या बालू मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है, क्योंकि यह अच्छी जल निकासी और नमी बनाए रखती है।
3: एक एकड़ में तरबूज की खेती के लिए कितने बीजों की जरूरत होती है?
लगभग 1-1.5 किलोग्राम बीज एक एकड़ खेत के लिए पर्याप्त होते हैं।
4: तरबूज की फसल को तैयार होने में कितना समय लगता है?
तरबूज की फसल 75-100 दिनों में पूरी तरह तैयार हो जाती है।
5: तरबूज की पैदावार बढ़ाने के लिए कौन-कौन से उर्वरकों का उपयोग करें?
जैविक खाद (गोबर खाद, कम्पोस्ट) और संतुलित मात्रा में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश उर्वरक का उपयोग करना चाहिए।